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मंगलवार, जुलाई 19, 2011

मन व्यथित है (मंगलवारीय चर्चा मंच 19-07-2011) -चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’

मैं चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ फिर हाज़िर हूँ चर्चा मंच पर मंगलवारीय चर्चा लेकर इस चर्चा में आप सब का स्वागत और अभिनन्दन है। आज की चर्चा की शुरुआत करते हैं- 
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 1
रजनीश तिवारी के ब्लॉग "रजनीश का ब्लॉग" से  जिसमें वे भ्रमित से लग रहे हैं और जानना चाह रहे हैं  मैं (पुन:) क्या ये मैं हूँ?
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2
मनोज जी अपने ‘‘विचार’’ ब्लॉग पर प्रस्तुत कर रहें हैं ज्ञानवर्द्धक आलेख पक्षियों का प्रवास - 12 'प्रवासी पक्षियों की नियमितता'
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3
डॉ0 विजय कुमार शुक्ल ‘विजय’ जी का ‘मन व्यथित है’ सच कह रहा हूँ ख़ुद देख लें ब्लॉग ‘‘तिमिर-रश्मि’’ पर!
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 4
मेरे ख़याल से लगभग आप सभी पढ़ चुके होंगे पर एक बार फिर से पढ़िए कुंवर कुसुमेश जी की ग़ज़ल "बेवफा छोड़ के जाता है चला जा" हमें तो हर बार पढ़ने पर उतना ही मज़ा आता है जितना पहली बार आया था अच्छों की यही फ़ितरत होती है
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5
उदय वीर सिंह जी आह्वान कर रहे हैं ब्लॉग "उन्नयन" पर हम सबका...  उठाओ! गांडीव, मत देर कीजिये ---- अपनी रचना 'प्रण-प्रयाण' के माध्यम से
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6
प्रस्तुत है श्यामल सुमन जी की एक सुन्दर रचना ‘‘मनोरमा’’ ब्लॉग पर ‘निहारे नयन सुमन अविराम’
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7
कवि योगेन्द्र मौदगिल की ग़ज़ल मेरा खुद से ही वास्ता गुम है... मुझे बहुत अच्छी लगी यदि आप अब तक  न पढ़े हों तो अवश्य पढ़ें और बताएं कि आपको कैसी लगी
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 8
"Kashish - My Poetry" पर Kailash C Shrma जी  प्रस्तुत कर रहे हैं अपनी उत्कृष्ट रचना 'हाथ की लकीरें'
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 9
गीत-ग़ज़ल से मन ऊब गया हो तो आइए एक आलेख पढ़ लेते हैं बलविंदर जी का "संवेग" ब्लॉग पर 'अज्ञेय के उपन्यासों में अस्मिता, जिजीविषा और मृत्यु बोध'
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10
DR. JOGA SHING KAIT JOGI प्रस्तुत कर रहे हैं हार्ट अटैक से बचने का एक नायाब और आसान तरीका HOME REMEDY(heart attak) होम रेमेडी हार्ट-अटैक 
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11
अरुण कुमार निगम जी के ब्लॉग "अरुण कुमार निगम (हिन्दी कविताएं)" पर प्रस्तुत है उनकी सुन्दर कविता 'एकाकीपन गीत-सृजन का तत्व हुआ'
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12
 और अब समीर लाल समीर जी और उनकी "उढ़न तश्तरी" जिस पर वे व्यस्त हैं 'स्पेस- एक तलाश!!!' में
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 "ब्लॉग4वार्ता" पर संगीता पुरी जी बता रही हैं कि 'क्या करें श्रावण मास के प्रथम सोमवार को'
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14
कविराज बुन्देली जी जी अपने ब्लॉग ‘‘अंगार’’ पर सबको ताक़ीद कर रहे हैं कि ‘इंसान बनो,,,,,,,’
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15
 अरविन्द कुमार जी "रात के ख़िलाफ़" ब्लॉग पर लिखते हैं कि 'बाबा व्यापार करने के साथ सत्ता में हिस्सेदारी भी चाहते हैं...दो' देखते हैं इनकी बात में कितना दम है?
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16
‘‘ब्लाग की ख़बरें’’ से ख़बर आ रही है कि ‘आयोजन सफल रहा खटीमा में’ और इसी पेज पर पढ़िए तथा सुनिए भी डॉ0 रूप चन्द्र शास्त्री जी ‘मयंक’ की एक कविता ‘गगन में छा गये बादल’
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17
दिलबाग विर्क जी का ब्लॉग "Virk's View" पर एक प्रश्न है 'खिलाडी भारत रत्न के हकदार क्यों नहीं?' अवश्य देखें!
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18
प्रस्तुत है "आकांक्षा" ब्लॉग पर आशा जी की सुन्दर रचना 'वे ही तो हैं'
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 19
‘‘राजभाषा हिन्दी’’ पर प्रस्तुत है संगीता स्वरूप जी की एक लघु कथा ‘बदला’
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20
और चलते-चलते मैं भी आप लोगों के लिए कुछ अहं सवालात अपने ब्लॉग ‘‘ग़ाफ़िल की अमानत’’ पर छोड़े जाता हूँ आख़िर ‘क्यूँ?’ आप सब ज़वाब के बावत ज़ुरूर सोचिएगा। अगले मंगलवार को फिर मिलेंगे तब तक के लिए नमस्कार! 

40 टिप्‍पणियां:

  1. संयत और व्यवस्थित ढंग से की गई पठनीय चर्चा!
    सभी लिंकों का चयन बहुत बढ़िया है!

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  2. अच्छी चर्चा |आकर्षित करती लिंक्स |बधाई |
    आज मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  3. हार्ट अटैक वाली जिस पोस्‍ट के नुस्‍खे को नायाब और आसान तरीका बताया गया है, वह क्‍या आपके द्वारा प्रमाणीकरण है, या गुडी-गुडी टाइप स्‍तुति मात्र. क्‍या आपके अथवा पोस्‍ट लेखक द्वारा इसका परीक्षण किया गया है या मात्र अनुभव और प्रयोग आधारित है. यदि परीक्षण किया गया है तो उल्‍लेख अवश्‍य करें कि यह लाभकारी क्‍यों, किस गुण के कारण होता है.

    यदि टिप्‍पणी में विवाद दिखाई दे तो मेरी ओर से निवेदन है कि इसे न प्रकाशित करें, लेकिन भविष्‍य में ऐसी पोस्‍ट चर्चा और स्‍तुति से परहेज करें.

    जवाब देंहटाएं
  4. राहुल सिंह जी आपका स्वागत है। आपने अच्छी बात कही पर यही अग़र ब्लाग पर जाकर कहें तो ज्यादा प्रभावी हो। इससे ब्लॉग लेखक अपनी प्रविष्टि में गुणात्मक सुधार कर सकता है। चर्चा ही इसी लिए की जाती है। आपका आभार

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  5. अच्छी चर्चा.
    मुझे स्थान दिया,आभार.

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  6. बहुत सुन्दर चर्चा रहा! उम्दा प्रस्तुती!

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  7. आकर्षक प्रस्तुति.सुंदर चयन.मुझे शामिल करने के लिये आभार.रात को ही पढ़ना हो पायेगा.

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  8. बधाई ||
    अब आप गाफिल नहीं रहे भाई ||

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  9. बेहतरीन लिंक्‍स ... अच्‍छी चर्चा ।

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  10. सुन्दर और व्यवस्थित लिंक्स से सजी चर्चा।

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  11. charcha manch main bahut sunder link o se parichay karayaa aapne.badhaai aapko.

    जवाब देंहटाएं
  12. बस इतना ही की मैं चुप हूँ क्योकि कोई शब्द ही नही मिला।

    जवाब देंहटाएं
  13. सार्थक चर्चा प्रस्तुत की है आपने .आभार

    जवाब देंहटाएं
  14. बेहतरीन चर्चा के लिये बधाई ।

    जवाब देंहटाएं
  15. सार्थक चर्चा प्रस्तुत की है आपने .आभार

    जवाब देंहटाएं
  16. बहुत अच्छी चर्चा की है आपने। लेकिन जब मन गंभीर हो आपको मेरी हास्य कविता अवश्य पढ़नी चाहिये थी...:)

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  17. ...सुन्दर चर्चा उम्दा प्रस्तुती!

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  18. कई बढ़िया लिंक्स ...
    अच्छी चर्चा ..
    आभार..

    जवाब देंहटाएं
  19. अच्छी चर्चा
    मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |

    जवाब देंहटाएं
  20. बहुत अच्छी चर्चा ।बहुत अच्छे लिंक । मेरी कविता को भी स्थान दिया आपने , आभारी हूँ। शुभकमनाएं ...

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  21. मैंने सवेरे कमेन्ट दिया था ,वो किसने हटा दिया है?
    मैंने तो तारीफ ही की थी भाई और शामिल करने के लिए आभार दिया था.इसमें कमेन्ट हटाने वाली क्या बात थी.

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  22. कुसुमेश जी मैंने कमेंट हटाया नहीं है पता नहीं क्यों नहीं दिख रहा मुआफ़ी चाहता हूँ भला हम क्यों हटाएंगे हमें तो और ख़ुशी होती है कमेंट्स पाकर। आप प्लीज ग़लत मत सोचिएगा। और चर्चा मंच पर अपने कमेंट बराबर देते रहिएगा।

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  23. गाफिल जी,
    आपने नहीं मगर किसी ने तो हटाया ही है.
    मेरा कमेन्ट सवेरे वहां पहुंच गया था,मैंने देख लिया था.
    आपने तो मेरी ग़ज़ल को स्थान दिया था इसलिए आप क्यों हटायेंगे.मैंने उसमें आपका आभार भी व्यक्त किया था.

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  24. आप सही कह रहे हैं कुसमेश जी पर फिर भी हमें खेद है आपका कमेंट हमारे मेल पर अब भी है उसको मैंने शास्त्री जी को भेज दिया है और पूछा है कि इसे कौन हटाया है? कृपया इसे माइंड न करें और अपने कमेंट देते रहें एक बार पुनः क्षमा प्रार्थी हूँ

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  25. शानदार प्रस्तुति.कई बढ़िया लिंक्स ....आभार..

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  26. dear sir,bahut achha laga .kayi blog ki mahatav puran rachanayen dundane ke liye pathakon ko aasaani rahati hai.khas baat ye ki pathakon ko link dundane m aasani rahaati hai .mere kaam m aap hath bata rahen hai .davayiyon se tut chuke logon tak meri janhit ki baaten pahuncha kar meri madad kar rahen hai aapake pryas ko koti-2 sadhuwad

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  27. chun chun kar phool late hain
    behtarin guldasta sajate hain
    itni pyar pyari rachayein hain
    bade jatan se dhundh laate hain
    kyon na ho aapki prastuti ki charcha
    jab aap khud hi dil se jud jaate hain...shandar prastuti..shandar prayas badhayi

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  28. आप सभी शुभ-चिंतकों को बहुत-बहुत धन्यवाद जो हमारे द्वारा प्रस्तुत की गई चर्चा की इतनी प्रशंसा की, और माकूल टिप्पणी दर्ज़ की इससे हमारा उत्साह वर्द्धन हुआ है हम हार्दिक आभार ज्ञापित करते हैं -ग़फ़िल

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