फ़ॉलोअर



यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, सितंबर 23, 2019

"आलस में सब चूर" (चर्चा अंक- 3467)

मित्रों!
सोमवार की चर्चा में आपका स्वागत है। 
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
--
--

सूक्ष्म कुहासा 

पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा 
--
--
--
--

ओ डी एफ पर प्रश्नचिन्ह  

ग्रामीण महिलाएँ 

प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा पिछले कार्यकाल में ओ डी एफ जैसी महात्वाकांक्षी योजना चलायी गयी, बड़े बड़े दावे किए गए कि ये योजना महिलाओं के सम्मान के लिए उठाया गया एक बहुत बड़ा कदम है और इसी साल ये घोषणा की गई है कि पूरा उत्तर प्रदेश ओ डी एफ घोषित किया जाता है जबकि सच्चाई कुछ और ही है..। 
! कौशल ! पर Shalini kaushik  
--
--
--
--
--

ब्लॉगिंग के 11 वर्ष  

 वह साल 2008 का था जब मेरा ब्लॉगिंग से परिचय हुआ था और वहीँ से दिशा मिली थी खुद को अपनी मर्जी से प्रकाशित करने की सुविधा।  इसमें ये कोई चिंता नहीं थी कि कोई पढ़ेगा या नहीं फिर भी धीरे धीरे लोग पढ़ने लगे और उस समय चल रहे ब्लॉग की सूचना देने वाले एग्रीगेटर थे और आज भी है जो  ब्लॉग के लिखने और उसके प्रकाशित होने की सूचना सबको देते थी। "हमारी वाणी" ने बहुत काम किया.. 
मेरा सरोकार पर रेखा श्रीवास्तव  
--
--

पिंजरे का पंछी  

मैं जीना चाहूं बचपन अपना,
पर कैसे उसको फिर जी पाऊं!
मैं उड़ना चाहूं ऊंचे आकाश,
पर कैसे उड़ान मैं भर पाऊं... 
आपका ब्लॉग पर Abhilasha 
--

३८१.  

खेल 


कविताएँ पर Onkar  
--

बहुत नाइंसाफ़ी है 

एक आध्यात्मिक संत ज़रा सा लौकिक क्या हुआलोगों ने तो हंगामा ही खड़ा कर दिया.
और फिर अगर कुछ जगह प्रधानमंत्री की अपील -
'बेटियां पढ़ाओबेटियां बचाओ'
को गलतफहमी में -
'बेटियां पढ़ाओ लेकिन उनको क़तई मत बचाओ'
समझ लिया गया तो उस पर इतनी हाय-तौबा मचाने की क्या ज़रुरत है... 
गोपेश मोहन जैसवाल 
--
--

कभी चंदन बन तो कभी,  

महकते बागों मे रहूँ 

 जी तो चाहता है उम्र भर  
तेरी मस्त निगाहों मे रहूँ... 
--
--
--

11 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात ,

    शानदार प्रस्तुति।

    जवाब देंहटाएं
  2. सुप्रभात आदरणीय 🙏
    बहुत सुन्दर प्रस्तुति
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. उम्दा चर्चा। मेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, आदरणीय शास्त्री जी।

    जवाब देंहटाएं
  4. सुप्रभात
    उम्दा चर्चा |
    मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार सहित धन्यवाद सर |

    जवाब देंहटाएं
  5. विविधता से परिपूर्ण सुन्दर प्रस्तुति .

    जवाब देंहटाएं
  6. सभी की रचनाएं एक से एक सभी को बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  7. सुप्रभात, पठनीय सूत्रों का संयोजन..आभार !

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत शानदार प्रस्तुति, शानदार लिंको का सुंदर गुलदस्ता,
    विविध रचनाकारों का सुंदर संगम, सभी सामग्री उच्चस्तरिय मेरी रचना को शामिल करने केलिए तहेदिल से शुक्रिया।

    जवाब देंहटाएं
  9. सुन्दर लिंक्स. मेरी कविता शामिल की. आभार.

    जवाब देंहटाएं

"चर्चामंच - हिंदी चिट्ठों का सूत्रधार" पर

केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथा सम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।