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शनिवार, अक्टूबर 09, 2010

एक आलसी की चर्चा------>>>दीपक 'मशाल'


दोस्तों,
आजकल कुछ मैंने खुद को और कुछ मेरे काम ने मुझको अतिव्यस्त बना रखा है इसलिए ना चिट्ठे बांच पा रहा हूँ ना ही किसी और तरीके से ब्लॉगजगत में सक्रिय रह पा रहा हूँ.. वैसे आप चाहें तो इस असक्रियता को आलस का नाम भी दे सकते हैं.. :P       
फिर भी आपके बीच उपस्थिति दर्ज करानी आवश्यक है इसलिए हाल फिलहाल कुछ नए चिट्ठे जिन्होंने पिछले कुछ दिनों में हिन्दी चिट्ठों की दुनिया में पदार्पण किया है उनके स्वागत के लिए आपसे निवेदन करने आया हूँ.. अब आपके ऊपर है चाहें तो इस बिन मेहनत की चर्चा को चर्चा का नाम दीजिए या लिंक चेपने का.. :)
मगर फिर भी...... इतना यकीं है....(कि मुझे प्यार तुमसे... नहीं है नहीं है...  यल्लो जी गाना याद आ रहा है) कि आप अपने इन नए नवेले साथियों का(जिनमे से कुछ स्थापित टिप्पणीकार भी हैं) खुली बाहों और भावमय ह्रदय से स्वागत करेंगे-

चिट्ठाकार: रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा"
चिट्ठाकार: दीप
चिट्ठाकार: राजसमन्द के समाचार 
5. khuljaasimsim (http://khuljaasimsim.blogspot.com/) 
चिट्ठाकार: खुलजासिमसिम

चिट्ठाकार: धीरेन्द्र प्रताप सिंह दुर्गवंशी
चिट्ठाकार: बेदु
चिट्ठाकार: मीना जैन
चिट्ठाकार: मीना जैन
चिट्ठाकार: love being human

चिट्ठाकार: गगन गुर्जर "सारंग"
चिट्ठाकार: अमित-निवेदिता
चिट्ठाकार: सुशील कुमार शर्मा
चिट्ठाकार: श्रीवत्सन
चिट्ठाकार: संदीप देव 


चिट्ठाकार: मीडिया गुरु
चिट्ठाकार: देवेन्द्र गहलोद 
चिट्ठाकार: अर्गानिकभाग्योदय
चिट्ठाकार: आर.डी.गुप्ता 
चिट्ठाकार: www.saini.com

चिट्ठाकार: काएदाकानून 
चिट्ठाकार: काएदाकानून 
चिट्ठाकार: विभोर

चिट्ठाकार: तर्क 
चिट्ठाकार: हिंदी-विश्व

चिट्ठाकार: चोर पे मोर 
चिट्ठाकार: Human as God
चिट्ठाकार: देवसूफी राम कु० बंसल
चिट्ठाकार: परिव्राजक
चिट्ठाकार: विकास कुमार

चिट्ठाकार: प्रियंका राठौर 
चिट्ठाकार: रामेन्द्र सिंह भदौरिया
चिट्ठाकार: डा० अशोक गौतम
चिट्ठाकार: सिंहश्रद्धा 
चिट्ठाकार: राम प्रकाश वर्मा


चिट्ठाकार: मनीष 
चिट्ठाकार: तन्हा 
चिट्ठाकार: अशरफ अलुंगल 
चिट्ठाकार: राजीव सिंह
चिट्ठाकार: मो. इफ़्तेख़ार अहमद 

चिट्ठाकार: नीलोत्पल 
चिट्ठाकार: अज़ीज़ रहमान 
चिट्ठाकार: s
चिट्ठाकार: ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री"
चिट्ठाकार: ऋषिकेश शर्मा (वेंकटेश)


चिट्ठाकार: देश अपरिमेय
चिट्ठाकार: जहाँगीर राजू
चिट्ठाकार: मनोज सिंह
चिट्ठाकार: महेंद्र वर्मा 
चिट्ठाकार: राजीव यमुनानगरवासी


अब चलता हूँ...
आज्ञा दीजिए.

आपका-
दीपक 'मशाल' 
 (साभार-चिट्ठाजगत)
चित्र- कभी लिए थे मस्ती में..

24 टिप्‍पणियां:

  1. A good bunch collection of creative blogs.But some more useful blog are left...Thanks

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  2. 50 चिट्ठों का लिंक देने के बाद भी आलसी।
    --
    बढ़िया व्यंजना है।

    जवाब देंहटाएं
  3. @ अब चलता हूँ...
    आज्ञा दीजिए.
    कहां चल दिए। आप तो अलसाए थे ना!
    और आलस-आलस में हाफ़ सेंचुरी!!

    बहुत अच्छी प्रस्तुति।
    या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता।
    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
    नवरात्र के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!

    फ़ुरसत में …बूट पॉलिश!, करते देखिए, “मनोज” पर, मनोज कुमार को!

    जवाब देंहटाएं
  4. ब्लॉग जगत के गहरे सागर से आप इतने मोती चुन लाये आपका श्रम स्तुत्य है ! आशा है इनकी पठनीय रचनाओं से सभी पाठक लाभान्वित होंगे ! आपका बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार !

    जवाब देंहटाएं
  5. आज की चर्चा...गुणवत्ता की ऊँचाई की मिसाल बनने योग्य है...
    ऐसे ऐसे लिंक्स को शामिल किया...जो सचमुच अमूल्य हैं...
    बहुत ही अच्छी प्रस्तुति है आज ..दीपक...बेमिसाल...!

    जवाब देंहटाएं
  6. bahut achhe links hain saare...agar ye aalas hai to bas yun hi aalsi bane rahen... :) aabhar

    जवाब देंहटाएं
  7. अगर आप आलस में ५० रन बना रहे हैं तो फिर यदि आप बिना आलस के चर्चा पोस्ट बनायेंगे. तो आप शतक नहीं बनायेंगे आप १००० रन बना सकते हैं :)
    बहोत ही अच्छी चर्चा

    जवाब देंहटाएं
  8. व्यस्त होने के बाद भी ,आपने चर्चा के लिये समय निकाला और अच्छी चर्चा की इसके लिये आभार ।

    जवाब देंहटाएं
  9. अगर आलसी का ये हाल है तो फिर तुम जब बिना आलस के करोगे तो शतक ही लगाओगे……………बेहद उम्दा और खूबसूरत चर्चा ………………।कहाँ से ढूँढकर लाये हो इतने नये लिंक्स्………………कुछ पढ लिये बाकी बाद मे और कुछ फ़ोलो भी कर लिये………………आभार्।

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  10. बाह भाई थोडा सी कमी रह गयी. थोडा सा मूडियाये होते तो सेंचुरी पक्की थी.फिर भी इतने सारे लिंक दे गयें कि आभार के पात्र अपने आप बन गये है व मैन आफ द चर्चामंच आप को.........

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  11. दीपक जी ,
    नए चिट्ठाकारों से परिचय कराने का आपका प्रयास नि:संदेह प्रशंसनीय है ..
    लेकिन एक ही प्रश्न मन में आ रहा है कि मात्र तीन दिन के चिट्ठा जगत से प्राप्त नए चिट्ठों की जानकारी हेतु मेल ही क्यों लिए आपने ?
    पूरे सप्ताह के लेते तो पाठकों को सप्ताह भर के नए चिट्ठों के लिंक मिल जाते और आपका शतक भी आसानी से लग जाता ..

    खैर यह भी कम नहीं हैं ..नए चिट्ठाकारों को सब तक पहुंचाने के लिए शुक्रिया

    जवाब देंहटाएं
  12. thnx for introducing the new & fresh fragrance of blogging..... keep on ...achha lagta hai ye alsipan. jo kuchh na karte hue b bahut kuchh karta hai. hmm!!

    जवाब देंहटाएं
  13. ताऊ पहेली ९५ का जवाब -- आप भी जानिए
    http://chorikablog.blogspot.com/2010/10/blog-post_9974.html

    भारत प्रश्न मंच कि पहेली का जवाब
    http://chorikablog.blogspot.com/2010/10/blog-post_8440.html

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  14. बहुत सारे नए लिंक्स ...
    आलसी की कर्मठ चर्चा के लिए बहुत बधाई ...!

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  15. एक आलसी भी इतने अच्छे लिंक दे सकता है.. आज जाना :)

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  16. aalsi ha ha ha.. aap kaise alshi ho sakte hai.. 50 citthe vaach kar post banayi..bahut sundar..
    मेरे ब्लॉग में भी आप जरूर आयें और अपने विचार दें |
    मेरा ब्लॉग -
    http://amritras.blogspot.com

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  17. आनन्द आ गया आलसी जी !

    बहुत बढ़िया और कारीगरीपूर्ण पोस्ट का उदाहरण !

    जय हो !

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  18. मेरे ब्लॉग ‘शाश्वत शिल्प‘ को चर्चामंच में शामिल करने के लिए धन्यवाद।

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  19. अमां बच्चा लाल ये आलस था तो भईये एक दिन फ़ुर्ती भी दिखला ही दो ताकि कम से कम पता तो चले कि उहां का खा रहे हो जौन अईसन आलस और अईसन फ़ुर्ती मिल रहा है ..जियो मेरे लाल

    जवाब देंहटाएं
  20. अमां बच्चा लाल ये आलस था तो भईये एक दिन फ़ुर्ती भी दिखला ही दो ताकि कम से कम पता तो चले कि उहां का खा रहे हो जौन अईसन आलस और अईसन फ़ुर्ती मिल रहा है ..जियो मेरे लाल

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