जाने वाले जब छोडकर चले जाते हैं
आंसू आँखों से फिर बेहिसाब आते हैं .
इस सच से रू-ब-रू हुआ हूँ ,पिछले वीरवार चर्चा प्रस्तुत न करने की वजह चचेरी बहन का निधन था ,हालांकि मेरी तबियत भी ठीक नहीं थी फिर भी शारीरिक रूप से ज्यादा मानसिक रूप से मैं चर्चा करने के लिए तैयार नहीं था .आज दुःख कम हो गया है ,ऐसा नहीं है ,लेकिन जिन्दगी कब रूकती है किसी के जाने के साथ और कब जाया जाता है किसी के साथ ,हाँ जिन्दगी से मिले जख्म वक्त के साथ भर जाते ,इसी मरहम का इतंजार है ,फिलहाल तो बिछड़ा हुआ चेहरा आँखों के सामने घूमता है .
ये तो रही मेरी दुःख गाथा ,अब चलते हैं चर्चा की तरफ
सबसे पहले बात करते हैं पद्य रचनाओं की
- देखिए गुलमोहर की छटा जापानी विधा चोका के साथ रचनाकार पर .
- अब पढ़िए वर्षा, सावन, मेहँदी की बात करती डॉ. वर्षा सिंह की ग़ज़ल
- कुछ ऐसी अपनी बात रहे ---- गजल पढिए और जानिए कैसी अपनी बात रहे.
- घड़ी भर को खिले फूल बिखर जाएंगे -- सच का बयाँ करती ग़ज़ल.
- कहीं कुछ खटकता है .----- ऐसा क्यों होता है ?-------यही तो पूछ रही हैं आशा जी.
- गठबंधन सरकार और आधुनिक परिवारों का हाल बता रहे हैं नवीन जी कुंडलिया छंद के माध्यम से.
- सब कुछ पाकर भी कुछ-न-कुछ कमी तो रह ही जाती है -- कुछ ऐसे ही जज्बात हैं रविकर जी के.
- जीवन की पगडंडियों पर निशान छोड़ने की बात कर रही हैं आलोकित जी.
- क्यों चाहता है कदमों के निशां होना --- कुछ ऐसी सोच मेरी है.
- ख़त के जवाब का इंतजार है आरंभन ब्लॉग पर.
- अमृतरस ब्लॉग पर कुछ बैचनी सी है , देखिएगा.
- टी.वी. और बीवी में अंतर होता है या नही ---बता रहे हैं डॉ. राजेन्द्र तेला.
- आम के बाद अब मौसम है आलू बुखारे का --ये कहाँ-कहाँ होते है और कैसे-कैसे होते हैं जानिए कविता के द्वारा .
- जो है वो सब एक धोखा है ---कभी आपने सोचा है ,अगर नही तो पढिए इसे और सोचिए.
- जब दिल हो बेशर्म तो क्या करें --- पढ़िए आरज़ू ब्लॉग पर .
अब देखते हैं गद्य रचनाएं
- शुरुआत करते हैं चाणक्य रचित सूक्तियों से .
- चवन्नी - अठन्नी की बात कर रहे हैं अविनाश वाचस्पति जी.
- टोंसिल हर बदलते मौसम में समस्या बनकर उभरते हैं -टोंसिल्स का घरेलू उपचार बता रहे हैं डॉ. जोगा सिंह.
- अभिव्यंजना ब्लॉग पर है हैदरावाद की रोचक यात्रा ,तस्वीरों के साथ.
- ऊटी से मैसूर , राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या ६७ की प्राकृतिक छटा ---चित्रों सहित वर्णन कर रहे हैं डॉ. टी.एस.दराल
- टी.वी. पर चल रहे धारावाहिक औरत की छवि बिगड़ रहे हैं --- यह कहना है डॉ. मोनिका जी का.
- सहायता करने का सिला क्या मिलता है --- बता रहे हैं एस.एम.मासूम जी
अंत में एक पेनाल्टी स्ट्रोक.
आज की चर्चा में बस इतना ही .
धन्यवाद
शुभप्रभात दिलबाग जी ..आपकी बहन के निधन पर शोक प्रकट करती हूँ ...ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें ...
जवाब देंहटाएंजीवन आगे चलता है और उसी में भलाई भी है ..
बहुत बढ़िया चर्चा है आज की ...कुछ लिंक्स जो हमेशा पढ़ती हूँ छूट गए थे ...आज पढ़ लेती हूँ ...शुक्रिया..
हार्दिक श्रद्धांजलि दिवंगता को।
जवाब देंहटाएंप्रिय विर्क जी !
जवाब देंहटाएंआपकी बेदना के साथ ,मेरी गहरी संवेदना है ,हुतात्मा को परमात्मा शांति दे ,पीछे परिवार को सहन शक्ति बख्से .../बावजूद आपकी दिलेरी ,आपने अपने साहित्य -धर्म को निबाहा , जो प्रशंसनीय है / आपके कर्त्तव्य -निर्वहन ,व सुन्दर प्रस्तुति दोनों को सम्मान .../
सचमुच समय सबसे बडा मरहम है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे!
जवाब देंहटाएंदिवंगत आत्मा के लिए श्रद्धा-सुमन ||
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा ||
आभार ||
आपके चचेरी बहन के निधन की खबर पढ़कर दुःख हुआ.ईश्वर के आगे किसी की नहीं चलती,ये सोच कर तसल्ली करनी ही पड़ती है .उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि.
जवाब देंहटाएंदिवंगत आत्मा के लिये विनम्र श्रद्धांजलि ..।
जवाब देंहटाएंबहुत ही दुखद समाचार है यह.
जवाब देंहटाएंभगवन उनकी आत्मा को शांति दे
अच्छी रचना| आभार ||
हार्दिक श्रद्धांजलि दिवंगता को।
जवाब देंहटाएंबहुत ही दुखद समाचार है यह.
जवाब देंहटाएंभगवन उनकी आत्मा को शांति दे..हार्दिक श्रद्धांजलि..
बहुत ही अच्छी चर्चा .. आभार ।
जवाब देंहटाएंप्रथमतः आपकी बहन को भावभीनी श्रद्धांजलि और आपने आज जो लिंक लगाया पूरा पढ़ गया बहुत सुन्दर लिंक थे सभी...आभार और बधाई
जवाब देंहटाएंदिवंगत आत्मा के लिए श्रद्धा-सुमन ||
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा ||
आभार ||
dukh ki is ghadi me bhi aapki ye prastuti sarahniy hai.aapki chacheri bahan ke bare me padhkar bahut dukh hua bhagwan kare unki aatma ko shanti mile.
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक ...
जवाब देंहटाएंचर्चा बहुत अच्छी रही बधाई |आभार मेरी रचना शामिल करने के लिए
जवाब देंहटाएंआशा
आज पूरे चौबीस घंटे के बात नेट पर आया हूँ।
जवाब देंहटाएं--
सुन्दर और संतुलित चर्चा के लिए आभार!
आशा करता हूँ की एक दिन मुझे भी आपके इस प्रष्ठ मे स्थान मिलेगा
जवाब देंहटाएंईश्वर आपको और समस्त परिजनों को धैर्य दें...
जवाब देंहटाएंआपकी कर्मठता वन्दनीय है....
दिलबाग जी, आपकी बहन के निधन पर गहरी संवेदना,हार्दिक श्रद्धांजलि. श्रद्धा-सुमन अच्छी चर्चा..सुन्दर लिंक, आभार
जवाब देंहटाएंआपके चचेरी बहन के निधन की खबर पढ़कर दुःख हुआ.हार्दिक श्रद्धांजलि.
जवाब देंहटाएंऐसे दुखद समय में भी आपके कर्त्तव्य -निर्वहन के प्रति श्रद्धानत हूं.
मेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए आपको हार्दिक धन्यवाद!
भाई दिलबाग विर्क जी!
जवाब देंहटाएंआपकी बहन के निधन का दुखद समाचार सुन कर मन व्यथित हो गया!
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परमपिता परमात्मा से उनकी आत्मा की शान्ति और सदगति की प्रार्थना करता हूँ!
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आपके दुख में मैं भी बराबर का साझीदार हूँ!
आपकी बहन के निधन पर शोक प्रकट करती हूँ ...ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें ...
जवाब देंहटाएंहार्दिक श्रद्धांजलि...
श्रद्धांजलि....
जवाब देंहटाएंअच्छी रही चर्चा....
बहुत ही दुखद समाचार है.
जवाब देंहटाएंहार्दिक श्रद्धांजलि.
धन्यवाद ,
जवाब देंहटाएंअब सबको टीवी और बीबी में फर्क पता चल गया होगा
परिवार में हुयी क्षति के लिए मेरी हार्दिक श्रद्धांजलि
aapki charcha 'Nice' hai.
जवाब देंहटाएंबहुत ही दुखद समाचार है यह...
जवाब देंहटाएंहार्दिक श्रद्धांजलि...
आपके चचेरी बहन के निधन की खबर पढ़कर दुःख हुआ|परमात्मा से उनकी आत्मा की शान्ति की प्रार्थना करती हूँ!
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए आपको हार्दिक धन्यवाद!
tonsils ko charcha manch par lakar vistaar dene ke liye dhanwad virak ji .dukhbhare samay m paramatama divangat atama ke sath ho,aapko ye sadama sahan karane ki taqat bakshe .
जवाब देंहटाएंश्रद्धांजलि
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