"चर्चा मंच" अंक - 164
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चर्चाकारः डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक” |
आज व्यस्तता बहुत अधिक हैं और स्वास्थ्य भी
कुछ ज्यादा ठीक नहीं है!
लेकिन चर्चा भी लगाना दिनचर्या का एक अंग है!
इसलिए केवल औपचारिकता भर निभा रहा हूँ!
कल इस चर्चा मंच की सहयोगी
श्रीमती वन्दना गुप्ता की तबियत खराब थी!
आज भी वो ऑन-लाइन नहीं दिखाई दी है!
आशा और कामना करता हूँ कि
इनका स्वास्थ्य शीघ्र ही ठीक हो जायेगा!
अगले सप्ताह से बहन संगीता स्वरूप जी
प्रत्येक मंगलवार को चर्चा मंच पर
साप्ताहिक कविता मंच सजाया करेंगी!
संगीता स्वरूप जी का
हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन करता हूँ!
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ताऊजी डॉट कॉम वैशाखनंदन सम्मान प्रतियोगिता में : सुश्री शैफ़ाली पांडे - प्रिय ब्लागर मित्रगणों, आज वैशाखनंदन सम्मान प्रतियोगिता में सुश्री शैफ़ाली पाण्डे की रचना पढिये. लेखिका परिचय :- नाम - शेफाली पांडे शिक्षा - एम्. ए. अर्थशा... |
अपनी बात... परीकथा सा सुन्दर, गंगाजल सा निर्मल.... - *गोवा की अधूरी पोस्ट पर इतनी झिड़कियां (स्नेहसिक्त) मिलीं, कि तुरन्त आगे का वृतांत लिखने बैठ गई.* *तो शुरु करूं? :)* पिछले कई सालों से इस्मत( ज़ैदी "शेफ़ा ... |
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मुसाफिर हूँ यारों तैयार है यमुनोत्री आपके लिए - अब जबकि चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है, शुरूआत यमुनोत्री से की जाती है। ज्यादातर लोग टूर ऑपरेटर से ही बुकिंग कराते हैं। टूर ऑपरेटर भारी भरकम राशि लेते हैं। ... |
मेरी भावनायें... इन्हें आता है - * * यह तो होना था ... मैं नहीं रही ! मेरी आँखों , मेरे स्वर मेरे स्पर्श की गर्माहट से सुरक्षित मेरे बच्चे शून्य में हैं ! यूँ समझा दिया था सब - 'जब भ... |
यशस्वी ब्लॉगर भवः !! - आज दिल्ली में ब्लॉगर मीट हो चुकी है. तरह तरह के विचार रखे गये. ऐसे वक्त में किसी भी और विचार से ज्यादा जरुरी यह विचार हो जा रहा है कि *जब लोग इस बारे में...
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Albelakhatri.com फ़िल्मों में काम पाने के लिए वह किसी का भी बिस्तर गर्म करने को तैयार है, क्या यह चिन्ता का सबब नहीं ? - आज एक ऐसी बात ने झकझोर कर रख दिया है दिमाग़ को कि न कुछ कहते बनता है और न कुछ लिखते बनता है...... | शिखा दीप क रे मन......... - रे मन पथिक तू किस ओर चला.........कहाँ जा रहा है यूँ..........किसके लिए इतना व्याकुल है....वो जो दूर से तेरी ओर आ रहा है.....पर कौन जाने वो किस लिए आ रहा है. |
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और अन्त में देखिए यह मजेदार कार्टून-
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साधुवाद इस चर्चा के लिये
जवाब देंहटाएंस्वास्थ्य का ध्यान रखें
शास्त्री जी आपकी चर्चामंच की प्रस्तुति लाज़वाब होती है सारी बेहतरीन पोस्ट यही पर मिल जाती है..प्रस्तुत के लिए आभार
जवाब देंहटाएंवन्दना जी शीघ्र स्वास्थय लाभ करें, शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा रही! आप भी स्वास्थय का ध्यान रखें, वो ज्यादा जरुरी है.
इस चर्चा में हर ख़ास अहमियत है
जवाब देंहटाएंसटीक चर्चा.....शीघ्र ही स्वास्थ लाभ हो ..आपको भी और वंदना जी को भी.....आभार
जवाब देंहटाएंachchi charcha...swastya ka khayal rakhiye...
जवाब देंहटाएंसंगीता स्वरूप जी का स्वागत.
जवाब देंहटाएंस्वास्थ्य का ध्यान रखें | सटीक चर्चा!
जवाब देंहटाएंस्वास्थ्य का ध्यान रखें | सटीक चर्चा
जवाब देंहटाएंबढिया चर्चा शास्त्री जी!
जवाब देंहटाएंब्लागिंग के साथ ही तनिक स्वास्थय का भी ध्यान रखें.....
बढिया चर्चा।
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा।
जवाब देंहटाएंस्वास्थ्य का ध्यान रखें।