Followers


Search This Blog

Tuesday, October 25, 2011

"धनतेरस से भाईदूज तक" (चर्चा मंच-678)

जग में उजियारा फैलाएँ, तम नहीं आये पास।।
त्यौहारों पर सब रहें, मिलृजुल साथ समीप।।
हम सबकी यही सिफारिश
हो जाए फिर रौशन घर-बार
प्यारे-प्यारे इन दीपों में,
भरा हुआ है स्नेह अपार।।
दीप संग दीप मैं जलाऊँ जन्मभर।
रूप इस जहान का, जाएगा निखर-निखर।।
दीपावली (deepawali) है दीपों का त्यौहार
रैपर है ये प्यार का, देना नहीं उतार।।
घर की दीवारों पर लगवा दिये है,
अब रुपहले रंग रोगन
सज गया हैं आशियाना,
चहकते उपवन-भवन।।
अब तो खाओ मिठाई भइया,
ग़म इतना खाने के बाद
 सुख की घड़ियाँ याद करो,
जिससे दुख की ना आये याद।।
आज कल हैरान नहीं होते हैं।
फूलों से सज्जित गुलशन में,
जहर शान से बोते हैं।।
एक बच्चे का बहुत प्यारा खिलौना टूट गया 
सुख की खोज हुई पूरी है,
फिर आया सतरंगी मौसम.....!
चहक उठा है महक उठा है,
फिर से अपना प्या उपवन!!
मिले आज नज़राना
इस दीवाली पर खुशियों का,
कोई नहीं ठिकाना।।
प्रभुसत्ता निर्भर है आज कबाड़ी पर
सुमन लगे है खिलने फिर से, 
अब तो सूखी झाड़ी पर।।
हर दिन नई दीपावली ! 
आज फिर से घर हमारे,
जोत खुशियों की जली!!
विश्वास है बिलकुल नहीं कि भूल मैं तुझको सकूँगा..

चर्चा के अन्त में-
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयक"
एवं श्रीमती विद्या

25 comments:

  1. लाज़वाब प्रस्तुति...दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं

    ReplyDelete
  2. दीपावली के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
    अच्छी लिंक्स |
    आभार आज मेरी रचना शामिल करने के लिए |
    आशा

    ReplyDelete
  3. करीने से लगे हुए अच्छे लिंक्स.
    मुझे स्थान दिया,आभार.
    दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.

    ReplyDelete
  4. दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें ||

    आभार ||

    ReplyDelete
  5. सबको दीपावली की शुभकामनाएँ !

    ReplyDelete
  6. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  7. दीपमाला की तरह ज्योतिर्मय गीतमाला में लिंक्स की सुंदर प्रस्तुति.

    ReplyDelete
  8. ब्लाग् जगत की दीवाली शानदार है
    आभार्

    ReplyDelete
  9. दीप मय उजास फैलाती चर्चा ,उजास ही उजास फैले चंहु ओर आपके,दिवाली मुबारक .

    ReplyDelete
  10. दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं |
    लिंक्स की प्रस्तुति बहुत अच्छी लगी| |
    इस उपवन मे मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार|

    ReplyDelete
  11. अपनी शायरी कभी रहमत कभी किस्मत को चर्चा मंच में देख कर खुशी हुयी|
    और भी रचनाओं का असस्वादन करने का अवसर प्राप्त हुआ|
    चर्चाकार श्रीमती विद्या जी एवं डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक" जी को मेरा आभार!
    इसी तरह मार्गदर्शन की अभिलाषा है|
    दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!
    चंहओर प्रकाश फैले इसी कामना के साथ!

    ReplyDelete
  12. बहुत सुन्दर दीपमयी चर्चा।आपको और आपके समस्त परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें।

    ReplyDelete
  13. बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति ...

    ReplyDelete
  14. दीपावली में दीप मयी सुंदर रचना अच्छी पोस्ट.
    सपरिवार दीपपर्व मंगलमय हो,......

    ReplyDelete
  15. लाज़वाब प्रस्तुति...दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं

    ReplyDelete
  16. अच्छे लिंक्स...
    मेरी रचना को शामिल करने के लिए आपका आभार...दीपावली की हार्दिक-हार्दिक शुभकामनायें...

    ReplyDelete
  17. बहुत रोचक प्रस्तुति...दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!

    ReplyDelete
  18. बहुत सुन्दर.... रोचक प्रस्तुति.... वाह!
    आपको दीप पर्व की सपरिवार सादर बधाईयां....

    ReplyDelete
  19. उत्तम पोस्टस तथा प्रस्तुतिकरण, दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ ।

    ReplyDelete
  20. उत्तम लिंक्स की इन रोचक व काव्यमयी प्रस्तुति में मेरी पोस्ट को भी स्थान देने हेतु आपका आभार.
    दीपपर्व की हार्दिक शुभकामनाओं सहित...

    ReplyDelete
  21. बढिया चर्चा।आपको और आपके प्रियजनों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें॥

    ReplyDelete
  22. अच्‍छी प्रस्‍तुति।

    दीप पर्व की शुभकामनाएं......

    ReplyDelete
  23. दिवाली कि हार्दिक शुभकामनाये !!! सुन्दर प्रस्तुति .

    ReplyDelete
  24. मकान शिफ्ट करने की व्यस्तता का चलते समय नहीं मिल पा रहा है समय पर नहीं पहुँच पाने के लिए क्षमा. मेरी ब्लॉग पोस्ट चर्चा में शामिल करने लिए आभार.. धन्यवाद.. सादर

    ReplyDelete

"चर्चामंच - हिंदी चिट्ठों का सूत्रधार" पर

केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथा सम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।