नहीं बाज आते कभी, कभी न आये लाज।
कभी न आये लाज, नहीं अनुकरण करेंगे।
होकर के असहाय, हाय कर हाय मरेंगे।
चाल बाज की सीख, रास आती है बाबा।
नहीं बाज सा धैर्य, जाय ना लालच दाबा।।
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रचना कर भगवान की, खुश होता इन्सान -
रचना कर इन्सान की, दुखी दिखा भगवान |
रचना कर भगवान की, खुश होता इन्सान |
खुश होता इन्सान, शुरू हैं गोरख-धंधे |
अरबों करते दान, अक्ल के पैदल अंधे |
फिर हो भोग-विलास, किन्तु रविकर तू बचना |
लेकर उसका नाम, लूटते उसकी रचना ||
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...Digamber Naswa
जी हजूरी कर सको तो सब हरा हो जाएगा सच अगर बोला तो तीखा सा छुरा हो जाएगा चल पड़ा हूँ मैं अँधेरी रात में थामें जिगर एक जुगनू भी दिखा तो आसरा हो जाएगा... स्वप्न मेरे |
कार्टून :-बंगलादेश में विदेशी अब सुरक्षित रहेंगे
Kajal Kumar
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