आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत हैं
चलते हैं चर्चा की ओर
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"अद्यतन लिंक"
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"अद्यतन लिंक"
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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Vinay Prajapati (Nazar)
--बॉलीवुड को बांटा मोदी ने
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आपका ब्लॉग पर
Virendra Kumar Sharma
--कुछ भी लिखें
पर छपने लगे एक किताब
क्या जरूरी है ऐसा हो जाये
आज फिर
कह दिया
‘उलूक’ से
कह दिया होगा
बहुत मेहरबानी
अगली बार से
इसी बात को
फिर ना कहा जाये...
--कह दिया
‘उलूक’ से
कह दिया होगा
बहुत मेहरबानी
अगली बार से
इसी बात को
फिर ना कहा जाये...
बेटियाँ
पर shilpa bhartiya
--"दुष्यंत की अंगूठी"
kuchlamhe पर seema gupta
--निर्णायक पल और मतदान
बस कह ही नहीं पाता हूँ
मुझको तुमसे कितना प्यार है
parwaz परवाज़.....पर kanu.....
--"बालकविता-मोबाइल"
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निर्लिप्त जननायक को भी
नेपथ्य में ले जाने की क्षमता वाले लोग मौज़ूद हैं. :
सुलभा बिल्लोरे
शाज़िया का ये कथन सुन के आप खुद ही फ़ैसला कीजिये कि क्या शाज़िया सही हैं..
जो प्रोवोग करतीं नज़र आ रहीं हैं
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंउम्दा लिंक्स पढाने के लिए मतदान करने के बाद |
उम्दा लिंक्स
जवाब देंहटाएंबहुत हि अच्छी जानकारी।
जवाब देंहटाएंनई प्रस्तुती- Download windows-7
बहुत हि अच्छी जानकारी।
जवाब देंहटाएंनई प्रस्तुती- Download windows-7
बहुत सुंदर चर्चा दिलबाग लाये हैं आज । 'उलूक' का पन्ना 'कुछ भी लिखे पर छपने लगे एक किताब क्या जरूरी है ऐसा हो जाये' भी चुना । आभार ।
जवाब देंहटाएंउम्दा लिंक्स
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा और पठनीय लिंक्स, मेरे अशआरों को भि शामिल करने के लिये शुक्रिया।
जवाब देंहटाएंsunder links ke sankalan mein meri rachna ko sthan dene ke liye abhaar.
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen
बढ़िया प्रस्तुति व सूत्र , आ. शास्त्री जी , विर्क भाई व मंच को धन्यवाद !
जवाब देंहटाएं~ ज़िन्दगी मेरे साथ - बोलो बिंदास ! ~ ( एक ऐसा ब्लॉग -जो जिंदगी से जुड़ी हर समस्या का समाधान बताता है )
उम्दा और पठनीय.आभार.
जवाब देंहटाएंBahut sare sutra mile...achha charcha munch sajaya aapne. Meri rachna ko sthan dene ke liye dhanyawad
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चर्चा...आपका हार्दिक आभार..
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को इस खूबसूरत मंच पर स्थान देने का दिल से शुक्रिया
जवाब देंहटाएंRegards
बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंकरीने से बांधा है भावों को ,
जवाब देंहटाएंजन-उद्गारों को ,
सपनों के सौदागरों को आइना दिखलाया है ,
फिर एक नया दूल्हा आया है ,
सपने वही पुराने लाया है।
आज फिर
जवाब देंहटाएंकह दिया
‘उलूक’ से
कह दिया होगा
बहुत मेहरबानी
अगली बार से
इसी बात को
फिर ना कहा जाये...
उलूक टाइम्सपरसुशील कुमार जोशी
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कुछ भी लिखें
पर छपने लगे एक किताब
क्या जरूरी है ऐसा हो जाये
आज फिर
कह दिया
‘उलूक’ से
कह दिया होगा
बहुत मेहरबानी
अगली बार से
इसी बात को
फिर ना कहा जाये...
उलूक टाइम्सपरसुशील कुमार जोशी
सुन्दर भाव प्रबंध !
बढ़िया जानकारी पिरोई है बालकों के अनुरूप।
जवाब देंहटाएं"बालकविता-मोबाइल"
mobile
पापा ने दिलवाया मुझको,
सेल-फोन इक प्यारा सा।
मन-भावन रंगों वाला,
यह एक खिलौना न्यारा सा...
नन्हे सुमन
जवाब देंहटाएंबढ़िया सशक्त सेतु लाये हैं दिलबाग भाई ,दिल बाग़- बाग़ क्यों न हो ?
उम्दा लिंकों के साथ चर्चा का सुन्दर सोपान।
जवाब देंहटाएंआपका आभार भाई दिलबाग विर्क जी।