फ़ॉलोअर



यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, नवंबर 11, 2011

चिकनी राह बुलाये गाफिल! (शुक्रवारीय चर्चामंच-695)

दोस्तों! आज भाई रविकर जी के चर्चामंच सजानें का सेड्यूल था पर किसी मज़बूरीवश उनके ऐसा न कर पाने के कारण आज का चर्चामंच मैं चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ लगा रहा हूँ अब रविकर जी अगले सोमवार यानि मेरे सेड्यूल पर चर्चा लगा देंगे क्योंकि उस दिन मैं व्यस्त रहूँगा। ख़ैर देखिए आज के लिंक-
 नं. 1-
आज के परिप्रेक्ष्य में भाई धीरेन्द्र जी की वज़ूद की तलाश निश्चितरूप से जायज है
_______________________
2-
क्या आपने सुना है "लोटा विवाह परम्परा" के बारे में ?
_______________________
3-
गुरु पूर्णिमा-गंगा स्नान करा रहे हैं डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री जी ‘मयंक’
_______________________
4-
मुश्किलों से निजात मुश्किल है भाई कुंवर कुसुमेश जी!
_______________________
5-
_______________________
6-
_______________________
7-
_______________________
8-
जिसका डर था! मेरी भावनाएं...
_______________________
9-
_______________________
10-
_______________________
11-
संगीता स्वरूप जी को है तलाश प्रेम की
_______________________
12-
साधना वैद्य जी व्याख्यायित कर रही हैं मध्यम वर्गीय मानसिकता और दहेज प्रथा को
_______________________
13-
_______________________
14-
मनोज की आँच-95 - जिन्दगी कहाँ कहाँ....एक समीक्षा
_______________________
15-
स्वसंवाद...ये सच है
_______________________
16-
मेरी कल्पनाएं...नयन
_______________________
17-
ठाले बैठे...हम ग़ज़ल कहते नहीं आत्मदाह करते हैं -डॉ. विष्णु विराट
_______________________
18-
खबरों की दुनिया से- अन्ना को गाली
_______________________
19-
उड़न तश्तरी में कड़वा वाला हनी!!!
_______________________
20-
_______________________
21-
_______________________
22-
सिलसिला...जीवन का!!! -अनुपमा त्रिपाठी
_______________________
23-
_______________________
24-
_______________________
25-
_______________________
26-
_______________________
27-
रात के ख़िलाफ़...यह जामों का दौर है
_______________________
28-
_______________________
और अन्त में
________________________
आज के लिए इतना ही, फिर मिलने तक नमस्कार!

30 टिप्‍पणियां:

  1. बढ़िया लिंक्स के साथ बढ़िया चर्चा

    Gyan Darpan
    Matrimonial Site

    जवाब देंहटाएं
  2. आज की चर्चा ने तो रंग जमा दिया!
    बहुत बढ़िया लिंकों के साथ सटीक चर्चा की है भाई गाफिल साहिब ने!

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत ही सुन्दर ढंग से आपने चर्चा मंच को सजाया है |गोपेश जी पर मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आभार |

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत ही सुन्दर ढंग से आपने चर्चा मंच को सजाया है |गोपेश जी पर मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आभार |

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत बढ़िया लिंक्स के साथ सार्थक चर्चा .....!!
    मुझे स्थान देने के लिए आभार गाफ़िल जी ...

    जवाब देंहटाएं
  6. चर्चामंच की साजसज्जा आज अभिनव है गाफिल जी ! मेरे आलेख को आपने इसमें सम्मिलित किया आभारी हूँ ! सादर !

    जवाब देंहटाएं
  7. बड़े सलीके से और सुन्दर लिंक्स लगाए हैं आपने,गाफिल जी.
    मुझे स्थान दिया , आभार.

    जवाब देंहटाएं
  8. चिकनी राह बुलाये गाफिल!

    Lijiye hum aa rahe hain .

    वाह विज्ञापनी व्यंग्य तो छा गया :)

    जवाब देंहटाएं
  9. बड़े सलीके से और सुन्दर लिंक्स ||

    जवाब देंहटाएं
  10. वाह ...बहुत ही बढिया लिंक्‍स संयोजन ..आभार

    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत हि सार्थक चर्चा|
    हमारी रचना को स्थान देने के लिए आपका आभार!
    उत्साहवर्धन के लिए आभर!
    www.chandankrpgcil.blogspot.com
    www.ekhidhun.blogspot.com
    www.dilkejajbat.blogspot.com
    इन चिट्ठों पर एक बार आइयेगा जरूर|
    आप सबों के मार्गदर्शन कि अपेक्षा है|

    जवाब देंहटाएं
  12. शुक्रिया इस बेहतरीन चर्चा और चयन के लिए .

    जवाब देंहटाएं
  13. सुन्दर प्रस्तुतीकरण,लाजवाब पोस्ट्स !


    अपने विचारों से अवगत कराएँ !
    अच्छा ठीक है -2

    जवाब देंहटाएं
  14. सुन्दर चर्चा.आभार मेरी रचना को शामिल करने का.

    जवाब देंहटाएं
  15. वाह वाह ,....आपने तो दिल खुश कर दिया...सुन्दर सजा है आपका मंच..!!!
    बधाईया!!!!
    http://lekhikagunjan.blogspot.com/2011/11/blog-post.html
    Gunjan

    जवाब देंहटाएं
  16. सुंदर लिंक्स
    अच्छी चर्चा
    मुझे स्थान देने के लिए आभार

    जवाब देंहटाएं
  17. चन्द्र भूषण जी,
    मेरी रचना -वजूद- को चर्चामंच में शामिल के लिए
    बहुत बहुत आभार,शुक्रिया,..

    जवाब देंहटाएं
  18. बहुत बढ़िया लिंक्स लेकर सार्थक चर्चा प्रस्तुति हेतु आभार!

    जवाब देंहटाएं
  19. चंद्र भूषण जी,
    मेरी दो रचनाये -वजूद-एव -विज्ञापनी व्यंग-चर्चामंच
    में शामिल करने के लिए आभार,....

    जवाब देंहटाएं
  20. अभी अचानक ब्लॉग पर आई "चर्चा-मंच" का संदेश देख कर ह्तप्रभ रह गई,बहुत खुशी भी हुई."मितानी गोठ" ब्लॉग छत्तीसगढ़ी के प्रचार-प्रसार के लिये ही बनाया गया है.छत्तीसगढ़ी रचना का चर्चा-मंच में लिंक देने के लिये हृदय से आभार.

    जवाब देंहटाएं
  21. सुंदर और उपयोगी लिंक्स से सुसज्जित खूबसूरत चर्चा। ठाले-बैठे को स्थान देने के लिए आभार चंद्र भूषण भाई।

    जवाब देंहटाएं

"चर्चामंच - हिंदी चिट्ठों का सूत्रधार" पर

केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथा सम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।