मित्रों!
सोमवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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सोमवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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एक ग़ज़ल :
लोग क्या क्या नहीं --
लोग क्या क्या नहीं कहा करते
जब कभी तुमसे हम मिला करते
इश्क़ क्या है ? फ़रेब खा कर भी
बारहा इश्क़ की दुआ करते...
आपका ब्लॉग पर
आनन्द पाठक
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उलझन
बोला गुरू से शिष्य, मेरी उलझन सुलझाइए।
अंतरंग परिचय मेरा, मुझसे कराइये।
मैं मन हूँ या तन हूँ, नूतन हूँ पुरातन हूँ।
मैं अपने को समझ न सका...
मन के वातायन पर
Jayanti Prasad Sharma
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अपेक्षा
1
बीज से वृक्ष की अपेक्षा
वृक्ष से फल की अपेक्षा
फल से पुनः बीज की अपेक्षा ...
सरोकार पर Arun Roy
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ऐसा है उपहार कहाँ......
नया वर्ष तम सारे हर ले
ऐसा है उपहार कहाँ
चले संग जो सदा हमारे
वह जीवन का सार कहाँ
धरती की ज्वाला ठंडी हो
नदिया में वह धार कहाँ...
मधुर गुंजन पर
ऋता शेखर 'मधु'
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शुभ प्रभात..
जवाब देंहटाएंआभार..
सादर....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आपका।