आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
सबसे पहले श्रद्धांजली उस मखमली आवाज़ को जिसने गजल को आम लोगों तक पहुंचाया. गजल जगजीत सिंह के बिना एक तरह से अनाथ हो गई है.और फ़ैल गई है एक ख़ामोशी चारो और. ग़ज़ल में एक युग का अवसान है उनका चले जाना.
अब चलते है चर्चा की ओर
गद्य रचनाएं
- फैमिली बैकग्राउंड को लेकर चर्चा कर रही हैं सदा जी.
- जन्म दिन पर जीवन को देख रहे हैं केवल राम जी.
- सुमित जी पूछ रहे हैं - गधा कौन ?
- पंजाबी लघुकथा का हिंदी रूपांतरण जिन्दा लोग
- ब्लॉग ज्ञान सिन्धु पर किसान के दुःख को ब्यान करती लघुकथा अबीज़.
- फरगुदिया का किस्सा सुना रही हैं शोभा मिश्रा जी ब्लॉग वटवृक्ष पर.
- मैकबुक एअर पर अपने अनुभव बता रहे हैं प्रवीन पाण्डेय जी.
- अमित श्रीवास्तव जी दुखी हैं गिरिजा शंकर की मृत्यु पर.
- ब्लॉग पाखी की दुनिया पर हैं डाक टिकटों से जुडी रोचक बातें.
- क्या भ्रष्ट सिर्फ कांग्रेस है ?अन्ना का वैचारिक आतंकवाद --- कह रहे अमलेंदु उपाध्याय.
पद्य रचनाएं
- छंदों को अपनाया है डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री जी ने.
- रोज़ ही त्यौहार होगा -- चाहत में ऐसा ही होता है.
- खुद ही उठानी होती है अपनी सलीब दोस्तों ---- पढ़िए मेरी अगज़ल.
- मैं और मेरी कविताएँ ब्लॉग पर उड़ान भर रही हैं संध्या शर्मा जी.
- डिम्पल महेश्वरी जी कल्पना कर रही हैं दिल के जुबानी ब्लॉग पर.
- रविकर जी तटस्थ रहने को पाप नहीं मानते.
- नवगीत की पाठशाला ब्लॉग पर अविनाश सिंह चौहान कह रहे हैं धूप आंगने आई
- रचनाकार पर है सुरेन्द्र अग्निहोत्री जी का एक नवगीत.
- चुप्पी ओढ़ परिंदे सोए सारा जंगल राख हुआ-- गीत कह रहे हैं जयकृष्ण तुषार जी.
- पेड़ लगाओ देश बचाओ नारे की असलियत बता रहे हैं प्रदीप कुमार सहनी जी.
- मखमली आवाज़ याद आ रही है पूनम जी को.
- इस बार के नोबेल साहित्य पुरस्कार विजेता टॉमस ट्रांसट्रोमर की कविताओं का अनुवाद किया है मनोज पटेल जी ने.
आज की चर्चा में बस इतना ही
धन्यवाद
* * * * *
बेहतर लिंक्स का चयन किया है आपने ...हमारी पोस्ट को चर्चा में शामिल करने के लिए आपका आभार
ReplyDeleteसुंदर चर्चा...अच्छे लिंक दिये हैं आपने
ReplyDelete...........धन्यवाद दिलबाग जी
shukriyaa!!!
ReplyDeleteऐसी आवाज़े कहाँ गुम होती हैं? बड़े ही सुन्दर सूत्र।
ReplyDeleteसुंदर चर्चा...
ReplyDeleteसुन्दर लिंक्स से सजी सुन्दर चर्चा।
ReplyDeleteसुन्दर सूत्र ||
ReplyDeletebahut sundar links hai sir.bahut bahut aabhar
ReplyDeletebehtareen links ke liye dhanyawad
ReplyDeletebehtareen links ke liye dhanyawad
ReplyDeleteवाह ...बहुत ही अच्छी चर्चा और बेहतरीन लिंक्स ।
ReplyDeleteसार्थक चर्चा के लिए अनेकानेक धन्यवाद...
ReplyDeleteनीरज
सार्थक चर्चा... आभार...
ReplyDeleteजग जीत चले जाने वाले, दृग सजल खोज में तेरे हैं
सच मीत ह्रदय में बस तेरे, तेरे ही सुर के फेरे हैं.
सुर सम्राट जगजीत को विनम्र श्रद्धांजली...
कमाल का चयन!!
ReplyDeletebahut badiya charcha ..
ReplyDeleteprastuti hetu aabhar!
सन्तुलित चर्चा!
ReplyDeleteआभार!
खूबसूरत चर्चा..आभार स्पंदन को शामिल करने के लिए.
ReplyDeleteसुंदर चर्चा...
ReplyDeleteधन्यवाद दिलबाग जी
धन्यवाद दिलबाग जी !!
ReplyDeleteसुंदर चर्चा।
ReplyDeleteबेहतर लिंक के लिए आभार....
बहुत सुन्दर सजा है चर्चा मंच भाई विर्क जी बधाई और शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत सुन्दर सजा है चर्चा मंच भाई विर्क जी बधाई और शुभकामनाएं
ReplyDeleteएक कलाकार को समर्पित चर्चा मंच....
ReplyDeleteआपका दिल से शुक्रिया कि एक बार फिर मुझे मौका दिया चर्चा मंच पर....!!
साथ ही ढेर सारे अच्छे लिनक्स देने के लिए भी शुक्रिया.....!!
और आपके इस अथक प्रयास के लिए धन्यवाद....!!
देर से पहुचने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ.
ReplyDeleteसुन्दर लिंक्स ...हमारी रचना को चर्चा में शामिल करने के लिए आपका आभार
shukriya...post shamil karne ke liye :)
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