मुझे यह ब्लॉगजगत एस एम् मासूम के नाम से जानता है और अमन के पैग़ाम के नाम से पहचानता भी है.जब बोलता हूँ तो बेज़बान हो जाता हूँ और चुप रहता हूँ तो अल्लाह को याद करके इंसान बन जाता हूँ. सामाजिक सरोकारों से जुड़ के काम करना पसंद करता हूँ. अपनी लेखनी का इस्तेमाल सामाजिक उत्थान के लिए अधिक करता हूँ. अपना तो काम है जो भी प्यार से मिला बस उसी के हो लिए. आशा है आप सभी को मेरी पसंद से कुछ हासिल अवश्य होगा. |
सबसे पहले आज पढ़िए अग्निमन नाम के ब्लॉग का एक ऐसा लेख़ जो औरत के दर्द को सामने लाता है. अगले जनम मोहे बिटिया नहीं कीजों |
आज कल लोग ईयरफोन का इस्तेमाल बहुत करने लगे हैं. पढ़िए स्वास्थ से जुडी कुछ बातें जो शायद आप को इसके इस्तेमाल को कम करने पे विवश कर दे. |
मा पलायनम ! नाम के ब्लॉग से डॉ मनोज मिश्रा जी एक शतक तक हिन्दुस्तान की राजधानी रहे जौनपुर के इतिहास के बारे मैं आप सभी को बता रहे हैं. |
आज वीणा जी के ब्लॉग कुछ अनुभव, कुछ अहसास, कुछ शब्द, कुछ चित्र से उनके ख्यालात आज किताबों के इस्तेमाल को कम होते देख के.मैंने भी किसी किताब मैं आज तक एक गुलाब रखा हुआ है |
देखिये एक पत्रकार को जो आप को बता रहे हैं समज मैं अच्छे लोग भी रहते हैं. डा0 लालबहादुर ने मौत के मुंह से निकाल लिया एक मासूम बालक कों |
मुंबई के ताजा सीरियल ब्लास्ट के बाद नेताओं के मुखार-बिन्दु से निकले गए उवाच और उन पर कॉमन-मैन का दर्द बयान करते खुशदीप सहगल साहब को पढ़ें |
दामाद बनाया है कसब को तो कीमत तो चुकानी पाएगी, कह रही हैं वंदना जी अपने अंदाज़ मैं. |
ज़रा देखें रविकर जी शास्त्री जी और शर्मा जी से प्रेरणा लेते हुए बेहतरीन अंदाज़ मैं बहुतकुछ कह रहे हैं. बाबा बहुत बुलाये रे |
काला धन, सफेद धन, निर्धन की बात पधिएँ और हंस भी लें अब ज़रा |
‘‘वर्षा ऋतु’’ का मज़ा लेते हुए गुरुदेव (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’ छम-छम वर्षा आई। रेंग रही हैं बहुत गिजाई।। डॉ साहब का प्रकृति प्रेम ही मुझे उनको गुरु मानने पे मजबूर करता है. |
*काव्य-कल्पना*: करो तुम खुद पे भरोसा इतना: "करो तुम खुद पे भरोसा इतना, कभी भी झुकाना पड़े ना सर अपना, |
मेरे ह्रदय ने कहा है मुझसे कि वो मेरी संवेदना को मरने नहीं देगा |
और अंत मैं कम्पयूटर से परिचय करवाते हुए अलविदा अगले शनिवार को इंशाल्लाह फिर मिलेंगे |
जबरदस्त प्रस्तुति ||
जवाब देंहटाएंकम्पयूटर से परिचय--
जवाब देंहटाएंcomments likhne ki prakriya badi kathin hai |
हिंदी ब्लॉगर्स फोरम इंटरनेशनल पर चर्चामंच का लिंक लगा है , आज अचानक उसमें आपका चेहरा नज़र आया तो याद आया कि आज चर्चा आप करेंगे । यहाँ आया तो एक अच्छी चर्चा भी मिल गई और कमेँट भी पहला ही हो जाता लेकिन रविकर जी बाज़ी मार ले गए।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया ।
सुंदर प्रस्तुति .....हार्दिक शुभकामनाएं ......
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा बेहतरीन लिँक्स...बधाई
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिँक्स...बधाई..............
जवाब देंहटाएंआपकी चर्चा के ये बेहतरीन अंदाज़ हैं...
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट के ज़िक्र के लिए शुक्रिया....
जय हिंद...
सुंदर प्रस्तुति .
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स !!
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट का चर्चा है यहां पर
जवाब देंहटाएंमासूम साहब किस का चर्चा कर रहे हैं ? Review
Posted by Blog ki khabren
बेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंअच्छी शुरुआत ,अच्छे लिंक ,सुंदर चर्चा ,आभार
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति .....हार्दिक शुभकामनाएं ......
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएं------
जीवन का सूत्र...
NO French Kissing Please!
रोचक अन्दाज़ मे की गयी पहली चर्चा के साथ आपका चर्चा मंच पर स्वागत है।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंरोचक अन्दाज़ मे की गयी पहली चर्चा!
जवाब देंहटाएंअच्छे लिँक्स..
हार्दिक शुभकामनाएं!
वाह , बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंnaye andaj me prastut charcha .pratham prastuti par hardik shubhkamnayen .
जवाब देंहटाएंवाह .. बहुत ही बढि़या प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंmahendra श्रीवास्तव @ आप ने समय दिया और सुझाव दी उसके लिए धन्यवाद्. आप के सुझावों का हमेशा स्वागत है.
जवाब देंहटाएं.
मैं अपनी चर्चा मैं तारीख नहीं लेख़ कैसे हैं यह देखता हूँ. वैसे १३ मैं से ८ तो १५ तारिख के ही हैं और बाकी २-३ दिन पुराने. हाँ मैं इस बात से सहमत हूँ की चर्चाकार यदि चाहे तो अपने लिंक भी दे सकता है लेकिन मैंने जो अपने लिंक दिया हैं वो मेरा तार्रुफ़ है क्यों की यह मेरी पहली चर्चा है.
आशा है बात आप अपने सुझावों पे एक बार फिर से ध्यान देंगे.
सादर
एस एम् मासूम
masoon ji shaandar sanklan!
जवाब देंहटाएंbadhai swikare! mane pehli bar lagbahg sbhi rachnaye padhi1
ज़नाब एस.एम.मासूम जी चर्चा मंच पर इस शानदार चर्चा के लिए आपको बधाई!
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मैं चर्चा मंच की समस्त टीम की ओर से आपका स्वागत और अभिनन्दन करता हूँ!