आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
गुरुद्वारा में कौन-सा समास है ? -यह मैं नहीं पूछ रहा है यह RTE के अंतर्गत पूछा गया प्रश्न है और यह पूछा गया है सिरसा जिले के सभी हिंदी लेक्चरार ( स्कूल कैडर ) से | अब सोचिए क्या हमने बन्दर के हाथ में उस्तरा तो नहीं दे दिया ?
चलते हैं चर्चा की ओर
आभार
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"अद्यतन लिंक"
ड़ॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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धूप और बारिश से,
जो हमको हैं सदा बचाते।
छाया देने वाले ही तो,
कहलाए जाते हैं छाते।।
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"अद्यतन लिंक"
ड़ॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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प्रेरक लेख- 1. पुरूषार्थी बनो
अब नरेंद्र मोदी पर बॉलिवुड में छिड़ा वॉर
आपका ब्लॉग पर Virendra Kumar Sharma
--एक टुकड़ा धूप का !!
Divya Shukla
--देह के परे भी
स्त्रियाँ जीती हैं सम्पूर्ण सत्य
अपनी उपस्थिति के साथ
सिर्फ़ चौके चूल्हे तक ही
नही है उनका आवास ....
vandana gupta
--मम्मी के हाथ
तुम्हारे हाथोँ की उभरती झुर्रियों में
छिपी हैं वो सारी यादें,
जब गोल-मटोल गोरे-गोरे हाथ तुम्हारे
हमें गोद में उठा लेते थे...
छिपी हैं वो सारी यादें,
जब गोल-मटोल गोरे-गोरे हाथ तुम्हारे
हमें गोद में उठा लेते थे...
रंग बिरंगी एकता पर anjana dayal
--हर जनम में साथ रहना,
हर समय तुम मुस्कराना
दुनिया –एक हाट!
कालीपद प्रसाद
--पिंकी बिल्ली
shikha kaushik
--"रंग-बिरंगे छाते"
जो हमको हैं सदा बचाते।
छाया देने वाले ही तो,
कहलाए जाते हैं छाते।।
हँसता गाता बचपन
--नेता मन के टोटका अउ ठोटका
चारीचुगली पर
जयंत साहू [ charichugli ]
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंउम्दा लिंक्स हैं आज की |धूप और बारिश में छाते ने बचाया है |पिंकी बिल्ली ने मम्मी के हाथ से दूध मलाई भी खाई है |
सार्थक एवं पठनीय लिंक्स से सुसज्जित मंच ! आभार !
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा दिलबाग । उलूक का आभार सूत्र 'लिख आ कहीं जा कर किसी पेड़ की छाल पर ये भी' को शामिल करने पर ।
जवाब देंहटाएंउम्दा लिंक संयोजन
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स व बेहतर प्रस्तुति , विर्क सर व मंच को धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
बढ़िया लिंक्स के साथ सुन्दर चर्चा प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंआभार!
nice links .thanks to add my post here .
जवाब देंहटाएंसार्थक एवं पठनीय लिंक्स से सुसज्जित चर्चा प्रस्तुति .
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स के साथ सुन्दर चर्चा प्रस्तुति ..मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार..
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंक्स से सजी सुंदर चर्चा।
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंकों के साथ सुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंभाई दिलबाग विर्क जी आपका आभार।
dilbag virk sir ji delhi se bahar hone ke karan or waha net ki samuchit vyashtha nhi hone ke karn apka sandesh abhi dekha .. manch pr meri rachna ko sthan ene hetu haardik aabhar :)
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