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शुक्रवार, मार्च 25, 2016

"हुई होलिका ख़ाक" (चर्चा अंक - 2292)

मित्रों!
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।

(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

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गुजिया 

गुझिया के लिए चित्र परिणाम
Akanksha पर Asha Saxena 
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फाग गीत 

आवारगी पर lori ali 
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भुला कर नफ़रतें सारी 

गले मिल यार होली में 

मिटा दे अब दिलों की रंजिशें, 
तक़रार होली में मिटे 
हर रंज दुनिया से, 
चमन गुलज़ार होली में... 
शीराज़ा [Shiraza] पर हिमकर श्याम 
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रंग 

Image result for रंग
मधुर गुंजन पर ऋता शेखर मधु 
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जोगिड़ा सारा रा रा 

वाह भाई वाह वाह, वाह खिलाड़ी वाह वाह । 
कांग्रेस को पड़ गई, मोदी की यूँ मार, 
राहुल खुद को भूल गए, याद कन्हैया कुमार । 
बोलो हय्या हय्या हय हय । 
जोगिड़ा सारा रा रा... 
ई. प्रदीप कुमार साहनी 
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होली है भई होली है 

होली है भई होली है 
रंगों ने खूब मस्ती घोली है... 
प्यार पर Rewa tibrewal 
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रक्त बीज हूँ मुझे शूल मत चुभाइये 

काल के कपाल पे, प्रश्न कुछ उछाल के
बोध तुम करा रहे, नित नए कमाल के ...!!

चेतना के पास हो, ऐसा लग रहा कहाँ ?
कोई जल रहा यहाँ कोई जल रहा वहाँ ?
हाथ गुमशुदा हुए, दिन लदे मशाल के .. 
मिसफिट Misfit पर गिरीश बिल्लोरे मुकुल 
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होली की मटकी से रंग भरी चुटकी 

कविता की मटकी में रंग भरी चुटकी--- 
जोगीड़ा शा र र र र र र र 
जोगीड़ा शा र र र र र र र 
देशद्रोह करके अब घूमे कन्हैया । 
राहुल के संग करे ता ता थइया ।। 
जोगीड़ा शा र र र र र र र 
जोगीड़ा शा र र र र र र र 
महिमा अपार तोरी माया दइया । 
टिकट देव उनका जो देवे रुपइया ।। 
जोगीड़ा शा र र र र र र र 
जोगीड़ा शा र र र र र र र... 
Naveen Mani Tripathi 
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होली है 

कितना भी तुम छिप लो राधा तुम्हे रंगने आऊंगा 
बरसाने से वृन्दावन तक तुमको मैं दौड़ाऊँगा, 
चाहे तुम कितना भी छिप लो रंग बिरंगी गलियों में 
तुमको अपने प्रीत के रंग में भीतर तक रंग जाऊंगा... 
वंदे मातरम् पर abhishek shukla 
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दो मुक्तक ! 

भ्रष्टाचार का बेल सारे देश में फ़ैल गई 
जन-नेता पर से जनता की आस्था टूट गई 
हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार बन गया नासूर 
कैंसर पाखंडी धर्म गुरुओं के चंगुल में जनता आ गई... 
कालीपद "प्रसाद" 
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होगी पिया संग होली ! 

Alpana Verma अल्पना वर्मा 
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*** आतुर यादें *** 

प्रेमालाप में आतुर वो बालमन 
तब ही यकायक युवा हो चला था 
तुम्हारे संसर्ग मेँ रहकर जब पहली बार 
इक उष्णता महसूस हुई 
और हुई थीं, 
बेलगाम मन- अश्व को सँवर जाने की अकूत इच्छाएँ। 
मेरी पहली कविता तुम थी; 
और तुमसे ही दूर रखकर 
मैंने सैकड़ों रचनाएँ जनीं... 
अपराजिता पर अमिय प्रसून मल्लिक 
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लीवर फैट -  

एक रिस्क जिंदगी के लिए ! 

आज कल दिन प्रतिदिन नयी नयी बीमारियां लांच हो रही है। पिछले कुछ सालो में ऐसी ऐसी बीमारियो के नाम सुनने में आये हैं जिनका कभी कोई पता ही नहीं था , लेकिन आजकल ये बीमारियां अनजान गलियों से निकलकर मानव जीवन में आ गई हैं। document.title='Information about fatty liver disease in hindi'; Keywords:Fatty Liver Disease , Liver disease, ऐसी ही एक बीमारी का नाम है... 
डायनामिक Dynamic पर Manoj Kumar 
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होली पर …  

(कह मुकरी ) 

(१) 
घर घर में उल्लास जगाता 
प्रेम रंग चुपके से लाता 
बरबस करता रहे ढिढोली 
क्या सखि साजन..? 
ना सखी होली... 
अभिव्यंजना पर Maheshwari kaneri  

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