मित्रों!
रविवार की चर्चा के लिए भ्रमण करने निकला हूँ! देखता हूँ किसके यहाँ क्या परोसा गया है? आप भी नीचे दिये हुए लिंको का रसास्वादन करें और अपनी मनपसंद प्रतिक्रिया अवश्य देने की कृपा करें। लोग आपकी टिप्पणियों की प्रतीक्षा में हैं!
जो चाहोगे वही मिलेगा ! क्योंकि कुमाउँनी चेली ने कौन बनेगा करोड़पति के अगले सीज़न की तैयारी कर ली है ....कितना जीत सकती हूँ बताइए! एक अहसास-पछतापे का,पश्चाताप के आंसू,पलकों पर,सहेजने का नहीं रहना चाहिए। 11.11.11 को 11.11 बजे कुल 11 कडियों की सहायता से स्व0 अमृता प्रीतम की धरोहर को बचाने की मुहिम ! तमन्ना है कि एक बार बचपन मिल जाये ! मगर कहाँ है भगत सिंह की दुल्हन ? मगर चुपचाप चला गया वह भारत की माटी का लाल! तभी तो पत्रकारिता में भी आ गए मुन्ना भाई ! घबराइए मत जब देदी तुमने दियासलाई फिर उन्होंने आग लगाई * *क्यूँ बुरा लगा ? हर जगह का बुरा हाल है इसीलिए तो बारिश में भीग रहे हैं बुद्ध और फ़ुरसत में हैं तभी तो गइल भईंस पानी में ..! इंसानियत के दो पाठ.....? माय लाईफ़ स्टोरी ...पर मेरी नहीं - अब नहीं सूरते-हालात बदलने वाली! मेरे अरमान.. मेरे सपने.. हमारे पंथ के प्रवर्तक सन्त गुरु नानकदेव जी को नमन! इससे पहले कि लौह-कपाट बन्द हो … क्या पहुँच पाएगा बेचारा किसान ........? ANALYSE YOUR FUTURE भाई रहिये ठण्ड के लिए तैयार!
"बालदिवस के अवसर पर- दोनों पुस्तकों का विमोचन"
(डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
मित्रों!
मेरी हाल ही में प्रकाशित दोनों पुस्तकों
"हँसता गाता बचपन"
(बाल कविता संग्रह)
और
"धरा के रंग"
(कविता संग्रह)
का विमोचन बालदिवस के अवसर पर बाल मेले में
14 नवम्बर, 2011 को अपराह्न 2 बजे
रंगारंग कार्यक्रमों के मध्य किया जाएगा।
इस अवसर पर आप सादर आमन्त्रित हैं!....
रविवार की चर्चा के लिए भ्रमण करने निकला हूँ! देखता हूँ किसके यहाँ क्या परोसा गया है? आप भी नीचे दिये हुए लिंको का रसास्वादन करें और अपनी मनपसंद प्रतिक्रिया अवश्य देने की कृपा करें। लोग आपकी टिप्पणियों की प्रतीक्षा में हैं!
जो चाहोगे वही मिलेगा ! क्योंकि कुमाउँनी चेली ने कौन बनेगा करोड़पति के अगले सीज़न की तैयारी कर ली है ....कितना जीत सकती हूँ बताइए! एक अहसास-पछतापे का,पश्चाताप के आंसू,पलकों पर,सहेजने का नहीं रहना चाहिए। 11.11.11 को 11.11 बजे कुल 11 कडियों की सहायता से स्व0 अमृता प्रीतम की धरोहर को बचाने की मुहिम ! तमन्ना है कि एक बार बचपन मिल जाये ! मगर कहाँ है भगत सिंह की दुल्हन ? मगर चुपचाप चला गया वह भारत की माटी का लाल! तभी तो पत्रकारिता में भी आ गए मुन्ना भाई ! घबराइए मत जब देदी तुमने दियासलाई फिर उन्होंने आग लगाई * *क्यूँ बुरा लगा ? हर जगह का बुरा हाल है इसीलिए तो बारिश में भीग रहे हैं बुद्ध और फ़ुरसत में हैं तभी तो गइल भईंस पानी में ..! इंसानियत के दो पाठ.....? माय लाईफ़ स्टोरी ...पर मेरी नहीं - अब नहीं सूरते-हालात बदलने वाली! मेरे अरमान.. मेरे सपने.. हमारे पंथ के प्रवर्तक सन्त गुरु नानकदेव जी को नमन! इससे पहले कि लौह-कपाट बन्द हो … क्या पहुँच पाएगा बेचारा किसान ........? ANALYSE YOUR FUTURE भाई रहिये ठण्ड के लिए तैयार!
"बालदिवस के अवसर पर- दोनों पुस्तकों का विमोचन"
(डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
मित्रों!
मेरी हाल ही में प्रकाशित दोनों पुस्तकों
"हँसता गाता बचपन"
(बाल कविता संग्रह)
और
"धरा के रंग"
(कविता संग्रह)
का विमोचन बालदिवस के अवसर पर बाल मेले में
14 नवम्बर, 2011 को अपराह्न 2 बजे
रंगारंग कार्यक्रमों के मध्य किया जाएगा।
इस अवसर पर आप सादर आमन्त्रित हैं!....
अच्छे लिंक्स ...
ReplyDeleteआभार !
बहुत बढियां रही आज की चर्चा ..धन्यवाद मुझे शामिल करने के लिए ....
ReplyDeleteबहुत बढ़िया चर्चा
ReplyDeleteनहीं बदलते राजपूत समाज में महिलाओं के सरनेम
बहुत बहुत शुभकामना के साथ
ReplyDelete..धयवाद मुझे शािमल करने के िलए ....
बढ़िया चर्चा ||
ReplyDeleteआभार ||
abhaar evam shubhkamnaen
ReplyDeleteजैसा चाहा वैसा मिला
ReplyDeleteBahut sundar links lekar saarthak charcha prastuti hetu aabhar!
ReplyDelete"हँसता गाता बचपन"
ReplyDelete(बाल कविता संग्रह)
और
"धरा के रंग"
(कविता संग्रह)
का विमोचन बालदिवस के अवसर पर
आपको मुबारक हो !!!
जितनी बंटनी थी बंट चुकी ये ज़मीं,
अब तो बस आसमान बाकी है |
सर क़लम होंगे कल यहाँ उनके,
जिनके मुंह में ज़बान बाक़ी है ||
http://mushayera.blogspot.com/2011/11/blog-post_13.html
सुंदर चर्चा
ReplyDeleteबढ़िया चर्चा
ReplyDeleteसुंदर चर्चा
ReplyDeleteपुस्तकों के विमोचन की अग्रिम बधाई
सुन्दर लिंक्स
ReplyDeleteपुस्तक प्रकाशन की हार्दिक बधाई
बढ़िया चर्चा... सुन्दर लिंक्स...
ReplyDeleteपुस्तकों के लिए सादर बधाईयाँ सर...
सादर...
बहुत सुन्दर लिंक्स और उनका रोचक प्रस्तुतीकरण..मेरी रचना को शामिल करने के लिये आभार...पुस्तकों के विमोचन के लिये हार्दिक बधाई...आभार
ReplyDeleteसुन्दर चर्चा!
ReplyDeleteपुस्तकों के विमोचन हेतु बधाई!
पुस्तकों के विमोचन के लिये हार्दिक बधा…………सुन्दर व शानदार चर्चा।
ReplyDeleteबधाई..
ReplyDeleteसुन्दर व सार्थक चर्चा !
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति !
अच्छे लिंक्स के लिए धन्यवाद
ReplyDeleteसुंदर, बहुत सुंदर।
ReplyDeletesunder links.....
ReplyDeleteजैसे भाग-दौड कर खानापूर्ति की गई हो.....
ReplyDeleteअच्छी रही!
ReplyDeleteचर्चा मंच पर आकार घुम्मकड़ी करने में कम समय लगता है... और चुनिन्दा रचनाओं तक पंहुंच पाना सम्भव हो जाता है
ढेर सारे लिंक्स के साथ बढ़िया चर्चा !
ReplyDeleteअंकल, पुस्तकों के विमोचन के लिए आपको हार्दिक बधाई!!!
ReplyDeleteअच्छे लिंक्स ...
ReplyDeleteआभार !