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Saturday, July 16, 2011

चर्चा मंच पे मेरी पहली पेशकश एस एम् मासूम

मुझे यह ब्लॉगजगत एस एम् मासूम के नाम से जानता है और अमन के पैग़ाम के नाम से पहचानता भी है.जब बोलता हूँ तो बेज़बान हो जाता हूँ और चुप रहता हूँ तो अल्लाह को याद करके इंसान बन जाता हूँ. सामाजिक सरोकारों  से जुड़ के काम करना पसंद करता हूँ. अपनी लेखनी का इस्तेमाल सामाजिक उत्थान  के लिए अधिक करता हूँ. अपना तो काम है जो भी प्यार से मिला बस उसी के हो लिए. आशा है आप सभी को मेरी पसंद से कुछ हासिल अवश्य  होगा. Picture 043
सबसे पहले आज पढ़िए  अग्निमन  नाम  के ब्लॉग का एक ऐसा लेख़ जो औरत के दर्द को सामने लाता है. अगले जनम मोहे बिटिया नहीं कीजों image
आज कल लोग ईयरफोन का इस्तेमाल बहुत करने लगे हैं. पढ़िए स्वास्थ  से जुडी कुछ बातें जो शायद आप को इसके इस्तेमाल को कम करने पे विवश कर दे. image
मा पलायनम ! नाम के ब्लॉग से डॉ मनोज मिश्रा जी एक शतक तक हिन्दुस्तान की राजधानी रहे जौनपुर के इतिहास के बारे मैं आप सभी को बता रहे हैं. image
आज वीणा जी के ब्लॉग कुछ अनुभव, कुछ अहसास, कुछ शब्द, कुछ चित्र से उनके ख्यालात आज किताबों के इस्तेमाल को कम होते देख के.मैंने भी किसी किताब मैं आज तक एक गुलाब रखा हुआ है 18068_103232239699228_100000373585537_79884_1172867_n
देखिये एक पत्रकार को जो आप को बता रहे हैं समज मैं अच्छे लोग भी रहते हैं.
डा0 लालबहादुर ने मौत के मुंह से निकाल लिया एक मासूम बालक कों
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मुंबई के ताजा सीरियल ब्लास्ट के बाद नेताओं के मुखार-बिन्दु से निकले गए उवाच और उन पर कॉमन-मैन का दर्द बयान करते खुशदीप सहगल साहब को पढ़ें khush2
दामाद बनाया है कसब को तो कीमत तो चुकानी पाएगी, कह रही हैं वंदना जी अपने अंदाज़ मैं. vandanaji
ज़रा देखें रविकर जी  शास्त्री जी और शर्मा जी से प्रेरणा लेते हुए बेहतरीन अंदाज़ मैं बहुतकुछ  कह रहे हैं. बाबा बहुत बुलाये रे DSC01665
काला धन, सफेद धन, निर्धन की बात पधिएँ और हंस भी लें अब ज़रा
Pramod Tambat
‘‘वर्षा ऋतु’’ का मज़ा लेते हुए गुरुदेव (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’ छम-छम वर्षा आई। रेंग रही हैं बहुत गिजाई।। डॉ साहब का प्रकृति प्रेम ही  मुझे उनको गुरु मानने पे मजबूर करता है. rcsabhuchcharan copy
*काव्य-कल्पना*: करो तुम खुद पे भरोसा इतना: "करो तुम खुद पे भरोसा इतना, कभी भी झुकाना पड़े ना सर अपना, 100_020
मेरे ह्रदय ने कहा  है मुझसे कि वो मेरी संवेदना को मरने नहीं देगा Copy of DSC03946
और अंत मैं  कम्पयूटर से परिचय करवाते हुए अलविदा अगले शनिवार को इंशाल्लाह  फिर मिलेंगे  little_orange_guy_e0

23 comments:

  1. जबरदस्त प्रस्तुति ||

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  2. कम्पयूटर से परिचय--
    comments likhne ki prakriya badi kathin hai |

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  3. हिंदी ब्लॉगर्स फोरम इंटरनेशनल पर चर्चामंच का लिंक लगा है , आज अचानक उसमें आपका चेहरा नज़र आया तो याद आया कि आज चर्चा आप करेंगे । यहाँ आया तो एक अच्छी चर्चा भी मिल गई और कमेँट भी पहला ही हो जाता लेकिन रविकर जी बाज़ी मार ले गए।
    शुक्रिया ।

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  4. सुंदर प्रस्तुति .....हार्दिक शुभकामनाएं ......

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  5. सुन्दर चर्चा बेहतरीन लिँक्स...बधाई

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  6. बेहतरीन लिँक्स...बधाई..............

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  7. आपकी चर्चा के ये बेहतरीन अंदाज़ हैं...

    मेरी पोस्ट के ज़िक्र के लिए शुक्रिया....

    जय हिंद...

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  8. सुंदर प्रस्तुति .

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  9. बेहतरीन प्रस्तुति।

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  10. अच्छी शुरुआत ,अच्छे लिंक ,सुंदर चर्चा ,आभार

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  11. सुंदर प्रस्तुति .....हार्दिक शुभकामनाएं ......

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  12. रोचक अन्दाज़ मे की गयी पहली चर्चा के साथ आपका चर्चा मंच पर स्वागत है।

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  13. रोचक अन्दाज़ मे की गयी पहली चर्चा!
    अच्छे लिँक्स..
    हार्दिक शुभकामनाएं!

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  14. वाह , बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं

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  15. naye andaj me prastut charcha .pratham prastuti par hardik shubhkamnayen .

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  16. वाह .. बहुत ही बढि़या प्रस्‍तुति ।

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  17. mahendra श्रीवास्तव @ आप ने समय दिया और सुझाव दी उसके लिए धन्यवाद्. आप के सुझावों का हमेशा स्वागत है.
    .
    मैं अपनी चर्चा मैं तारीख नहीं लेख़ कैसे हैं यह देखता हूँ. वैसे १३ मैं से ८ तो १५ तारिख के ही हैं और बाकी २-३ दिन पुराने. हाँ मैं इस बात से सहमत हूँ की चर्चाकार यदि चाहे तो अपने लिंक भी दे सकता है लेकिन मैंने जो अपने लिंक दिया हैं वो मेरा तार्रुफ़ है क्यों की यह मेरी पहली चर्चा है.
    आशा है बात आप अपने सुझावों पे एक बार फिर से ध्यान देंगे.
    सादर
    एस एम् मासूम

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  18. masoon ji shaandar sanklan!
    badhai swikare! mane pehli bar lagbahg sbhi rachnaye padhi1

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  19. ज़नाब एस.एम.मासूम जी चर्चा मंच पर इस शानदार चर्चा के लिए आपको बधाई!
    --
    मैं चर्चा मंच की समस्त टीम की ओर से आपका स्वागत और अभिनन्दन करता हूँ!

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