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IRFAN KHANमें तो घबरा गया था कि कहीं अमर सिंहजी ने राजनीति तो नहीं छोड़ दी!!फिर एक झोपड़ा बना लिया कल्याण सिंह ने!कपडे तो उतर गए ,अब मैडल भी छिनेगा!! |
दो कार्टून..........जरूर देखें.........फिर देखें...... |
कीर्तीश भट्ट के कार्टून
कार्टून : ... बोले तो अमरसिंह बिना सीट की साइकिल पे!!!???
कार्टून : ठण्ड मैं ऐसा भी होता है !!
कार्टून : ....बड़े आये थे तेलंगाना बनाने वाले !!!
कार्टून : कांग्रेसी कन्फ्यूज़न !!
कार्टून : "थ्री इडियट्स".....और एक ये !!! कार्टून : नववर्ष मंगलमय, दालमय, आलूमय, भिन्डीमय हो |
दस का दम..!!!आखिर प्रदेश का मामला है खा-पी कर लौटा लाल सन्डे होता तो ज्यादा टीक था.. |
कार्टूनिस्ट सम्मानितकार्टूनिस्ट चन्दर सम्मानितहाल ही में कार्टूनिस्ट चन्दर को पं. मदन मोहन मालवीय जयंती के उपलक्ष में अंशकालिक पत्रकार प्रोत्साहन पुरस्कार समारोह में ‘सर्वश्रेष्ठ कार्टूनिस्ट’ के रूप में सम्मानित किया गया।
2010
हर दिन शुभ दिन...शुभकामना!
बधाई
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शिबू सोरेन पर एक कार्टून .........................हैप्पी क्रिसमस ...............................संसद मैं थाली १२.५० की ...............एक कार्टूनएक कार्टून ...................... |
ब्लॉग वाणी के सभी मित्रों प्रशंसकों को सूचना कार्टून धमाका (120)दोस्तों, आज लंबे अंतराल के बाद आपके लिए कार्टून प्रस्तुत कर रहा हूँ, काफी दिनों से कार्टून नहीं बना पा रहा था, इन दिनों राजनीतिक हलचल पर भी मेरी नजर नहीं रही है , पर जल्द ही इस तरफ़ भी ध्यान दूँगा, आशा है आपका प्यार पहले की तरह मिलता रहेगा..आप सभी का आभार,अब मेरी बहन तेजी से स्वस्थ हो रही है.... आज का कार्टून धमाका (119)9 साल का नौनिहाल- बेहाल |
अँगुलियों के पोरों परमन में उल्लास छाया हौले से मैंने उसे उठाया बैठ अँगुलियों के पोरों पर मेरे आग का गोला उसने जैसे ही बरसाया गुम हो गया आखिर जीवन का अंधियारा सर्दी ये कैसी हायबर्फ जम गयी चेहरे पर छाई सफेदी है चहुँ ओर सूरज में चेहरा है खिल आया रौशनी ने है चमकाया बर्फ कि शीतलता ने नहलाया पर कहते सर्दी ये कैसी हा
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आज शुक्रवार है और सप्ताह के अंत में आने के साथ, यहाँ आर के लक्ष्मण के कार्टून से कुछ मज़ाक है. उन्हें बाहर की जाँच करें, मैं आपको उन्हें आनंद लेंगे यकीन है. |
एक साथ इतने और मजेदार कार्टून। वाह शास्त्री जी मजा आ गया।
जवाब देंहटाएंसादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
वाह .. मज़ेदार।
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी-आपने सभी कार्टुनिस्टों से एक जगह पर मिलवा दिया, बहुत अच्छा प्रयास है। आभार
जवाब देंहटाएंसुंदर अति सुंदर.
जवाब देंहटाएंरामराम.
ram ram sa tawa ji n tabbrara
हटाएंजबरदस्त -ये तो लक्ष्मण के भी कान कुतरते हैं
जवाब देंहटाएंजी वाह वाह -शात्री जी को सलाम !
शास्त्री जी बहुत बढ़िया लगा ढेर सारी कार्टूनों को यहाँ एक जगह पाकर ठहाके बंद ही नही हो रहे है..और चर्चा का यह अंक अपने बेहतरीन प्रस्तुति में से एक सभी कार्टूनिस्टों जी लोग से मिलकर बहुत अच्छा लगा..बधाई हो!!
जवाब देंहटाएंसादर अभिवादन! सदा की तरह आज का भी अंक बहुत अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंवाह शास्त्री जी, वाह...
जवाब देंहटाएंएक ही पोस्ट पर इतना गुदगुदा कर ख़ून बढ़ा दिया...
जय हिंद...
बहुत बडिया चर्चा बधाई
जवाब देंहटाएंwaah.......
जवाब देंहटाएंहमारा ब्लॉग जगत अच्छे अच्छे कार्टूनिस्टों से गुलजार है .. सबको एक जगह देखकर अच्छा लगा !!
जवाब देंहटाएंवाह्! कार्टूनमय चर्चा बढिया लगी!!!
जवाब देंहटाएंआभार्!
यदि ये कहूं कि चर्चा का एक संग्रहणीय अंक , तो अतिश्योक्ति नहीं होगी , बहुत ही सुंदर चर्चा शास्त्री जी
जवाब देंहटाएंबड़ी मेहनत से संग्रहित की गई पोस्ट के लिए बधाई सर जी ॥
जवाब देंहटाएंनए-नए ढंग का चर्चा में शामिल होने से
जवाब देंहटाएंआनंद भी नया ही मिलता है!
ओंठों पर मधु-मुस्कान खिलाती शुभकामनाएँ!
नए वर्ष की नई सुबह में, महके हृदय तुम्हारा!
संयुक्ताक्षर "श्रृ" सही है या "शृ", उर्दू कौन सी भाषा का शब्द है?
संपादक : "सरस पायस"
आज सभी कार्टूनिस्ट मित्रों को एक साथ एक ही मंच पर लाने के लिए शास्त्रीजी का आभार! ईमानदारी से किया गया सुन्दर प्रयास है ! फिर से आभार!
जवाब देंहटाएंसुन्दर,शानदार संग्रह। कार्टूनिस्ट साथियों को बधाई इत्ते अच्छे कार्टून बनाने के लिये।
जवाब देंहटाएंसभी कार्टूनिस्टों को बधाई!
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