आज की चर्चा में आप सबका स्वागत है
आज की चर्चा आदरणीय डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री जी ने लगानी थी, वे चर्चा तैयार भी कर रहे थे, लेकिन उनके छोटे मामा जी डॉ. धर्मवीर का देहावसान का समाचार उन्हें शाम को 5-30 पर मिला , ऐसे में चर्चा न लगाना उनकी विवशता थी , उनकी तरफ से यह दायित्व मैं निर्वहन कर रहा हूँ. साथ ही भगवान से प्रार्थना है कि वे परिवार को दुःख भरे पलों को सहने का सामर्थ्य दें.
आज की चर्चा
लेखकीय मन: स्थिति बता रहे हैं प्रवीन पाण्डेय जी
सर्द रातें हैं और कहने को हैं कितनी ही बातें
मिसाइल वोमेन ----- जय हो
आज की चर्चा में बस इतना ही , यह चर्चा आनन -फानन में तैयार हुई अत: ज्यादा भ्रमण नहीं हो सका . आशा है आपको यह पसंद आएगी
धन्यवाद
* * * * *
अच्छी चर्चा और लिंक्स |
जवाब देंहटाएंआशा
badhia links....abhar.
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स !
जवाब देंहटाएंछूट गए को पढ़वाने के लिए धन्यवाद
जवाब देंहटाएंछोटी पर सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा की सुन्दर प्रस्तुति...हिंदी हाइगा शामिल करने के लिए आभार|
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स के साथ बढ़िया चर्चा
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह अच्छे-प्यारे लिंक्स दिए हैं आपने. धन्यवाद...
जवाब देंहटाएंलोग जो शाकाहार पसंद करते हैं,
जवाब देंहटाएंउन्हें जानकर ताज्जुब होगा कि आलू टमाटर को वैज्ञानिकों ने ख़ून पीते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया है।
आज की चर्चा सचमुच अच्छी है।
मालिक उन लोगों को सहन शक्ति दे और सन्मार्ग दिखाए जिनके प्रियजन अपना आयु चक्र पूरा करके इस जग से चले गए हैं।
आमीन !
भगवान् दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करे |
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा..
जवाब देंहटाएंमन खुश हो गया!
कुछ नहीं पढ़ पाई हूँ.
जल्दी ही पढुगी!
मेरे ब्लॉग पर भी आइये!
अच्छी चर्चा..
जवाब देंहटाएंमन खुश हो गया!
कुछ नहीं पढ़ पाई हूँ.
जल्दी ही पढुगी!
मेरे ब्लॉग पर भी आइये!
अच्छी चर्चा और लिंक्स |
जवाब देंहटाएंडॉ. रूपचन्द्र शास्त्री जी के मामा डॉ. धर्मवीर जी के देहावसान,हम सभी भगवान से प्राथना करते है कि उनकी आत्मा को शांति मिले
सार्थक चर्चा के लिए आभार.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद चर्चा में शामिल करने के लिए। भगवना शास्त्री जी औऱ उनके परिजनों को संबल दे..साथ ही भगवान दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री सर के मामा जी को सादर श्रद्धांजली....
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा... सादर आभार...
बहुत सुन्दर चर्चा और लिंक्स...आदरणीय शास्त्री जी के मामा जी को विनम्र श्रद्धांजलि.
जवाब देंहटाएंमेरे दुख के पलों में भी चर्चा मंच को अनवरत जारी रखने के लिए आभार।
जवाब देंहटाएं--
सभी ब्लॉगर साथियों को धन्यवाद।
sateek v sarthak links se saji charcha prastut karne hetu aabhar
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंसंक्षिप्त पर सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंसटीक लिंक्स के साथ,संक्षिप्त चर्चा.आदरणीय श्री मयंक जी के मामीजी के देहवासन पर,
जवाब देंहटाएंश्रंधाजलि.
अच्छी चर्चा।
जवाब देंहटाएंaapka bahut bahut shukriya Dilbag Jee...meri ghazal ko charcha manch mein shamil karne k liye :)
जवाब देंहटाएंवाह बहुत ही अच्छे लिंक्स संजोये हैं आपने ..जिनके साथ मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार ।
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंSir आपने बहुत अच्छे से Fundamental Right Hindi Explain कि हैं। Very Nice post
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