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शनिवार, नवंबर 26, 2011

"छलावा है जिंदगी" (चर्चा मंच-710)

मित्रों!
शनिवार के चर्चा मंच में आपका स्वागत है!
आज तक समझ नहीं पाया
बहुत दिनों बाद आज जिन्‍दगी गले मिली
मैने मुस्‍करा के उसका स्‍वागत किया ...
पर ...
वो न मुस्‍काई न कुछ बात की बस सिसकती रही ........
आज नवम्बर मास का चौथा गुरुवार होने के कारण हर वर्ष की तरह आज संयुक्त राज्य अमेरिका में थैंक्सगिविंग का पर्व मनाया जा रहा है। यह उत्सव है परिवार मिलन का और.....
हादसे अपने अपने होते हैं
अपने नहीं होते तो दूसरे के दर्द में कोई रोता ही नहीं !
ये सच है कि सबको अपनी बात पे ही रोना आता है
पर अपनी बात - सिर्फ पागल
इस अंक को प्रारम्भ करने के पहले यह बता देना आवश्यक है कि निम्नलिखित श्लोकों में प्राणायाम की प्रक्रिया और....
लो जी , होगया मंत्रीमंडल का विस्तार .....
अनेक महानुभावों ने ओथ "ली"
शपथ "ग्रहण की" या कसम "खाई "
और ये कार्य सब के सामने सम्पन्न हुआ...
घटते वन, बढ़ता प्रदूषण,
गाँव से पलायन
शहरों का आकर्षण।
जंगली जन्तु कहाँ जायें?
कंकरीटों के जंगल में क्या खायें?
मजबूरी में वे भी बस्तियों में घुस आये! ...
तीन वर्ष पूर्व आज के ही दिन हमारा विवाह हुआ था...
इस विशेष दिन पर हम दोनों को अपने घर से इतनी दूर
यहाँ स्वीडन में होना बहुत खल रहा है!...
है जिंदगी एक छलावा
पल पल रंग बदलती है
है जटिल स्वप्न सी
कभी स्थिर नहीं रहती |
जीवन से सीख बहुत पाई
कई बार मात भी खाई
यहाँ अग्नि परिक्षा भी
कोई यश न दे पाई |...
छलावा - है जिंदगी
गांधी जी का जीवन उनका अपना चुना हुआ जीवन था।
वे खुद के प्रति ईमानदार थे.....।
जिस तरह पृथ्‍वी में सुंदर दृश्‍यों की कमी नहीं ,
वैसे ही पूरे ब्रह्मांड में भी बनते रहते हैं।...
बी एस ठाकुर एवं गिलहरे के साथ बसंती तांगे वाली
हमें पुल पर छोड़कर फ़रार हो गयी,
पुल पर बहुत भीड़ थी
बड़ी मुस्किल से नीचे उतरने के बाद हमने ...
कोलावेरी डी = जुनून?
भूत सवार होना?
पागलपन?
मज़ेदार गीत या एक हारे हुए पियक्कड़ का प्रेमालाप?
तमिल, इंगलिश, या टिंगलिश?
आप ही बताइये।
"हेलमेट दिला दो "सोनिया अम्मा "
..हमारी मांगे पुरी करो ..पूरी करो |"
एक महा मोर्चा १० जनपथ की और बढ़ रहा था ..
सबके हाथ में बड़े बड़े बेनर थे जिन पर लिखा हुआ था...
जैसा पानी का रंग है ...
वैसा मन का रंग है ...
और जीवन ..का रंग है ...
कोई रंग ही नहीं ...
पर दिया अपना रंग मैंने इसे ...
और रंग दिया जीवन अपने ही रंग में...
रवीन्द्रनाथ टैगोर को **पहली बार **हाईस्कूल में
अंग्रेजी के कोर्स में पढ़ा था।
वह एक छोटा - सा नाटक था 'सेक्रीफाइस'।
बाद में स्कूल की लाइब्रेरी से ही
उनकी एक और किताब निकाली थी उसका नाम था चित्रांगदा...
आज शाम को कुछ यूँ ही लिखते - पढ़ते इस कविता का एक अनुवाद किया है।
यह मात्र भाषांतर नहीं है। मेरे लिए एक तरह का पुनर्सृजन है तो ही ,
साथ में कविगुरु के प्रति नमन और पुण्य स्मरण भी। इसे अनुवाद को साझा कर रहे हैं ...
डॉ. सिद्धेश्वर सिंह..अपने ब्लॉग कर्मनाशा पर...
जहाँ मुक्त है ज्ञान
जहाँ भय से परे है मन
और उन्नत है मस्तक - ललाट।
और जहाँ जगत को
सँकरी घरेलू दीवारों से
छोटे छोटे टुकड़ों में
नहीं दिया गया है बाँट।:
है, कौन-सी कश्ती और दरिया
हमारा जो कभी साथ दे-दे,
वो जरिया हमारा...
अपनी तरफ से मैंने कभी कोई पहल नहीं किया
उसने किया भी तो , मैं अनजान बन गयी
उसी के साथ म्यान में हूँ अनजाने ,
अनचीन्हे रिश्ते लिए और हमेशा बीच में देती रह...
ऐसी महिलाओं में गर्भाशय कैंसर के मामले बढ़ते जा रहे हैं
जिनके या तो कम बच्चे हैं या फिर बच्चे हैं ही नहीं।
वर्तमान में प्रतिवर्ष 7,530 महिलाओं में गर्भाशय...
घुटने की चोट सिर्फ खिलाड़ियों को ही नहीं,
बल्कि शारीरिक तौर पर सक्रिय रहने वाले किसी भी व्यक्ति को लग सकती है।
अक्सर घुटने की चोटों को नज़रअंदाज़ किया जाता...
सर्ग-3 बाला-शांता भाग-1
सम गोत्रीय विवाह
फटा कलेजा भूप का, सुना शब्द विकलांग |
ठीक करो मम संतती, जो चाहे सो मांग ||
भूपति की चिंता बढ़ी, छठी दिवस से बोझ ...
(मर्यादा पुरुषोत्तम राम की सहोदरी) सर्ग-१ प्रस्तावना
भगवती शांता परम (मर्यादा पुरुषोत्तम राम की सहोदरी)-
सर्ग-२ शिशु-शांता सर्ग-3 भाग...
राजीव खंडेलवाल: देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं भाजपा के सर्वोच्च नेता
श्री लालकृष्ण आडवानी ने काले धन के मुद्रदे पर
अपनी पार्टी के सांसदों का स्वघोषणा पत्र...
सीर्सक देखकर आप लोग को बुझायेगा
कि हमसे गलती से इस्पेलिंग मिस्टेक हो गया है.
ईहो सोच सकते हैं आपलोग
कि बिहारी त बिहारीये रहेगा. कुछ लोग,
जिनके मन में ...
हम सभी इंसान,
सनद रहे मैं यहाँ
सिर्फ खालिस इंसानों की बात कर रही हूँ ...
कुछ नही था वहां उसके लिए
न प्यास बुझा सके
इतना पानी ना तन मन की भूख ही मिट सके
ऐसा कुछ था उसके लिए वहां ना हरियाली जिंदगी की ना खुशहाली ..
आज के लिए बस इतना ही!
अगले शनिवार को फिर मिलेंगे!

16 टिप्‍पणियां:

  1. गर्भाशय कैंसर से बचाते हैं बच्चे !

    ke liye

    Dhanywad .

    जवाब देंहटाएं
  2. सुन्दर चर्चा और मेरे कार्टून को सम्मिलित करने हेतु आपका आभार शास्त्री जी !

    जवाब देंहटाएं
  3. शास्त्री जी धन्यवाद ..इस बेहतरीन चर्चा में आपने मेरी पोस्ट इज्जत की गठरी शामिल की... आपका शुक्रिया .. शुभं

    जवाब देंहटाएं
  4. shastri ji namaskar ..badhia links ..aur badhia charcha ...meri kavita charcha manch par rakhi ....abhar ....!!

    जवाब देंहटाएं
  5. सुन्दर चर्चा ---

    शास्त्री जी धन्यवाद ||

    जवाब देंहटाएं
  6. बेहतरीन लिंक्‍स का संयोजन किया है आपने ... मेरी रचना को स्‍थान देने के लिए आभार ।

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत दिनों बाद आई अपने ही ब्लॉग पर .....बीच में ऐसा लग रहा था कहीं लिखना छूट ही ना जाए ....भूल न जाऊं.....पर शायद लिखना इक उस आदत की तरहा होती हे जो कुछ देर के लिए दब तो सकती हे ..पर शायद खतम नही हो सकती ....जब अंदर की भावनाए जोर मारती हैं ....उफान पे चढ़ती हैं ..शब्द खुद भावनाओं को शक्ल दे के कविता का रूप ले लेते हैं .....................
    आपने मेरी रचना को स्थान दिया .चयन किया .............बहुत बहुत धन्यवाद ........एक यकीं दिलाया ..की अभी मेरे शब्द जिंदा हैं ...मेरी भावानाओं को रूप देने में सक्षम हैं ....
    बहुत बहुत धन्यवाद !

    जवाब देंहटाएं
  8. सुन्दर सूत्र संयोजन...
    सादर आभार...

    जवाब देंहटाएं
  9. छलावा है जिंदगी बहुत अच्छी चर्चा रही |
    आज अब समय मिल पाया है कई लिंक्स तो दोपहर में देखली थी |बाकी अब |
    मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
    आशा

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  10. अच्छी चर्चा .

    थप्पड़ की प्रशंसा निंदनीय है
    जो लोग आज शरद पवार के थप्पड़ मारने और उन्हें कृपाण दिखाने वाले सरदार हरविंदर सिंह की प्रशंसा कर रहे हैं,
    क्या वे लोग तब भी ऐसी ही प्रशंसा करेंगे जबकि उनकी पार्टी के लीडर के थप्पड़ मारा जाएगा ?
    हम शरद पवार को कभी पसंद नहीं करते लेकिन नेताओं के साथ पब्लिक मारपीट करे, इसकी तारीफ़ हम कभी भी नहीं कर सकते। इस तरह कोई सुधार नहीं होता बल्कि केवल अराजकता ही फैलती है। अराजक तत्वों की तारीफ़ करना भी अराजकता को फैलने में मदद करना ही है, जो कि सरासर ग़लत है।
    सज़ा देने का अधिकार कोर्ट को है।
    कोर्ट का अधिकार लोग अपने हाथ में ले लेंगे तो फिर अराजकता फैलेगी ही।
    शरद पवार के प्रशंसक ने कल शुक्रवार को हरविंदर सिंह को थप्पड़ मार दिया है।

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  11. बहुत रोचक चर्चा..सुंदर लिंक्स

    जवाब देंहटाएं

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