"चर्चा मंच" अंक - 123 |
चर्चाकारः डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक” |
आज हमारा ब्रॉड-बैण्ड कनेक्शन काफी ठीक हो गया है! "चर्चा मंच" पर चर्चा लगाने में भी आनन्द रहा है! सबसे पहले तो मैं पुत्रीवत् स्वप्नमञ्जूषा शैल “अदा” को कल की सुन्दर चर्चा के लिए बधाई देते हुए- उनकी इस रचना को "चर्चा मंच" में प्रस्तुत कर रहा हूँ- काव्य मंजूषा ![]() वो जो दौड़ते से रस्ते हैं, ठहर जायेंगे... - वो जो दौड़ते से रस्ते हैं, तब सोचेंगे लोग कि वो किधर जायेंगे वो शहर बस गया है सहर से पहले ये गाँव ये बस्ती अब उजड़ जायेंगे पहुँचे हैं कगार... ठहर जायेंगे |
अब समीर लाल जी की उड़न तश्तरी .... में देखिए कि शब्दों के अर्थ से अनर्थ कैसे हो जाते हैं! ![]() शब्दों के अर्थ: करे अनर्थ - पड़ोस, याने दो घर छोड़ कर एक ग्रीक परिवार रहता है. मियां, बीबी एवं दो छोटी छोटी बेटियाँ. बड़ी बेटी ऐला शायद ४ साल की होगी और छोटी बेटी ऐबी ३ साल की. अक्सर ... |
इस सुन्दर और दिलकश् गजल को लेकर आई हैं डॉ.कविता'किरण'(कवयित्री) ![]() जिसकी आँखों में सिर्फ पानी है ..Jiski aankho me sirf pani hai... - ** * जिसकी आँखों में सिर्फ पानी है* * वो ग़ज़ल आपको सुनानी है * * * * लब पे वो बात **अब तो लानी है ** * * जो कि हर हाल में बतानी है * * कहीं आंसू कहीं तबस्... |
आज गज़लकार सुरेन्द्र “मुल्हिद ने भी एक शानदार गजल अपने ब्लॉग माई ओन क्रिएशन पर प्रकाशित की है! आइए इसका भी मजा ले ही लेते हैं- my own creation नज़र तू आया! - आज तेरी याद ने कुछ यूं सताया, लाख रोका दिल को पर भरता आया, तन्हाई दूर करने घूमने निकला, लहरों के साहिल पे खुद को चलता पाया, गहवारा(१) लहरों से चाँद निकलते दे.. |
भाई रतन सिंह शेखावत स्वतंत्रता समर के योद्धाओं की वीररस से ओत-प्रोत शृंखला प्रकाशित कर रहे हैं! आज इसमें पढ़िए- स्वतंत्रता समर के योद्धा : महाराज पृथ्वी सिंह कोटा - स्वदेश की स्वंत्रता के लिए आत्मोसर्ग करने में महाराज पृथ्वी सिंह हाडा का भी उर्जस्वी स्थान है | पृथ्वी सिंह कोटा के महाराव उम्मेद सिंह का लघु पुत्र और महार... Gyan Darpan ज्ञान दर्पण |
हरियाणा से सूर्यकान्त गोयल जी ने आज समाचार यह समाचार प्रकाशित किया है- समाचार:- एक पहलु यह भी ![]() असमंजस में कलम - मुझे एक मेल मिली. मेल पर लिखा था की असमंजस में कलम. में ज्यादा कुछ समझ तो नहीं पाया लेकिन यह टाइटल मुझे परेशान कर गया. सो मैंने बिना कोई देरी किये मेल खोली.. |
स्वप्निल कुमार 'आतिश जी दोहा जैसा कुछ नही सिर्फ दोहे ही लेकर आये हैं- दोहे जैसा कुछ 1-दिल की बस्ती छोड़कर, धूप गयी परदेस प्रीतम फिर भी आयेंगे , गोरी धोये केश 2- मैंने दिल को नाप कर , आज सिलाई सांस धड़कन पर कसती जाये , धक् धक् बोले मांस 3-चलते चलते राह में यूँ भी मिलना मीत आये जैसे होंठ पर , भूला बिसरा गीत 4-रहिमन धागा प्रेम का ,उलझा बन के…. कोना एक रुबाई का स्वप्निल कुमार 'आतिश |
महाजाल पर सुरेश चिपलूनकर जी पेण्टर हुसैन के गर्क कतर में प्रसिद्ध इस्लामिक वेबसाईट पर अंकुश और सरकारी दखल… यानी MF हुसैन एकदम सही जगह पहुँचे हैं… Islamic Country, MF Hussain, Freedom of Expression कतर की सरकार (जहाँ तथाकथित महान पेण्टर हुसैन गर्क हुए हैं) ने एक विश्वप्रसिद्ध इस्लामिक वेबसाईट पर अपरोक्ष दबाव बना लिया है और अब इसे “पूरी तरह” इस्लामिक बनाने का बीड़ा उठा लिया है। प्राप्त समाचार के अनुसार, शेख यूसुफ़ अल-करादवी नामक शख्स, “इस्लाम ऑनलाइन”…. (Suresh Chiplunkar) Suresh Chiplunkar |
भाई रवीन्द्रप्रभात जी! परिकल्पना ब्लॉगोत्सव 2010 के लिए हमारी शुभकामनाएँ भी परिकल्पना ब्लोगोत्सव गीत !! उत्सव गीत !! कल्पना का सूर्य मन पर छा गया है। अलख हमको भी जगाना आ गया है।। मातृभाषा की सजा कर अल्पना, रंग भरने को चली परिकल्पना, भारती के गान गाना आ गया है। अलख हमको भी जगाना आ गया है।।..... |
अदालत में लोकेश जी आज लेकर आये हैं- जंगली गधा अभयारण्य के बड़े हिस्से का उपयोग करने की हरी झंडी दी सुप्रीम कोर्ट ने अदालत लोकेश Lokesh |
कुछ और ब्लॉगों के लिंक नीचे दे रहा हूँ- |
कोबाल्ट हादसा बानाम आतंकियों की रिहर्सलनुक्कड़ LIMTY KHARE लिमटी खरे गत्यात्मक ज्योतिष | महादेवी वर्मा के घर में ठहरिए आलोक तोमर उत्तराखंड में नैनीताल से पैतीस किलोमीटर की लगभग सीधी चढ़ाई के बाद मुक्तेश्वर रोड पर आता है रामगढ़। अचानक लगभग मसूरी जितनी ऊंचाई पर इस खामोश गांव में लोगों की रूचि जागृत हुई हैं और अभी तक ग्राम पंचायत के अधीन रहने वाले इस बड़े से गांव में तीन…….विरोध ज्योतिष की सार्थकता |
कैट और रैट मैं शुभम सीमा सचदेव के.सी.वर्मा | पप्पू गूगल में पास, फेसबुक ने किया फेल !! अनकही रजनीश के झा (Rajneesh K Jha) नुक्कड़ -डॉ० डंडा लखनवी * * कर रहे थे मौज - मस्ती जो वतन को लूट के। रख दिया कुछ नौजवानों ने उन्हें कल कूट के।। सिर छिप... |
यह कोई चौंकाने वाली खबर नहीं संस्थाओं की सामान्य प्रक्रिया है- लखनऊ ब्लॉगर असोसिएशन के अध्यक्ष पद से महफूज़ अली का इस्तीफ़ा;नए अध्यक्ष सर्वश्री रविन्द्र प्रभात जीलखनऊ ब्लॉगर एसोसिएशन सलीम ख़ान |
"चर्चा मंच" के अन्त में चार ब्लॉग्स और यह कार्टून भी देखिए- |
कबीरा खडा़ बाज़ार में![]() लो क सं घ र्ष !: कुत्ता - मुझे जानवरों का कोई शौक नहीं है और न ही जानवरों में कोई दिलचस्पी। वे इसलिए कि जानवर पालने के लिए जानवर बनना जरूरी है, चाहे वह थोड़ी ही देर के लिए। यह जरूर .. नन्हें सुमन ![]() “नानी जी का घर” ** *मई महीना आता है और, * *जब गर्मी बढ़ जाती है।* *नानी जी के घर की मुझको, * *बेहद याद सताती है।।* * * *तब मैं मम्मी से कहती हूँ, * *नानी के घर जाना है।* *न... रविमन ![]() अनुरोध : रावेंद्रकुमार रवि - अनुरोध मेरा हृदय-सुमन पलकों में सजा सुमन बन जाओ! और सुमन में मेरे मन के सुर का गीत सजाओ! सुमन मैं भी बन जाऊँगा, तुम्हारा मीत कहाऊँगा! रावेंद्र... Apr 14, 2010 | Author: मनोज कुमार | Source: मनोज गयी जवानी फिर नहीं लौटे ! Apr 15, 2010 | Author: ख़बर आज की | Source: aidichoti (उपदेश सक्सेना) मनमोहनसिंह सरकार का मंत्रिमंडल 'शिव बारात' जैसा प्रतीत होने लगा है. मंत्रियों की आपसी खींचतान और धींगा मस्ती के चलते नित नए विवाद सुर्ख़ियों में आते रहते हैं. पी चिदंबरम, शरद पवार,ममता बैनर्जी, एसएम कृष्ण,वीरभद्र सिंह, विलासराव देशमुख, गुलामनबी आज़ाद,कमलनाथ, मुरली देवड़ा, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, सीपी जोशी, कुमारी शैलजा, एमएस गिल, एमके अलागिरी, श्रीप्रकाश जायसवाल, जयराम रमेश, शशि थरूर यह नाम केंद्रीय मंत्रिमंडल के उन सदस्यों के हैं जो सरकार की परेशानियों का सबब बनते रहे हैं. श ... | कार्टून : अगला कार्यक्रम 'थरूर की शादी' ...थोड़ी देर में![]() ![]() ![]() बामुलाहिजा >> Cartoons by Kirtish Bhatt उच्चारण "सच में!" घर और वफ़ा! - मोहब्बतों से घरों को दुआयें मिलतीं हैं, जो सच्चे लोग हैं उनको वफ़ायें मिलतीं है दर्द मिलने पे भी मुस्कुरा कर देखो! रोने वालो को कडवी दवायें मिलती है कभी ... |
आपके चर्चा मंच से हमेशा नए और अच्छे लिंक मिलते हैं....बढ़िया चर्चा....बधाई
ReplyDeleteआपकी चर्चा का
ReplyDeleteअंदाज़ तो हमेशा निराला ही रहता है!
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रंग-रँगीला जोकर
माँग नहीं सकता न, प्यारे-प्यारे, मस्त नज़ारे!
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संपादक : सरस पायस
मैं नत-मस्तक हूँ और आपके आशीर्वाद की आकांक्षी भी...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर चर्चा...सारे लिंक सार्थक हैं....
बहुतों को पढ़ा है ...और बाकी पढने जा रही हूँ...
हमेशा की तरह लाजवाब..
आपका बहुत आभार...
अप तो चर्चा के महारथी हो शास्त्री जी....
ReplyDeleteहर बात की तरह आज की चर्चा भी बेहतरीन रही....
Mehnat se kee gayi bahut badhiya charcha...
ReplyDeleteAabhaar...
मेरे मामूली शब्दो को अपने मंच पर स्थान प्रदान करने लिये दिल से धन्यवाद!
ReplyDeletenice
ReplyDeleteबढ़िया चर्चा
ReplyDeleteबढ़िया चर्चा!
ReplyDeleteबहुत दिलचस्प चर्चा है ! ढेरों लिंक मिले !
ReplyDeleteशानदार चर्चा...
ReplyDeleteबहुत लाजवाब.
ReplyDeleteरामराम.
guru ji meri rachna ko prakaashit karne ke liye dil se aabhaar....
ReplyDeleteaur bhi bahuton ko padhne ko mila...iske liye shukriyaa...
Your 'Selfless' Charcha is very useful indeed.
ReplyDeleteसुन्दर चर्चा आभार
ReplyDeleteबेहद उम्दा प्रयास है ये आपका ...कई सारी अच्छी चीज़ें पढने को मिली इस चर्चा मंच के ज़रिये..मेरी रचना को यहाँ शामिल करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया आप का...
ReplyDeletekirtish ji ko unke behtareen cartoons ke liye bahut bahut badhai.. :)
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeletethank u uncle----shubham sachdeva
ReplyDeleteबहुत ही सार्थक और विस्तृत चर्चा………………॥काफ़ी लिंक यहीं मिल गये…………………॥आभार्।
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