आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
केन्द्रीय कर्मचारी तो सातवें पे कमीशन के हिसाब से जोड़-तोड़ में व्यस्त होंगे, अन्य लोग ये अंदाजा लगाने में कि इनको बिना काम ही इतना क्यों मिल रहा है | सरकारी नौकरी के काम को कोई काम समझता ही नहीं | इस उठापटक के बीच आशा है कि आप ब्लॉग-दर्शन हेतु जरूर आयेंगे |
केन्द्रीय कर्मचारी तो सातवें पे कमीशन के हिसाब से जोड़-तोड़ में व्यस्त होंगे, अन्य लोग ये अंदाजा लगाने में कि इनको बिना काम ही इतना क्यों मिल रहा है | सरकारी नौकरी के काम को कोई काम समझता ही नहीं | इस उठापटक के बीच आशा है कि आप ब्लॉग-दर्शन हेतु जरूर आयेंगे |
चलते हैं चर्चा की ओर
बनो दीप से
अश्कों का सैलाब हमारी आँखों में
विन्सेंट वान गॉग की गेहूं सीरीज़
ओ शहर लन्दन
दरिया हूँ मैं
बनो दीप से
अश्कों का सैलाब हमारी आँखों में
विन्सेंट वान गॉग की गेहूं सीरीज़
ओ शहर लन्दन
दरिया हूँ मैं
रिश्तों पर बर्फ
आदमी ग्लोबल हुआ
शब्द अर्थ
है गुनगुनाते भँवरे
अब आगे क्या ?
इमोशनली कुछ बचा लेने की चाह है उड़ता पंजाब
आदमी ग्लोबल हुआ
शब्द अर्थ
है गुनगुनाते भँवरे
अब आगे क्या ?
इमोशनली कुछ बचा लेने की चाह है उड़ता पंजाब