आज की मंगलवारीय चर्चा में आप सब का स्वागत है राजेश कुमारी की आप सब को नमस्ते , आप सब का दिन मंगल मय हो अब चलते हैं आपके प्यारे ब्लॉग्स पर
तस्मै श्री गुरुवे नमः !
रेखा श्रीवास्तव at hindigen
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इब है कहाँ जातिवाद !!!-लघु कथा
shikha kaushik at WORLD's WOMAN BLOGGERS
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आधा पागल ?
उदय - uday at कडुवा सच
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----- ॥ हर्फ़े-शोशां ॥ -----
Neetu Singhal at NEET-NEET -
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थी क्या जन्मों की तरसीं ...??
Anupama Tripathi at anupama's sukrity
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मंहगाइयां नहीं होतीं
Suresh Swapnil at साझा आसमान -
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बन जाओ न नीला समंदर.....
रश्मि शर्मा at रूप-अरूप
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जग-जीवन
त्रिवेणी at त्रिवेणी
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कुछ साधारण सा अनुभव... :-)
Pallavi saxena at मेरे अनुभव (Mere Anubhav)
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चल और अचल लम्हों के बीच जिन्दगी कुछ ऐसी है
संध्या आर्य at हमसफ़र शब्द
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लघु व्यंग्य- अरहर महादेव !
लघु व्यंग्य- अरहर महादेव !
पी.सी.गोदियाल "परचेत" at अंधड़ !
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एक मुक्तक --
shashi purwar at sapne
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संतोष त्रिवेदी और मुकेश सिन्हा को परिकल्पना ब्लॉग गौरव युवा सम्मान
रवीन्द्र प्रभात at परिकल्पना
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धूल गुरु-चरणों की मुझको आज मिल जाए
Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार at शस्वरं
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फिर घूँघट की शान बढाता है पल्लू
Rajesh Kumari at HINDI KAVITAYEN ,AAPKE VICHAAR
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शुभ संकल्प जगे हर अंतर
Anita at डायरी के पन्नों से -
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........... हादसों के शहर में :)
संजय भास्कर at शब्दों की मुस्कुराहट -
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हो सके तो दिल को ही अपने शिवाला कीजिए..
हो सके तो दिल को ही अपने शिवाला कीजिए..
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दिलीप at दिल की कलम से..
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मानव वेश में अक्सर फिरें, शैतान दुनिया में -सतीश सक्सेना
सतीश सक्सेना at मेरे गीत
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सम्मुख पीढ़ी तीन, करें क्या टोका टोकी-
रविकर at "लिंक-लिक्खाड़"
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दोहा छंद :
दोहा छंद :
अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) at अरुण कुमार निगम (हिंदी कवितायेँ) -
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junbishen 46
Munkir at Junbishen
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तुम्हारी दी हुई रौशनी …
Suman at Main aur Meri Kavitayen
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ऐ मेरे हम-नशीं चल कहीं और चल....क़मर जलालवी
डा. मेराज अहमद at समय-सृजन (samay-srijan)
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पंचायत का निर्णय.
प्रतिभा सक्सेना at लालित्यम् -
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भव्या वृष्टि
प्रतुल वशिष्ठ at ॥ दर्शन-प्राशन ॥ -
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माँ
noreply@blogger.com (दिगम्बर नासवा) at स्वप्न मेरे...
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मगर हारा नहीं था
शारदा अरोरा at गीत-ग़ज़ल
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बिखरे सितारे.!:एक वोभी दिवाली थी
kshama at BIKHARE SITARE
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ये मैं ही हूँ या...
Dr. Sarika Mukesh at अंतर्मन की लहरें Antarman Ki Lehren
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हिंदी की बात करना ही क्या इस देश में गुनाह हो गया है !!
पूरण खण्डेलवाल at शंखनाद
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आज की चर्चा यहीं समाप्त करती हूँ फिर चर्चामंच पर हाजिर होऊँगी कुछ नए सूत्रों के साथ तब तक के लिए शुभ विदा बाय बाय ||
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आगे देखिए..."मयंक का कोना"(1)
जापान और शाकाहार : आइए इक नज़र डालें जापानी शाकाहारी थाली पर
मुसाफ़िर हूँ यारों ... पर Manish Kumar
(2)
नकार देता है
आईनों की क्या कहें सारे नकाब उतार देता है
मेरा चेहरा अब मुझको ही नकार देता है....
Zindagi se muthbhed पर Aziz Jaunpuri
(3)
BJP के लिए खतरा बन रहे आडवाणी !
आधा सच...पर महेन्द्र श्रीवास्तव
(4)
गुरु पूर्णिमा [सार छंद]
'गुरु' मतलब समझाएं 'गु' से होता अज्ञान तिमिर का,
'रु' से उसको हटाएँ गुरु का आओ सम्मान करें ,
गुरु पूर्णिमा आई अज्ञान तिमिर का जो हर रहे ,
सबके मन का भाई गुरु का आओ सम्मान करें,....
गुज़ारिश पर सरिता भाटिया
(5)
"मन मन्दिर में दीप जलाएँ "
माँ की आराधना
अपनी बालकृति "हँसता गाता बचपन" से
अन्धकार को दूर भगाएँ
जागो अब हो गया सवेरा,
दूर हो गया तम का घेरा,
शिक्षा की हम अलख जगाएँ।
मन मन्दिर में दीप जलाएँ।।
हँसता गाता बचपन
बहुत सुन्दर लिंकों के साथ स्तरीय चर्चा!
जवाब देंहटाएं--
आपका आभार...!
विवध विषयों पर सजग चर्चा हेतु आभार स्वीकारें राजेश जी .
जवाब देंहटाएंसंजय भस्कर जी के ब्लाग पर यह लिखा मिला-
'क्षमा करें, इस ब्लॉग में जिस पृष्ठ को आप खोज रहे हैं वह मौजूद नहीं है.'
अभी कुछ बाकी हैं .
बहुत सुन्दर लिंकों के साथ चर्चा !
जवाब देंहटाएंकिसी गड़बड़ी के कारण यह पोस्ट दो बार प्रसारित हो गयी थी इसी कारण से यह परेशानी आई ...पर अब सब ठीक है .........ब्लॉग सब की प्रतिक्रिया के इंतज़ार में
जवाब देंहटाएं@ संजय भास्कर
रोचक व पठनीय सूत्र..
जवाब देंहटाएंराजेश जी, ढेर सारे पठनीय लिंक्स से सजी चर्चा में मुझे स्थान देने के लिए आभार!
जवाब देंहटाएंआभार दीदी-
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच की सुन्दर प्रस्तुति
सुन्दर सूत्रों से सजी सुन्दर चर्चा !!
जवाब देंहटाएंसादर आभार !!
हुत बढ़िया लिंक्स, सार्थक चर्चा मुझे स्थान देने के लिए
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार राजेश जी, !
बहुत बढ़िया लिंक्स, सार्थक चर्चा मुझे स्थान देने के लिए
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार राजेश जी, !
बहुत सुन्दर प्रस्तुति, आभार राजेश कुमारी जी !
जवाब देंहटाएंगुरु जी प्रणाम
जवाब देंहटाएंदी सुंदर प्रस्तुति के लिए बधाई
मेरी पोस्ट लगाने के लिए आभारी हूँ
बहुत सुंदर फूलों से सजे गुलदस्ते की तरह चर्चा मंच है...बधाई...हमें भी इसमें शामिल किया आपने, इसके लिए आपका हृदय से आभार!
जवाब देंहटाएंस्वस्थ जीवन की मंगल कामनाओं सहित,
सादर/सप्रेम
सारिका मुकेश
jaandaar ... shaandaar ...
जवाब देंहटाएंचर्चा में हर रंग शामिल है।
जवाब देंहटाएंमयंक का कोना में मुझे भी शामिल करने के लिए आभार..
बहुत विस्तार से आज की चर्चा ...
जवाब देंहटाएंआपका आभार मेरी रचना को स्थान देने का ...
बहुत सुन्दर चर्चा, आभार
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा, आभार
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ....आभार!
जवाब देंहटाएंसुन्दर और सार्थक प्रविष्टि में शामिल करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया और आभार @राजेश कुमारी जी !
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिंक्स, आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम.
वाह बहुत बढ़िया लिंक्स संयोजन ....आभार मेरी रचना को स्थान दिया राजेश कुमारी जी ...!!
जवाब देंहटाएंअत्यंत सुन्दर प्रस्तुति... मेरी ग़ज़ल सम्मिलित करने हेतु बहन राजेश कुमारी जी को तहे-दिल से शुक्रिया !
जवाब देंहटाएंपहले तो ढेर सारे लेख और कविता पढ़ने के लिए धन्यवाद ! फिर मुझे शामिल करने के लिए भी बहुत बहुत धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिंक्स, आभार....
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी रही चर्चा...
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा...;मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद
जवाब देंहटाएंमयंक के कोने में मेरी प्रविष्टि को जगह देने के लिए धन्यवाद शास्त्री जी !
जवाब देंहटाएंसुंदर सूत्रों से सुसज्जित मोहक चर्चा मंच....
जवाब देंहटाएंआप सभी मित्रों का हार्दिक आभार
जवाब देंहटाएं