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गुरुवार, सितंबर 12, 2019

"शतदल-सा संसार सलोना" (चर्चा अंक- 3456)

मित्रों!
गुरुवार की चर्चा में आपका स्वागत है। 
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
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हवाएँ 

पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा  
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12 टिप्‍पणियां:

  1. जी , ये हिन्दी के रचनाकार हैं न जो ब्लॉग पर हिन्दी साहित्य का बखान कर रहे हैं ,यदि पता करें आप तो इनमें से अनेक के बच्चे अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में पढ़ रहे हैं। बच्चियाँ सितार नहीं गिटार बजा रही हैं।
    यह दोहरा चरित्र जब तक साहित्यिकारों का समाप्त नहीं होगा । अंग्रेजी की दासी बनी रहेगी हिन्दी।
    मुझे तो कभी- कभी हिन्दी का ढोल बजाने वाले ऐसे भद्र जनों से न जाने क्यों घृणा सी होने लगती है।
    क्षमा चाहता हूँ।

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  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति। आभार आदरणीय।

    जवाब देंहटाएं
  3. सुन्दर प्रस्तुतियां हार्दिक आभार आदरणीय आपकी सम्पूर्ण मंडली को

    जवाब देंहटाएं
  4. सुप्रभात आदरणीय 🙏)
    बहुत ही सुन्दर चर्चा प्रस्तुति,मुझे स्थान देने के लिए तहे दिल से आभार आप का
    प्रणाम
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  5. सलोना-सा सुन्दर अंक आज का. सबको बधाई

    जवाब देंहटाएं
  6. सुप्रभात
    उम्दा रचनाओं के लिंक
    मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद सर |

    जवाब देंहटाएं
  7. वाह ! बहुत ही सुन्दर सूत्रों से सुसज्जित आज का चर्चामंच ! मेरी प्रस्तुति को सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार शास्त्री जी ! सादर वंदे !

    जवाब देंहटाएं
  8. वाह ! एक से बढ़कर एक रचनाओं के सूत्र..आभार !

    जवाब देंहटाएं
  9. सादर प्रणाम शास्त्री जी, मेरे छोटे से प्रयास को मान देने के लिए और अपनी चर्चा में सम्मिलित करने के लिए बहुत बहुत आभार!

    जवाब देंहटाएं
  10. बहुत सुंदर प्रस्तुति सुंदर लिंक चयन शानदार चर्चा अंक।
    सभी रचनाकारों को बधाई।

    जवाब देंहटाएं

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