"चर्चा मंच" अंक - 107 |
चर्चाकारः डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक |
आइए आज का "चर्चा मंच" सजाते हैं- |
ये लिंक्स ने मुझे अच्छे लगे हैं- |
या इलाही ये माजरा क्या है? ताऊ तो ब्लागर्स मीट का चैंपियन और खोजी पत्रकार है... ताऊ द्वारा अति गोपनीय ब्लागर्स मीट के भंडाफ़ोड की तैयारी : रामप्यारे - आज ना तो पहली अप्रेल बाकी बची है और ना ही मेरा किसी को बेवकूफ़ बनाने का इरादा है. मैं आपको ना तो *महफ़ूज मियां* के बारे मे कोई रिपोर्ट देने वाला हूं और ना ... |
सुधरा हुआ हास्य यहाँ भी तो है- वैशाखनंदन सम्मान प्रतियोगिता मे : श्री समीरलाल "समीर" - लेखक परिचय मोटापा बदनाम हो गया |
समीर लाल जी ने आज अतीत की यादों को कुरेदते हुए लिखा है- समेटना बिखरे भावों का- भाग २ - अभी १० दिन पहले ही इसका भाग १ प्रस्तुत किया था. देखता हूँ तो पाता हूँ कि अपने भावों को इतना बिखेर चुका हूँ यहाँ वहाँ कि समेटने में भी समय लगेगा. कुछ और स... |
जानता हूँ ये जिन्दगी आगे है, न जाने क्यूँ फिर भी, * | गुलाब की चाह जरुर, कोई मनचला होगा!! * |
सांप पालने का शौक है ये कोई शिगूफा तो नहीं!! * | मेरे पीने से परेशाँ लोगों, जिसे तलाशता हूँ मैं!! * |
स्वप्न मञ्जूषा शैल (अदा) जी को चर्चा मंच की सहयोगी के रूप में सम्मिलित होने के लिए साभार स्वागत करता हूँ! इनकी चर्चा आपको प्रत्येक बृहस्पतिवार को पढ़ने के लिए मिला करेगी!'अदा'राँची में पैदा हुई, दिल्ली थी कर्मभूमि अब ओट्टावा ....मेरा नाम स्वप्न मंजूषा 'अदा' Interests
My BlogsTeam Membersचर्चा मंच: महफूज़ मियाँ का जादू चल गया ......अमेरिका में भी.... - महफूज़ अली जी का जादू आज-कल जोर-शोर से चला हुआ है, अपनी शरीक-ए-हयात की तलाश में निकले हुए महफूज़ मियाँ, अमेरिका वालों का भी दिल लूट चुके हैं (हाय ..रब्... |
पं.डी.के.शर्मा"वत्स"जी को भी चर्चा मंच की सहयोगी के रूप में सम्मिलित होने के लिए साभार स्वागत करता हूँ! शीघ्र ही इनकी चर्चा आपको पढ़ने के लिए मिला करेंगी!My BlogsTeam Membersनुक्कड़ चर्चा मंच : कुछ इधर की, कुछ उधर की |
श्री रावेंद्रकुमार रवि पहले ही चर्चा मंच से जुड़ चुके हैं! इनकी चर्चा प्रत्येक रविवार को चर्चा मंच की शोभा बढ़ाती है! परिचय - रावेंद्रकुमार रवि नाम - रावेंद्रकुमार रवि जन्म - 02.05.1966 (बरेली) शैक्षिक योग्यताएँ- 1. एम.एस-सी. (गणित), रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली । 2. एल.टी. (विज्ञान), राजकीय रचनात्मक प्रशिक्षण महाविद्यालय, लखनऊ । 3. हिंदी में सृजनात्मक लेखन में डिप्लोमा, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली (सर्वोच्च स्थान, राष्ट्रपति द्वारा विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक से विभूषित) । प्रकाशन - 1983 से निरंतर लेखन एवं सभी विधाओं में रचनाओं का प्रकाशन । पहली बालकहानी नंदन में और पहली बालकविता अमर उजाला में प्रकाशित । यूनिसेफ और एकलव्य द्वारा एक-एक चित्रकथा-पुस्तक, नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया द्वारा सृजनात्मक शिक्षा के अंतर्गत गणित की गतिविधि-पुस्तक "वृत्तों की दुनिया" और सौ से अधिक जानी-पहचानी पत्रिकाओं, कुछ संकलनों व पत्रों के साहित्यिक परिशिष्टों में साढ़े तीन सौ से अधिक रचनाएँ प्रकाशित । एक-एक कहानी का राजस्थानी, सिंधी व अँगरेज़ी में अनुवाद । कुछ अंतरजाल पत्रिकाओं पर भी रचनाएँ प्रकाशित । रुचियाँ - साहित्य-सर्जन, छायांकन, बाग़वानी, पर्यटन । संप्रति - शिक्षक (विज्ञान/गणित), कंप्यूटर मास्टर ट्रेनर (इंटेल) । पत्र-संपर्क - राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, चारुबेटा, खटीमा, ऊधमसिंहनगर, उत्तराखंड, भारत - 262 308. स्थायी पता - कमल-कुंज, बड़ी बिसरात रोड, हुसैनपुरा, शाहजहाँपुर (उ.प्र.) - 242 001. दूरभाष (मोबाइल) - +919897614866. ई-मेल पता - Raavendra.Ravi@gmail.com संपादन - अंतरजाल-पत्रिकाएँ : सरस पायस और हिंदी का शृंगार, चर्चा मंच प्रकाशित पुस्तकें - 1. यूनीसेफ, लखनऊ द्वारा 2002 में प्रकाशित चित्रकथा-पुस्तक "चकमा"। 2. एकलव्य, भोपाल द्वारा 2003 में प्रकाशित चित्रकथा-पुस्तक "नन्हे चूज़े की दोस्त .. .."। 3. नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया द्वारा 2008 में सृजनात्मक शिक्षा के अंतर्गत प्रकाशित गणित की गतिविधि-पुस्तक "वृत्तों की दुनिया"। अनूदित रचनाएँ - 1. बालकहानी "नन्हे चूज़े की दोस्त .. .. " का श्री ताऊ शेखावाटी द्वारा राजस्थानी में । 2. बालकहानी "नन्हे चूज़े की दोस्त .. .. " का श्री हूँदराज बलवाणी द्वारा सिंधी में । 3. बालकहानी "जैसे को तैसा" का स्वयं अँगरेज़ी में । पुरस्कार (साहित्य) - स्वर्ण पदक विजेता, हिंदी में सृजनात्मक लेखन में डिप्लोमा, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, 2005 (डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, राष्ट्रपति, भारत द्वारा स्वर्ण पदक से विभूषित) पुरस्कार (शिक्षा) - 1. टीचर ऑफ द इयर-2004, उत्तरांचल टेक्नोलॉजी अवार्ड, विकासखंड विजेता, खटीमा (ऊधमसिंहनगर) 2. टीचर ऑफ द इयर-2003, उत्तरांचल टेक्नोलॉजी अवार्ड, मंडल विजेता, कुमाऊँ (उत्तरांचल) राष्ट्रीय स्तर पर कार्यशाला/संगोष्ठी में प्रतिभाग - लगभग दो दर्जन, जिनमें से प्रमुख हैं - 1. यूनिसेफ, लखनऊ / नेशनल बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली / नालंदा, लखनऊ द्वारा आयोजित लेखन कार्यशाला, 2002 (एक चित्रकथा-पुस्तक "चकमा" का चयन व यूनिसेफ, लखनऊ द्वारा प्रकाशित) 2. केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा द्वारा आयोजित "विविध भारतीय भाषाओं का बालसाहित्य" विषय पर सेमिनार व कवि सम्मेलन, 2003 ( कुमाउँनी व गढ़वाली बालसाहित्य पर आलेख-वाचन व कवि सम्मेलन में बालकविताओं का पाठ) 3. नेशनल बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली / नालंदा, लखनऊ द्वारा आयोजित गणित-लेखन कार्यशाला 2004 (एक पुस्तक "वृत्तों की दुनिया" का चयन व नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया, नई दिल्ली द्वारा 2008 में प्रकाशित) 4. सर्व शिक्षा अभियान, चमोली (उत्तरांचल) के अंतर्गत आयोजित राज्य स्तरीय बालसाहित्य लेखन कार्यशाला, जनवरी 2006 (कार्यशाला में तैयार कुछ कहानियाँ व कविताएँ प्रकाशित) 5. नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया, नई दिल्ली द्वारा देहरादून में पुस्तक मेला के अंतर्गत आयोजित बालसाहित्य संगोष्ठी, जून 2006 (संगोष्ठी का संयोजन, विषय - "समकालीन भारतीय बालसाहित्य के परिदृश्य में उत्तरांचल के बालसाहित्य : स्थिति, समस्या एवं संभावनाएँ" पर आलेख का वाचन और कवि सम्मेलन में कविताओं का पाठ) 6. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या - 2005 के आलोक में पाठ्यक्रम विकास कार्यशाला, एस.सी.ई.आर.टी., उत्तरांचल, नरेंद्रनगर, जुलाई 2006 (कक्षा - एक से पाँच तक के गणित के पाठ्यक्रम के निर्माण में सहयोग) 7. सांस्कृतिक स्रोत व प्रशिक्षण केंद्र, नई दिल्ली द्वारा "प्राकृतिक तथा सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में स्कूलों की भूमिका" पर कार्यशाला, सितंबर 2006 (मुख्य समारोह व उत्तरांचल की सांस्कृतिक प्रस्तुति का संचालन और "युवाशक्ति का पलायन : पहाड़ से मैदान की ओर" विषय पर प्रोजेक्ट प्रस्तुत) 8. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या - 2005 के आलोक में पुस्तक लेखन कार्यशाला, एस.सी.ई.आर.टी., उत्तरांचल, नरेंद्रनगर, ग.मं.वि.नि.ऋषिकेश, सितंबर 06 से दिसंबर 06 (पूर्व कार्यशाला में निर्मित कक्षा - एक से पाँच तक के गणित के पाठ्यक्रम पर आधारित पाठ्यपुस्तकों के लेखन में सहयोग) 9. राज्य विज्ञान महोत्सव 2006 में एस.सी.ई.आर.टी., उत्तरांचल की गणित प्रयोगशाला का संचालन, रा.बा.इ.कॉ., पंतनगर, 14 से 17 नवंबर 2006 10. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या - 2005 के आलोक में पुस्तक लेखन कार्यशाला, एस.सी.ई.आर.टी., उत्तराखंड, नरेंद्रनगर (टिहरी गढ़वाल) द्वारा डायट, रुड़की (हरिद्वार) में जून-जुलाई 2009 को आयोजित (कक्षा - चार और पाँच की गणित की पाठ्यपुस्तकों का लेखन) उन पत्र-पत्रिकाओं की सूची, जिनमें रचनाएँ प्रकाशित हो चुकी हैं - हिंदी पत्र-पत्रिकाएँ - नंदन, पराग, बालभारती, बालहंस, चकमक, बालवाणी, चंपक, धर्मयुग, साप्ताहिक हिंदुस्तान, मधुमती, इंद्रप्रस्थ भारती, हिमप्रस्थ, सुमन सौरभ, स्नेह, बच्चों का देश, बालमेला, बालवाटिका, उत्तर प्रदेश, समाज-कल्याण, विज्ञान प्रगति, पाठक मंच बुलेटिन (नेशनल बुक ट्रस्ट,इंडिया), देवपुत्र, अनुराग, हँसती दुनिया, प्रेरणा अंशु, अछूते संदर्भ, वीणा, अणुव्रत, बालमितान, बच्चे और आप, बालसाहित्य समीक्षा, रत्नलाल शर्मा न्यास की स्मारिका, विद्यामेघ, लोटपोट, लल्लू जगधर, मधु मुस्कान, सरिता, मुक्ता, सरस सलिल, गरिमा भारती, हिमालिनी, प्रगति निर्माण, प्रिय संपादक, सानुबंध, गरिमा भारती, जाह्नवी, नारायणीयम्, लोकगंगा, पंखुड़ी, कुछ कविता व कहानी संकलन, भास्कर (भोपाल), अमर उजाला (बरेली,मेरठ), चौथी दुनिया (दिल्ली), हिंदुस्तान (दिल्ली, लखनऊ), जनसत्ता (दिल्ली), नवभारत टाइम्स (दिल्ली), देशबंधु (रायपुर), जागरण (बरेली, कानपुर), पुनर्नवा-जागरण (कानपुर), राजस्थान पत्रिका (जयपुर), नई दुनिया (इंदौर), पायनियर (लखनऊ), स्वतंत्र भारत (लखनऊ), ट्रिब्यून (चंडीगढ़), अमृत प्रभात (लखनऊ), सहारा समय (लखनऊ), पंजाब केसरी (जालंधर), स्पूतनिक (लखनऊ), आज (वाराणसी), नव सत्यम् (बरेली), एक झलक (शाहजहाँपुर), इत्यादि । अँगरेज़ी पत्र-पत्रिकाएँ - लिटिल जेंट, नॉर्दर्न इंडिया पत्रिका (लखनऊ), रीडर्स क्लब बुलेटिन (नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया) । हिंदी अंतरजाल पत्रिकाएँ - सरस पायस, नन्हा मन, हिंदी का शृंगार, रचनाकार, सृजनगाथा। सिंधी पत्रिका - बाग़ बहार। रावेंद्रकुमार रवि, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, चारुबेटा, खटीमा, ऊधमसिंहनगर, उत्तराखंड (भारत) - 262 308. |
कुछ अद्यतन पोस्ट निम्नवत् हैं- |
सीक्रेट ऑफ हैप्पी मैरिड लाइफ़...खुशदीप - लो जी आज आपको तमाम उम्र शादी को सुखी बनाए रखकर खुश रहने का राज़ बताता हूं...क्या करूं घर वालों ने न जाने क्या सोच कर नाम खुशदीप रख दिया था...अब नाम को सार्.. | अपनी मर्जी की नहीं - आम घरों में बेटियाँ साल भर में बड़ी हो जाती हैं और निरंतर बड़ी होती जाती हैं मन की उम्र की कोई पहचान नहीं होती नहीं होता उसे प्यार करने का अधिकार उसकी .. |
आमीर खान को तो हमारे शहर के कुली तक़ टक्कर दे रहे हैं! - आमीर खान को तो हमारे शहर के कुली तक़ टक्कर दे रहे हैं!जी हां बिल्कुल सच कह रहा हूं।क्या?कल की पोस्ट है ये।नही भई अप्रेल फ़ूल वाली पोस्ट नही है ये।मैं श्त-प्र.. | “पढ़ना-लिखना मजबूरी है!” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक”) - *मुश्किल हैं विज्ञान, गणित, हिन्दी ने बहुत सताया है। अंग्रेजी की देख जटिलता, मेरा मन घबराया है।। * * भूगोल और इतिहास मुझे, बिल्कुल भी नही सुहाते हैं। ... |
रोंग नम्बर फ्रेंड - *जाने क्यों आज सुबह सुबह ही फिर मूड हुआ आप लोगों से बतियाने का ?* *किसी को बुरा कहना हो तो उसे फिर भी एक बार अवोइड कर भी जाऊं ,पर किसी में कोई विशेषता, अच्. | चीनी और महंगाई की जुगलबंदी (अविनाश वाचस्पति) - करिए इमेज पर क्लिक और पढि़ए मित्र वैसे मनाही तो दुश्मनों को भी नहीं है पर क्या करूं मैं मेरे दुश्मन ही नहीं हैं टिप्पणी देने के लिए यहां पर.. |
हम कब के मर गये थे ...!!! - हम कब के मरगये थे तेरे प्यार मे , अदायगी रसमे -जनाज़ा तो है ज़माने की, पता चल गया होता बहुत पहले, पर तूने कसम दी थी ना बताने की ,, बन गयी थी जिंदगी एक ब.. | गिद्ध दृष्ठि अब सफ़ेद हाथी के अस्थि-पंजरों पर !'कॉमन वेल्थ' यानि जतो नाम ततो गुण! सचमुच कुछ लोगो के लिए तो यह मानो हड़पने हेतु कॉमन वेल्थ जैसी ही है। यह किसी की व्यक्तिगत वेल्थ नहीं, बस कॉमन वेल्थ है। देश ने कॉमन वेल्थ के नाम से जिस सफ़ेद हाथी को पाला था। जब यह पैदा हुआ था तो लोगो को इसके माध्यम से पी.सी.गोदियाल |
सुप्रीम कोर्ट में भी महिलाओं के लिए आरक्षण - लोकसभा-विधानसभाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण के प्रयास बाद क्या न्यायपालिका में भी महिलाओं के लिए आरक्षण की जरुरत है. ऐसा तब सोचने की जरुरत पड़ती है, जब 29 ज.. | ये किस मोड़ पर ?.............भाग 2 - गतांक से आगे .................... निशि उस दिन जैसे ही कंप्यूटर पर चैट करने बैठी तो एक शख्स बार- बार उससे बात करने की कोशिश करने लगा . निशि के मना करने पर भ.. |
आज पहना दिया उसके गले में किसी और ने हारआज पहना दिया उसके गले में किसी और ने हार वह गुमसुम सा खड़ा है जिन्दगी को हार !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! हर्षित हैं शाख पर पत्ते झूम रही है डाली एक अर्से के बाद जो इस पर तूने जो झूला डाली M VERMA | त्यागपत्र : भाग 21पिछली किश्तों में आप पढ़ चुके हैं, "राघोपुर की रामदुलारी का परिवार के विरोध के बावजूद बाबा की आज्ञा से पटना विश्वविद्यालय आना ! रुचिरा-समीर और प्रकाश की दोस्ती ! फिर पटना की उभरती हुई साहित्यिक सख्सियत ! गाँव में रामदुलारी के खुले विचारों की कटु-चर्चा ! करण समस्तीपुरी |
हमें तलाश है ऐसे कपड़ो की जो . . .अमेरिका की यात्रा करना भी एक जद्दोजेहद से कम नहीं है। पता नहीं कितनी तैयारी करनी पड़ती है? ऐसा नहीं है कि अटेची उठाओ, चार साड़ी डालों और चल पड़ो। वहाँ जाने का मतलब है भारतीय वेशभूषा से अलग वस्त्र। हमारे राजस्थान में तो इतने रंगीन कपड़े पहने जाते हैं कि ajit gupta | GULDASTE - E - SHAYARI अगर मंज़िल को है पाना,हमेशा हौसला साथ रखना,अगर प्यार को है पाना,हमेशा एतबार साथ रखना ! Babli |
भावी पीढी के सही विकास के लिए आवश्यक मोह ममता ने ही उनका विकास बाधित किया है !! इस विविधता भरी दुनिया में प्रत्येक जीव जंतु के विकास के लिए प्रकृति की व्यवस्था बहुत सटीक है। प्राकृतिक व्यवस्था के हम जितने ही निकट होते हैं , हर चीज में संतुलन बना होता है। प्रकृति से हमारी दूरी जैसे ही बढने लगती है , सारा संतुलन डगमग होता जाता संगीता पुरी | जब नहीं आये थे तुम... - जब नहीं आये थे तुम तब भी तो तुम आये थे... आंख में नूर की और दिल में लहू की सूरत याद की तरह धड़कते हुये दिल की सूरत तुम नहीं आये अभी फिर भी तो तुम आये ... |
आज के लिए इतना ही! राम-राम!! |
आप तो सबसे तेज चैनल से भी तेज निकले.
जवाब देंहटाएंविस्तृत चर्चा....आपकी टीम के सदस्यों को बधाई
जवाब देंहटाएंये बढ़िया रहा..आभार!!
जवाब देंहटाएंविस्तृत चर्चा.....आभार!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया और विस्तृत चर्चा
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर और विस्तृत चर्चा के लिये आभार आपका.
जवाब देंहटाएंरामराम.
अब तो और भी नए-नए रूपों में
जवाब देंहटाएंचर्चा देखने को मिलेगी!
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मेरी तरफ से भी चर्चा मंच के
सभी नए सदस्यों का स्वागत है!
शानदार चर्चा,आभार आपका।
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar aur vistrit charcha.
जवाब देंहटाएंबड़ी विराट चर्चा..लगता है आज का सफ़र यहीं पूरा करना पड़ेगा.
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