"चर्चा मंच" अंक-23 चर्चाकारः डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक" प्रविष्टियों के शीर्षक और चित्रों के साथ आज का "चर्चा मंच" सजाते हैं- (फैशन का भौंडा प्रदर्शन) ” | (खाक में तो मिल ही जाना है?)
| (कब तक बनाओगे….) | कौआ (कुछ ज्ञान ले लो भाई….)
| (सरदी के मौसम में ठीक ही तो कर रहे हैं)
| (इक बंगला बने न्यारा…..)
| (विश्वास करें……) | (फिल्मों मे देखा है…) | (विरासत हैं नैनीताल की) | (गुम-सुम हैं) | (राखी के तार…) | (मिल जायेंगे किसी मोड़ पर….) | वीर बहुटी उनके जाते ही घर मे उदासी सी छा गयी। उनके जाने पर मन म... (आज फिर ऐसी घड़ी भी आ गयी)
| (सैर कर दुनिया की गाफिल…….)
| (लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नही) | (आगे-आगे देखिए होता है क्या…….) | आज के लिए इतना ही..! |
चित्रमय सुंदर चर्चा -आभार
जवाब देंहटाएंवाह, बहुत उम्दा चर्चा...यहीं से एक एक करके सब जगह फेरा मार लिए...आभार आपका.
जवाब देंहटाएंशुक्रिया साहब ! अच्छी प्रस्तुति ! !
जवाब देंहटाएंवाह..चित्रमयी प्रस्तुती...!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर विस्तृत चर्चा ....!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन चर्चा
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया .. निर्मला कपिला जी के ब्लॉग का लिंक नहीं बना है !!
जवाब देंहटाएंनिर्मला कपिला जी के ब्लॉग का लिंक बना दिया है!
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया चर्चा!
जवाब देंहटाएंबच्चा ये नेक काम किया दरबार में भक्त ही भक्त नज़र आ रहे हैं
जवाब देंहटाएंवो सुकुल भी आ जाए तो ठीक है
बढिया फ़ोटू सहित चर्चा
जवाब देंहटाएंबहुत ही गजब की चर्चा शाश्त्रीजी.
जवाब देंहटाएंरामराम.
nice
जवाब देंहटाएंचित्रमय चर्चा अच्छी लगी
जवाब देंहटाएंबढिया चर्चा।
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सुरक्षा के नाम पर इज्जत को तार-तार...
बारिश की वो सोंधी खुश्बू क्या कहती है ?
चलिए चर्चा मंच में सबकी मंच मंच पता चल गयी!!!
जवाब देंहटाएंwaah !
जवाब देंहटाएंjai ho !
is baar to bilkul naye andaz mein bahut hi sundar charcha ki...........bahut badhiya.
जवाब देंहटाएंाज की चर्चा कमाल की लगी । धन्यवाद और शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन चर्चा शास्त्री जी !
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा..बधाई..
जवाब देंहटाएंवाह्! शास्त्री जी, चर्चा का ये अन्दाज भी बढिया रहा......
जवाब देंहटाएंचित्रमय सुंदर चर्चा -आभार
जवाब देंहटाएंसुंदर शैली-परिवर्तन!
जवाब देंहटाएंशीर्षक व फ़ोटो के माध्यम से प्रभावशाली चर्चा!
ओंठों पर मधु-मुस्कान खिलाती शुभकामनाएँ!
नए वर्ष की नई सुबह में, महके हृदय तुम्हारा!
संयुक्ताक्षर "श्रृ" सही है या "शृ", उर्दू कौन सी भाषा का शब्द है?
संपादक : "सरस पायस"
बेहद रोचक ।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा।
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