Followers



Search This Blog

Saturday, July 30, 2011

"यह इश्क नहीं आसान बस इतना समझ लीजे" (चर्चा मंच-591)

चर्चाकार :यह ब्लॉगजगत एस एम् मासूम के नाम से जानता है और अमन के पैग़ाम के नाम से पहचानता भी है. अक्सर लोगों को मेरा सामाजिक सरोकारों से जुड़ कर लिखना पसंद नहीं आता. लेकिन मैं भी जानता हूं यह इश्क नहीं आसान बस इतना समझ लीजे, एक आग का दरिया है और तैर के जाना है. मेरा सवाल है है. क्या हम सेक्स जनित विसंगतियों पर काबू पा सकते हैं? वोट देने की प्रक्टिस यहाँ जा के करें Picture 043

अखबार में खबर है: हर व्यक्ति ने दी दो हजार की रिश्वत। सर जी मैंने ज्यादा दी। उसका जिक्र नहीं है रिपोर्ट में। बीते एक दशक में 1555 हजार करोड़ रुपये भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गएरिश्वत है तो देश का विकास है

image
20 वर्षीय छात्रा प्रियंका की, जिसे नहीं पता था जिससे वो प्यार कर(रोहित राज) रही है वो उसकी मौत का कारण बनेगा|रिश्तों के मायने इतने बौने क्यों?
image
दुखियारा होने का दुख
(व्यंग्य) बयान करते हुए सुमित यादव की एक बेहतरीन अंदाज़ मैं
खुशदीप जी कहते हैं सवालों के जरिए किसी का भी आईक्यू जाना जा सकता है...आईक्यू बोले तो इंटेलीजेंस क्योशेंट...बुद्धिमत्ता का पैमाना. image
आज निर्मला कपिला जी की एक ग़ज़ल को शामिल कर रहा हूं और यकीनना इसके अलफ़ाज़ इतने दमदार हैं की कोई भी इसे पसंद करेगा. आप भी इस ग़ज़ल को पढ़ें images (2)
इस चिट्ठी में, महाबालिपुरम में, मूनरेकर में दोपहर के खाने और टाइगरकेव की चर्चा है।

टाइगरकेव – देवी दुर्गा का पुण्य स्थल

image
भारतीय नारी ने ब्लॉगजगत मैं अपने पैर ज़माने शुरू कर दिए हैं और यह एक अच्छी शुरोआत है. देखिये आज अमृता प्रीतम जी के बारे मैं कुछ . बर्तनों पर लगी हिन्दू और मुसलमान की मोहर और बालिका अमृता ! भाग 1
image
उबलते पानी कि ताक़त के बारे मैं बताते हुए मनोज बिहारी जी ने खबर दी है अब आप कर सकते हैं उबलते हुए पानी से अपना मोबाइल चार्ज 
जानिए: इनकम टैक्स रिटर्न भरने का तरीका और इसकी एबीसी  . एक ऐसा लेख जिस से आप का ज्ञान अवश्य बढेगा यह वादा है मेरा.
81SVFBCA0SKLBSCAB1XVS6CANL4H3SCAR8HNI9CA7K9DCKCA4XCTBICATQEMVLCAFHL99BCALFSZ95CAIIX0ICCAYIIYQGCAGJ3HEUCA9QRASUCABBOIM0CA7O3MHPCA0VC7NOCAI1GG69CADLEVBFCA8YUUZQ
अन्ना हजारे ने अपने अनशन की घोषणा कर दी है। वे 16 अगस्त से अनशन पर बैठेंगे। असल में इस अनशन का कोई अर्थ नहीं है।
कारपोरेट मीडिया का अन्ना ऑब्शेसन
image
सुशील बाकलीवाल साहब कविता सुना रहे हैं और ऐसा सत्य बता रहे हैं जिसे जानते सब हैं लेकिन मानते कम हैं. युवा सुदर स्त्री का घर से निरंतर बाहर रह कर पुरुष के अधीन काम करना और फिर भी चरित्र का भ्रष्ट ना होना असंभव तो नहीं लेकिन बड़ा कठिन है. image
भारतेन्दु युग-१ मैं मनोज कुमार जी पेश कर रहे हैं  भारतेन्दु जी की नाट्य दृष्टि  image
अब अंत  मैं कुछ राजनीती से डॉ कविता वाचकनवी बता रही हैं वेद प्रताप जी के लेख द्वारा
दारुल उलूम के वस्तान्वी जी को हटाने के वास्तविक कारणों के बारे मैं
image

21 comments:

  1. आपको हरियाली अमावस्या की ढेर सारी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं .

    ReplyDelete
  2. बहुत सुन्दर चर्चा रहा साथ ही ढेर सारे लिंक्स भी मिले! आपको एवं आपके परिवार को हरियाली पर्व की बधाइयाँ एवं शुभकामनायें !

    ReplyDelete
  3. बेहतरीन लिंक्स मासूम जी ! आभार !

    ReplyDelete
  4. bahut sarthak links samete hue hai aapke dwara prastut charcha .''BHARTIY nari ''ko sthan dene hetu hardik dhanyvad .

    ReplyDelete
  5. शेखचिल्ली का बाप @ भाई गुड का ज़माना गया अब तो शक्कर का ज़माना है. :)
    .

    शिखा कौशिक जी भारतीय नारी को ही हिंदुस्तान मैं उच्च स्थान दिया जाता है. इसमें शुक्रिया की कोई बात नहीं है.

    ReplyDelete
  6. बहुत ही सुन्दर |
    बधाई ||

    ReplyDelete
  7. मासूम जी ! देहात में आज भी गुड़ मिलता है और कोल्हू पे जाओ तो फ़्री मिलता है बिल्कुल आपकी पोस्ट की तरह ।

    धन्यवाद !

    ReplyDelete
  8. सार्थक चर्चा ......अच्छे लिंक्स

    ReplyDelete
  9. badiya links ke saath saarthak charcha prastuti ke liye aabhar!

    ReplyDelete
  10. आपकी पोस्ट ने साबित कर दिया है कि अगर बात में दम है तो शनि भी उसका कुछ बिगाड़ नहीं पाता ।

    ReplyDelete
  11. सुन्दर चर्चा।

    ReplyDelete
  12. पठनीय ब्लाग्स की इस चयनित सूचि में मेरे ब्लाग की चर्चा भी शामिल करने के लिये विशेष धन्यवाद...

    ReplyDelete
  13. behad chuninda khubsurat link..hardi badhayee

    ReplyDelete
  14. सुन्दर संयोजन और चयन स्तरीय रचनाएं .

    ReplyDelete
  15. सुंदर चर्चा. आभार.
    सादर,
    डोरोथी.

    ReplyDelete
  16. संक्षिप्त, सुंदर चर्चा।

    ReplyDelete
  17. पन्तनगर की सैर के लिए गया था!
    पूरे 30 घंटे बाद नेट पर आया हूँ!
    --
    आपने चर्चा में बहुत अच्छे लिंकों का चयन कया है!
    आभार!

    ReplyDelete

"चर्चामंच - हिंदी चिट्ठों का सूत्रधार" पर

केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथा सम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।