मित्रों!
नववर्ष-2019 की दूसरी चर्चा में
नववर्ष-2019 की दूसरी चर्चा में
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नव वर्ष ...
ब्लॉग जगत के सभी साथियों को नव वर्ष की मंगल कामनाएं ... सन २०१९ नई उम्मीद, और सार्थक सोच ले के आए, भारत देश में सुख शान्ति का प्रवाह निरंतर बना रहे ... आज के दिन एक प्रश्न स्वयं से ...
क्या नया नव वर्ष में हमको मिला
हूबहू कल सा ही दिन था जो खिला...
Digamber Naswa
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happy new year
नव वर्ष पर ही
क्योँ हम जश्न मनाएं
जब जागो तभी सवेरा युक्ति को
क्योँ ना निज जीवन में अपनाएं ...
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कहाँ है नयापन ?
आज सूरज नहीं उभरेगा
पश्चिम की पृष्ठभूमि से
न ही नदी बदल देगी अपना रास्ता
मुकर जायेगी समंदर से मिलने से
वृक्ष भी कहाँ तक संजोये रहेंगे पीले पत्ते
जिन्हें सूख जाना है अंततः
फिर कहो, कहाँ है नयापन
किस बात का है उत्सव ?...
सरोकार पर
Arun Roy
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सदा तुम्हारी...
श्वेता सिन्हा
तन्हाई में बिखरी खुशबू ए हिना तेरी है
वीरान खामोशियों से आती सदा तेरी है
टपक टपक कर भरता गया दामन मेरा
फिर भी खुशियों की माँग रहे दुआ तेरी है...
वीरान खामोशियों से आती सदा तेरी है
टपक टपक कर भरता गया दामन मेरा
फिर भी खुशियों की माँग रहे दुआ तेरी है...
मेरी धरोहर पर
yashoda Agrawal
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ब्लागर बंधु-बांधवियों को -
*सादर-सप्रेम -* *ले अपना हिस्सा, निकल चुका है विगत वर्ष ,* *यह आगत लाये शान्ति और सौहार्द, मित्र!* *इस विश्व पटल पर मंगल-मंत्र उचार भरें* *मानवता रच दे , जय-यात्रा के भव्य-चित्र!* *हम-तुम, प्रसाद पायें सुरम्य संसार रहे ,* *हिल्लोलित होता रहे हृदय ले नवल हर्ष ...
प्रतिभा सक्सेना
शुभ प्रभात...
जवाब देंहटाएंआभार...
सादर..
पूरी टीम को नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएँ !
जवाब देंहटाएंबेहतरीन चर्चा संकलन 👌
जवाब देंहटाएंसादर
विस्तृत चर्चा ...
जवाब देंहटाएंबहुत से नए सूत्र ... आभार मेरी रचना को जगह देने के लिए
बहुत सुंदर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएं