चर्चाकार :यह ब्लॉगजगत एस एम् मासूम के नाम से जानता है और अमन के पैग़ाम के नाम से पहचानता भी है. अक्सर लोगों को मेरा सामाजिक सरोकारों से जुड़ कर लिखना पसंद नहीं आता. लेकिन मैं भी जानता हूं यह इश्क नहीं आसान बस इतना समझ लीजे, एक आग का दरिया है और तैर के जाना है. मेरा सवाल है है. क्या हम सेक्स जनित विसंगतियों पर काबू पा सकते हैं? वोट देने की प्रक्टिस यहाँ जा के करें | |
अखबार में खबर है: हर व्यक्ति ने दी दो हजार की रिश्वत। सर जी मैंने ज्यादा दी। उसका जिक्र नहीं है रिपोर्ट में। बीते एक दशक में 1555 हजार करोड़ रुपये भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गएरिश्वत है तो देश का विकास है | |
20 वर्षीय छात्रा प्रियंका की, जिसे नहीं पता था जिससे वो प्यार कर(रोहित राज) रही है वो उसकी मौत का कारण बनेगा|रिश्तों के मायने इतने बौने क्यों? | |
दुखियारा होने का दुख (व्यंग्य) बयान करते हुए सुमित यादव की एक बेहतरीन अंदाज़ मैं | |
खुशदीप जी कहते हैं सवालों के जरिए किसी का भी आईक्यू जाना जा सकता है...आईक्यू बोले तो इंटेलीजेंस क्योशेंट...बुद्धिमत्ता का पैमाना. | |
आज निर्मला कपिला जी की एक ग़ज़ल को शामिल कर रहा हूं और यकीनना इसके अलफ़ाज़ इतने दमदार हैं की कोई भी इसे पसंद करेगा. आप भी इस ग़ज़ल को पढ़ें | |
इस चिट्ठी में, महाबालिपुरम में, मूनरेकर में दोपहर के खाने और टाइगरकेव की चर्चा है। टाइगरकेव – देवी दुर्गा का पुण्य स्थल | |
भारतीय नारी ने ब्लॉगजगत मैं अपने पैर ज़माने शुरू कर दिए हैं और यह एक अच्छी शुरोआत है. देखिये आज अमृता प्रीतम जी के बारे मैं कुछ . बर्तनों पर लगी हिन्दू और मुसलमान की मोहर और बालिका अमृता ! भाग 1 | |
उबलते पानी कि ताक़त के बारे मैं बताते हुए मनोज बिहारी जी ने खबर दी है अब आप कर सकते हैं उबलते हुए पानी से अपना मोबाइल चार्ज | |
जानिए: इनकम टैक्स रिटर्न भरने का तरीका और इसकी एबीसी . एक ऐसा लेख जिस से आप का ज्ञान अवश्य बढेगा यह वादा है मेरा. | |
अन्ना हजारे ने अपने अनशन की घोषणा कर दी है। वे 16 अगस्त से अनशन पर बैठेंगे। असल में इस अनशन का कोई अर्थ नहीं है। कारपोरेट मीडिया का अन्ना ऑब्शेसन | |
सुशील बाकलीवाल साहब कविता सुना रहे हैं और ऐसा सत्य बता रहे हैं जिसे जानते सब हैं लेकिन मानते कम हैं. युवा सुदर स्त्री का घर से निरंतर बाहर रह कर पुरुष के अधीन काम करना और फिर भी चरित्र का भ्रष्ट ना होना असंभव तो नहीं लेकिन बड़ा कठिन है. | |
भारतेन्दु युग-१ मैं मनोज कुमार जी पेश कर रहे हैं भारतेन्दु जी की नाट्य दृष्टि | |
अब अंत मैं कुछ राजनीती से डॉ कविता वाचकनवी बता रही हैं वेद प्रताप जी के लेख द्वारा दारुल उलूम के वस्तान्वी जी को हटाने के वास्तविक कारणों के बारे मैं |
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शनिवार, जुलाई 30, 2011
"यह इश्क नहीं आसान बस इतना समझ लीजे" (चर्चा मंच-591)
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आपको हरियाली अमावस्या की ढेर सारी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा रहा साथ ही ढेर सारे लिंक्स भी मिले! आपको एवं आपके परिवार को हरियाली पर्व की बधाइयाँ एवं शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंबढिया चर्चा।
जवाब देंहटाएंbadhia links...
जवाब देंहटाएंabhar.
गुड़ !
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स मासूम जी ! आभार !
जवाब देंहटाएंbahut sarthak links samete hue hai aapke dwara prastut charcha .''BHARTIY nari ''ko sthan dene hetu hardik dhanyvad .
जवाब देंहटाएंशेखचिल्ली का बाप @ भाई गुड का ज़माना गया अब तो शक्कर का ज़माना है. :)
जवाब देंहटाएं.
शिखा कौशिक जी भारतीय नारी को ही हिंदुस्तान मैं उच्च स्थान दिया जाता है. इसमें शुक्रिया की कोई बात नहीं है.
बहुत ही सुन्दर |
जवाब देंहटाएंबधाई ||
मासूम जी ! देहात में आज भी गुड़ मिलता है और कोल्हू पे जाओ तो फ़्री मिलता है बिल्कुल आपकी पोस्ट की तरह ।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद !
best charcha...badhaee
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा ......अच्छे लिंक्स
जवाब देंहटाएंbadiya links ke saath saarthak charcha prastuti ke liye aabhar!
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट ने साबित कर दिया है कि अगर बात में दम है तो शनि भी उसका कुछ बिगाड़ नहीं पाता ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंपठनीय ब्लाग्स की इस चयनित सूचि में मेरे ब्लाग की चर्चा भी शामिल करने के लिये विशेष धन्यवाद...
जवाब देंहटाएंbehad chuninda khubsurat link..hardi badhayee
जवाब देंहटाएंसुन्दर संयोजन और चयन स्तरीय रचनाएं .
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा. आभार.
जवाब देंहटाएंसादर,
डोरोथी.
संक्षिप्त, सुंदर चर्चा।
जवाब देंहटाएंपन्तनगर की सैर के लिए गया था!
जवाब देंहटाएंपूरे 30 घंटे बाद नेट पर आया हूँ!
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आपने चर्चा में बहुत अच्छे लिंकों का चयन कया है!
आभार!