आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
APRIL FOOL ------- 1 अप्रैल को मूर्ख दिवस मनाया जाता है लेकिन इस वर्ष इसकी अवधि एक दिन से बढा दी गई , ठीक वैसे ही जैसे हिंदी दिवस के साथ साथ हिंदी सप्ताह, हिंदी पखवाड़ा ............ इस बार मूर्खता का महीना मनाया जा रहा है ............. वैसे आप अगर मूर्ख नहीं तो आपको पता होगा हर बार चुनाव के समय यह महीना मनाया जाता है ..........हमें गर्व है अपने आप पर कि हम हर बार मूर्ख बनते हैं | क्यों , ऐसा नहीं है क्या ? दिल पर हाथ रखकर पूछो तो खुद से |
चलते हैं चर्चा की ओर








और

आभार
"अदयतन लिंक"
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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हौसला
जरूरी समझा जाता है


आज देश में उथल-पुथल क्यों,
"अदयतन लिंक"
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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हौसला

चाहे जितना आजमा लो तुम हमें
हर कसौटी पर खरे उतरेंगे हम...
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माया
माया तो कुछ भी नहीं
लोलुपता का महा-काव्य है
खुद से छल, अनुरक्त से विरक्ति लोभ -प्रपंच से सिक्त
निकृष्ट प्रेम का झूठा प्रलाप है...
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ग़ज़ल - उसके इश्क़ में बेशक मैनें....
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समझाने वाले की बात को समझना जरूरी समझा जाता है

उलूक टाइम्सपरसुशील कुमार जोशी
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अंजान नहीं, हम जान गये
हर चेहरे को पहचान गये।
शास्त्रि से देशभक्त आज भी हैं,
वो बेवजह ही बदनाम हो गये...
man ka manthan. मन का मंथन।परKuldeep Thakur
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हमारी बेज़ुबानी रास आ जाए तुम्हें शायद
चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
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"भारत माँ के मधुर रक्त को कौन राक्षस चाट रहा"आज देश में उथल-पुथल क्यों,
क्यों हैं भारतवासी आरत?
कहाँ खो गया रामराज्य,
और गाँधी के सपनों का भारत?
बहुत सुन्दर और श्रम से लगायी गयी चर्चा।
ReplyDeleteसुप्रभात...।
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आप सब का दिन मंगलमय हो।
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आभार भाई दिलबाग विर्क जी।
बहुत सुंदर सूत्र संयोजन दिलबाग का । 'उलूक' का आभार । सूत्र 'समझाने वाले की बात को समझना
ReplyDeleteजरूरी समझा जाता है' शामिल किया ।
सुन्दर पठनीय लिंकों के साथ बहुत ही बेहतरीन चर्चा,आभार आपका।
ReplyDeleteबढ़िया चर्चा व अच्छे सूत्र विर्क साहब व मंच को धन्यवाद !
ReplyDeleteInformation and solutions in Hindi ( हिन्दी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
बढ़िया चर्चा व अच्छे सूत्र
ReplyDeleteसुन्दर लिंक्स से सुसज्जित चर्चा
ReplyDeleteउम्दा चर्चा |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
ReplyDeleteआशा
सुंदर सार्थक पठनीय सूत्र ! मेरी रचना को सम्मिलित किया आभारी हूँ !
Deleteसुंदर लिंक्स..;मेरी रचना को शामिल करने का आभार..
ReplyDeletesundar links ...
ReplyDeleteउम्दा चर्चा..........मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
ReplyDeleteरोचक सूत्र।
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