दोस्तों! आज भाई रविकर जी के चर्चामंच सजानें का सेड्यूल था पर किसी मज़बूरीवश उनके ऐसा न कर पाने के कारण आज का चर्चामंच मैं चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ लगा रहा हूँ अब रविकर जी अगले सोमवार यानि मेरे सेड्यूल पर चर्चा लगा देंगे क्योंकि उस दिन मैं व्यस्त रहूँगा। ख़ैर देखिए आज के लिंक-
नं. 1-
आज के परिप्रेक्ष्य में भाई धीरेन्द्र जी की वज़ूद की तलाश निश्चितरूप से जायज है
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3-
गुरु पूर्णिमा-गंगा स्नान करा रहे हैं डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री जी ‘मयंक’
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4-
मुश्किलों से निजात मुश्किल है भाई कुंवर कुसुमेश जी!
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5-
“छत्तीसगढ़–स्थापना दिवस के राज्योत्सव मेला” -श्रीमती सपना निगम
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6-
विर्क के नज़रिए से 'हरियाणा में गिरता शिक्षा का स्तर'
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7-
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8-
जिसका डर था! मेरी भावनाएं...
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9-
कविता...जलधि विशाल
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10-
एक खुला पत्र नक्सलवादियों के नाम विजय जी का
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11-
संगीता स्वरूप जी को है तलाश प्रेम की
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12-
साधना वैद्य जी व्याख्यायित कर रही हैं मध्यम वर्गीय मानसिकता और दहेज प्रथा को
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13-
सुनहरी कलम से...गोपीकृष्ण गोपेश का काव्य संसार- गंगा से वोल्गा तक
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14-
मनोज की आँच-95 - जिन्दगी कहाँ कहाँ....एक समीक्षा_______________________
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स्वसंवाद...ये सच है
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मेरी कल्पनाएं...नयन
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17-
ठाले बैठे...हम ग़ज़ल कहते नहीं आत्मदाह करते हैं -डॉ. विष्णु विराट
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18-
खबरों की दुनिया से- अन्ना को गाली
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19-
उड़न तश्तरी में कड़वा वाला हनी!!!
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20-
स्वास्थ्य-सबके लिए...पंचम दासःपोलियो के रामबाण इलाज की मान्यता के लिए भटकता एक धन्वंतरि पुत्र
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21-
सजल है कितना सवेरा! -अनामिका
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22-
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23-
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24-
उन्नयन...आदि गुरु नानक देव जी
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25-
मानवीयता के नजरिये से हमारे बारे में सोचें---हम है बेजुबान -सुमन दूबे
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26-
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27-
रात के ख़िलाफ़...यह जामों का दौर है
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28-
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और अन्त में
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आज के लिए इतना ही, फिर मिलने तक नमस्कार!
बढ़िया लिंक्स के साथ बढ़िया चर्चा
जवाब देंहटाएंGyan Darpan
Matrimonial Site
वाह विज्ञापनी व्यंग्य तो छा गया :)
जवाब देंहटाएंआज की चर्चा ने तो रंग जमा दिया!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लिंकों के साथ सटीक चर्चा की है भाई गाफिल साहिब ने!
बहुत ही सुन्दर ढंग से आपने चर्चा मंच को सजाया है |गोपेश जी पर मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आभार |
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर ढंग से आपने चर्चा मंच को सजाया है |गोपेश जी पर मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आभार |
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लिंक्स के साथ सार्थक चर्चा .....!!
जवाब देंहटाएंमुझे स्थान देने के लिए आभार गाफ़िल जी ...
अब आनन्द से पढ़ना होगा।
जवाब देंहटाएंek sarahniye charcha bahut achche links ke saath.
जवाब देंहटाएंचर्चामंच की साजसज्जा आज अभिनव है गाफिल जी ! मेरे आलेख को आपने इसमें सम्मिलित किया आभारी हूँ ! सादर !
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर चर्चा ....आभार
जवाब देंहटाएंबड़े सलीके से और सुन्दर लिंक्स लगाए हैं आपने,गाफिल जी.
जवाब देंहटाएंमुझे स्थान दिया , आभार.
चिकनी राह बुलाये गाफिल!
जवाब देंहटाएंLijiye hum aa rahe hain .
वाह विज्ञापनी व्यंग्य तो छा गया :)
Aabhar sreeman saare link hum tak pahunchane ke liye.
जवाब देंहटाएंबड़े सलीके से और सुन्दर लिंक्स ||
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत ही बढिया लिंक्स संयोजन ..आभार
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंक्स
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा
बहुत हि सार्थक चर्चा|
जवाब देंहटाएंहमारी रचना को स्थान देने के लिए आपका आभार!
उत्साहवर्धन के लिए आभर!
www.chandankrpgcil.blogspot.com
www.ekhidhun.blogspot.com
www.dilkejajbat.blogspot.com
इन चिट्ठों पर एक बार आइयेगा जरूर|
आप सबों के मार्गदर्शन कि अपेक्षा है|
शुक्रिया इस बेहतरीन चर्चा और चयन के लिए .
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुतीकरण,लाजवाब पोस्ट्स !
जवाब देंहटाएंअपने विचारों से अवगत कराएँ !
अच्छा ठीक है -2
सुन्दर चर्चा.आभार मेरी रचना को शामिल करने का.
जवाब देंहटाएंवाह वाह ,....आपने तो दिल खुश कर दिया...सुन्दर सजा है आपका मंच..!!!
जवाब देंहटाएंबधाईया!!!!
http://lekhikagunjan.blogspot.com/2011/11/blog-post.html
Gunjan
सुंदर लिंक्स
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा
मुझे स्थान देने के लिए आभार
चन्द्र भूषण जी,
जवाब देंहटाएंमेरी रचना -वजूद- को चर्चामंच में शामिल के लिए
बहुत बहुत आभार,शुक्रिया,..
बहुत बढ़िया लिंक्स लेकर सार्थक चर्चा प्रस्तुति हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंचंद्र भूषण जी,
जवाब देंहटाएंमेरी दो रचनाये -वजूद-एव -विज्ञापनी व्यंग-चर्चामंच
में शामिल करने के लिए आभार,....
charcha manch par aapki mehnat ko salaam.
जवाब देंहटाएंmere lekh ko yaha sthan dene ke liye aabhar.
सुन्दर चर्चा...
जवाब देंहटाएंसादर आभार...
अभी अचानक ब्लॉग पर आई "चर्चा-मंच" का संदेश देख कर ह्तप्रभ रह गई,बहुत खुशी भी हुई."मितानी गोठ" ब्लॉग छत्तीसगढ़ी के प्रचार-प्रसार के लिये ही बनाया गया है.छत्तीसगढ़ी रचना का चर्चा-मंच में लिंक देने के लिये हृदय से आभार.
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा!
जवाब देंहटाएंसुंदर और उपयोगी लिंक्स से सुसज्जित खूबसूरत चर्चा। ठाले-बैठे को स्थान देने के लिए आभार चंद्र भूषण भाई।
जवाब देंहटाएं