नमस्कार!
काफी सारी पोस्ट पढी मैंने आज। सुबह से काम के चलते वक्त नहीं मिला सो रात में बैठ गया और खो गया ब्लाग की दुनिया में। यहां कोई अपने ही ख्यालों में खोया है तो कोई उलझा है चुनावों को लेकर। किसी को चिंता इस बात की है कि मौजूदा समय में नैतिकता क्यों खत्म हो रही है तो कोई खुश है, ब्लाग जगत में उल्लेखनीय काम करने पर। .... तो शुरू करता हूं आज का सफर....अपनी पसंद के कुछ पोस्ट्स के साथ.........
तुम बहुत खूबसूरत हो लड़की!
रविन्द्र जी को मुंबई के कल्याण में हिंदी साहित्य श्री सम्मान-2012 से सम्मानित किया गया। बधाईयां उनको.....
उत्तरप्रदेश सहित देश के कुछ हिस्सों में चुनाव का माहौल है। तमाम तरह के घोटालों, भ्रष्टाचार की बातों के बीच मतदाता मौन है... मतदाताओं की मन:स्थिति को सामने लेकर आए हैं अमित श्रीवास्तव जी
छत्तीसगढ की समृध्द विरासत का एक हिस्सा है मेला-मड़ई। ब्लाग भ्रमण के बाद थकान दूर करने और कुछ रोचकता लाने घूम आईए यहां और लीजिए मस्त नजारों का मजा। मेला-मड़ई की सैर करा रहे हैं राहुल सिंह जी।
काफी सारी पोस्ट पढी मैंने आज। सुबह से काम के चलते वक्त नहीं मिला सो रात में बैठ गया और खो गया ब्लाग की दुनिया में। यहां कोई अपने ही ख्यालों में खोया है तो कोई उलझा है चुनावों को लेकर। किसी को चिंता इस बात की है कि मौजूदा समय में नैतिकता क्यों खत्म हो रही है तो कोई खुश है, ब्लाग जगत में उल्लेखनीय काम करने पर। .... तो शुरू करता हूं आज का सफर....अपनी पसंद के कुछ पोस्ट्स के साथ.........
उदासियाँ बहुत गहरी हो जायें
तो अपने अन्दर लौटो
वो तुम ही हो
जिसके अन्दर है
रौशनी का अजस्र श्रोत
वहीं से निकलती है
मुस्कुराहटों की बारामासी नदी
कुछ रिश्ते अनाम होते है पर वो रिश्ते दिल के करीब होते है
सक्षम / सृजक
ये मेरी यात्रा है...
अच्छी या बुरी...
जैसी भी है ये मेरी अपनी है...
यहाँ जो जैसा है लिखता चला जाए...;
लगता है मजदूरी कर ली
बर्तन धोये घर साफ़ करें
बुड्ढे बुढ़िया के पैर छुएं,
जब से पापा ने शादी की, फूटी किस्मत, अरमान लुटे !जब देखो तब
''हू ला ला'' पर थिरके कदम
''शीला-मुन्नी'' पर निकले है दम
नैतिकता का है ये पतन
दूषित हो गया अंतर्मन
ओ फनकारों करो कुछ शर्म
शालीन नगमों का कर लो सृजन
फिर से सजा दो लबो पर हर दम
वन्देमातरम .....वन्देमातरम !
मर्मान्तक पीड़ा से गुज़रना पड़ता है
दिन-रात मुझे
क्यूंकि .. स्त्री हूँ मैं
हाँ इक गुनाह हूँ मैं
समाज़ की हर सही
और गलत ज़रूरतों को
पूरा करने वाला
पद्य रचनाओं के बाद अब कुछ गद्य रचनाएं......................
मान लीजिए डॉ. टी.एस.दराल जी की सलाह, क्योंकि लोदी गार्डन में पिकनिक --दे हर उम्र में ज़वानी का अहसास---
क्या है उपलब्धि का आधार
अदा जी, स्पेन में मुसीबत में हैं ?
अनाम होने पर भी रिश्ते
........... कायम रहते है !
पर जब भी उन्हें नाम देने की कोशिश
.............की जाती है !
फिर भी तू न माना
कि हम सिर्फ तेरे हैं और तुम हमारे...
रंग तितलियों में भर सकती हूँ मैं......
फूलो से खुशबू भी चुरा सकती हूँ मैं......
यूँ ही कुछ लिखते-लिखते
इतिहास भी रच सकती हूँ मैं......

संस्कारों एवं
सृष्टि का आधार
जिम्मेदार/समझदार
प्रकृति का अनमोल उपहार
पालनहार
मौन/प्राण/ अपान, ममता/सत्य
ललकार

अच्छी या बुरी...
जैसी भी है ये मेरी अपनी है...
यहाँ जो जैसा है लिखता चला जाए...;
हास्य रचना का आनंद महसूस करें, मुस्कराएं..... ठहाका लगाएं !
हो सकें तो सुधर भी जाएँ ... :-)
जब से व्याही हूँ साथ तेरे
लगता है मजदूरी कर ली
बर्तन धोये घर साफ़ करें
बुड्ढे बुढ़िया के पैर छुएं,
जब से पापा ने शादी की, फूटी किस्मत, अरमान लुटे !जब देखो तब
बटुआ खाली,हम बात तुम्हारी क्यों माने ?

''शीला-मुन्नी'' पर निकले है दम
नैतिकता का है ये पतन
दूषित हो गया अंतर्मन
ओ फनकारों करो कुछ शर्म
शालीन नगमों का कर लो सृजन
फिर से सजा दो लबो पर हर दम
वन्देमातरम .....वन्देमातरम !
लेकिन बीतते हुए समय ने जिंदगी को ;
सिर्फ टुकड़ा टुकड़ा किया ….
सतरंगी सा रूप तुम्हारा,
मुझको भाया नया-नया।
सीपों में मोती बन आया,
रूप तुम्हारा नया-नया।कितना अभिमान है मुझे
जिन्हें पल पल गाँठ पे गाँठ
पर सुलझाया है

दिन-रात मुझे
क्यूंकि .. स्त्री हूँ मैं
हाँ इक गुनाह हूँ मैं
समाज़ की हर सही
और गलत ज़रूरतों को
पूरा करने वाला
पद्य रचनाओं के बाद अब कुछ गद्य रचनाएं......................

अगली कडी में बता रहे हैं एक बार फिर केवल राम जी
अदा जी, स्पेन में मुसीबत में हैं ?
सावधान रहिए, आपको भी इस तरह के ई मेल आ सकते हैं, सचेत कर रहे हैं खुशदीप सहगल जी

अच्छी खबर है। अलबेला खत्री जी स्वस्थ्य हो गए हैं। अपनी देखभाल करने वाले अस्पताल, डाक्टरों और शुभचिंतकों को धन्यवाद दे रहे हैं अपनी ही शैली में........ कहते हैं, डाक्टरों ने अनावश्यक खर्च नहीं कराए.....!!!

अब दीजिए अतुल श्रीवास्तव को इजाजत।
मुलाकात होगी अगले मंगलवार.... पर चर्चा जारी रहेगी पूरे सातों दिन।
तब तक के लिए नमस्कार...................
अतुलनीय अतुलजी ,..... इस मंगल की ब्लाग्गर्स चर्चा रोचक मंगलकारी ....
जवाब देंहटाएंअतुल जी ,आभार | आप लोगो की मेहनत से हम लोगो को सारे अच्छे लेख एक साथ पढने को मिल जाते हैं |
जवाब देंहटाएंbadhia links ....badhia charcha ...
जवाब देंहटाएंआभार अतुल भाई ...
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स दिए हैं !
बहुत बढ़िया और सधी हुई चर्चा!
जवाब देंहटाएंकुछ नये लिंक भी मिले!
आभार!
बेहतरीन चर्चा ......
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा और लिंक्स|
जवाब देंहटाएंआशा
अच्छे लिंक्स ||
जवाब देंहटाएंआभार ||
सबसे पहले तो आपका शुक्रिया अतुल जी...आपने मेरी रचना को चर्चा मंच में स्थान दिया..
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति..लिंक्स अब देखती हूँ...
शुभकामनाएँ एवं आभार.
अतुलजी आपका बहुत -बहुत आभार हमारी रचना को स्थान देने के लिए... सुन्दर चर्चा बढ़िया लिंक्स...शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंnice.
जवाब देंहटाएंhttp://hbfint.blogspot.in/2012/02/29-cure-for-cancer.html
सारी पोस्ट पढ़ अधिकाधिक आनन्द आया..
जवाब देंहटाएंप्रिय अतुल जी ;
जवाब देंहटाएंनमस्कार
आज की चर्चा में आपने मेरी कविता को शामिल करके मुझे अनुग्रहित किया है . आपका दिल से धन्यवाद. चर्चा बहुत अच्छी रही . मैं अब दूसरे लिंक्स भी देखता हूँ.
धन्यवाद.
विजय
बहुत बढ़िया सुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंहमे चर्चा में स्थान देने के लिए बहुत बहुत आभार .......अतुल जी
आभार!
जवाब देंहटाएंBeautiful collection , to get together.nice. congratulation
जवाब देंहटाएंबेहतरीन चर्चा ....
जवाब देंहटाएंबेहतरीन ..
जवाब देंहटाएंkalamdaan.blogspot.in
dhnyavaad mujhe shamil karne ke liye..........
जवाब देंहटाएंbadhaai shaandaar links ke liye
्बहुत सुन्दर लिंक संयोजन्………बढिया चर्चा।
जवाब देंहटाएंविस्तृत चर्चा बहुत सुन्दर लगी .
जवाब देंहटाएंbehad sundar links atul ji....
जवाब देंहटाएंaapne mere shbdon ko sthan diya..bahu bahut aabhar..
good selections atul ji...haasya,,,prem bhavaanaae sab kuchh ek saath mil gaya..aabhaar aapka
जवाब देंहटाएंbahut sundar charcha prastuti..aabhar!
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छे लिंक्स का चयन किया है आपने ..आभार ।
जवाब देंहटाएंसुंदरता से सजाया है चर्चा मंच ..आभार आपका.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया रचना अतुल जी हार्दिक बधाई ...:)
जवाब देंहटाएंआपका बहुत-बहुत आभार अतुल जी.... बहुत ही खुबसूरत लिनक्स की आज चर्चा की है आपने..... मुझे स्थान देने के लिए आपको धन्यवाद.....
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन लिंक्स का संयोजन है
जवाब देंहटाएंशानदार चर्चा मंच ....
आभार आप सबका।
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना सन्कलन!!
जवाब देंहटाएंसचित्र चर्चा
जवाब देंहटाएंक्या बात बहुत खूब .. बढ़िया गद्य और पद्य से सजी आज की महफ़िल
जवाब देंहटाएंखूब रस लिया .. दिल खुश हो गया
ये सिलसिला यूँ ही अनवरत चलता रहे
स्वयं को चर्चा मंच का हिस्सा बना देख बहुत अच्छा लगा
बहुत बहुत शुक्रिया आपका