आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
आज की चर्चा कर पाऊँगा विश्वास नहीं था । कारण कम्प्यूटर महोदय हैंग हो जाता था । नई विंडो करने के बाद भी समस्या यथावत थी , लेकिन मौके पर सब दुरुस्त हो गया । तकनीकी ब्लॉग पर इस समस्या का समाधान नहीं मिला शायद आपके पास हो तो ब्लॉग लेखकों को बताएं कि ये महाराज हमें परेशान क्यों करते हैं ।
आज की चर्चा
गद्य रचनाएं
- स्वार्थ का पहला पाठ सीखा जाता है घर में । देखिए लघुकथा स्वार्थ का पाठ ।
- युवराज सिंह मानते हैं खुद को दोषी ।
- कुमार राधारमण जी बता रहे हैं ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण , कारण , उपाय ।
- रिटायरमेंट की उम्र बढाने के शगूफे पर एतराज है डॉ. दिव्या जी को ।
- रीडर्स एडिटर आनन्द जोशी जी पूछ रहे हैं -- आप कैसा अख़बार पसंद करेंगे ।
- विजय कुमार सम्पत्ति की व्यंग्य कथा अटेंशन है परिकल्पना ब्लोगोत्स्व पर ।
- दिनेशराय द्विवेदी जी का मानना है कि विश्वसनीय सरकारें भारत के भाग्य में दूर दूर तक नहीं ।
- जिस तन लगे सो तन जाने ----- नारी की व्यथा को कह रही हैं पल्लवी जी बेसुरम पर ।
- उड़िया लेखिका सरोजिनी साहू जी कहानी लज्जा का अनुवाद किया है दिनेश कुमार माली जी ने ।
पद्य रचनाएं
- कन्यादान क्या एक अभिशाप है ? - वन्दना गुप्ता जी कन्यादान या अभिशाप विषय पर चला रही हैं अपनी लेखनी ।
- बंधक का दुःख ब्यान कर रही हैं विद्या जी ।
- आन - शान थी जो वो अब हुई बदनाम है टोपी --- यह कहना है डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री जी का ।
- कैलाश शर्मा जी के ब्लॉग कशिश पर हैं हाइकु ।
- ब्लॉग जखीरा पर है गजलगो जिया फतेहबादी जी के सुपुत्र रविन्द्र सोनी जी की ग़ज़ल ।
- डूबा यादों का सफीना माजी के बहर में -- ग़ज़ल कह रहे हैं नजील साहब ।
- विधान सभा में किन -किन चीजों पर प्रतिबन्ध होना चाहिए - सवाल उठा रहे हैं मलखान सिंह जी ।
- ओंठों पे हंसी आँखों में आंसू होते हैं --- विवेक मिश्र जी का मानना है कि कुछ पल ऐसे होते हैं ।
- पूनम जी का सोचना है न जाने क्यों लोग इतने रिश्ते बनाते हैं , आप क्या सोचते हैं ?
- एक ब्लॉग सबका पर है वेलेंटाइन डे का खुमार ।
- नदी के पार कोई गीत गा रहा है ----- पहुंची बलों AAA पर.
- दोस्ती , दुश्मनी , प्यार , त्क्र्रा , ख़ुशी , आंसू..... कुछ भी शाश्वत नहीं है....
- योगेश शर्मा जी की कहना है कि तुम्हें खबर तो होगी .....
- नीम-निम्बोरी पर है दुआ युवी के फिर छः छ्क्के मारने की ।
- राजेश कुमारी जी का मानना है कि बिखरे हुए गेसूओं को इंतजार है हवा के झोंके का ।
- श्राप को भी वरदान करने का आह्वान कर रही हैं सोनल रस्तोगी जी ।
- हमउम्र समय की तलाश की नाकाम कोशिश हो रही है ब्लॉग शब्दों का उजाला पर ।
- एक छोटी सी लव स्टोरी ब्लॉग वटवृक्ष पर.
आज के लिए बस इतना ही
धन्यवाद
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इतना तो नखरा झेलना ही पड़ेगा, कम्प्यूटर महाराज का।
ReplyDeleteसुंदर लिनक्स का संकलन ...बहुत उम्दा चर्चा
ReplyDeleteबेहतर लिंक्स...!
ReplyDeleteकम्प्यूटर और नेट के चाहे कितने भी नखरे हो मगर चर्चा तो प्रतिदिन होगी ही!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया लिंक्स के साथ एक स्तरीय चर्चा!
bahut badhia charcha ....
ReplyDeleteचर्चा में मेरी कविता "बंधक" की चर्चा देख बहुत प्रसन्न हूँ...
ReplyDeleteइसी प्रसन्न मन से बाकी के लिंक्स भी देखती हूँ...
आपका बहुत बहुत आभार दिलबाग विर्क जी..
शुक्रिया.
उम्दा चर्चा.
ReplyDeleteसभी लिंक्स बेहतरीन...
ReplyDeleteमंदिरों के फोटोस देख अच्छा लगा..
शुक्रिया..
बढ़िया चर्चा
ReplyDeletebahut umdaa charchaa . Kuchh behtareen bhaavo se parichit huaa. Meri nazm ko sammilit kane ke liye haardik aabhaar
ReplyDeleteबहुत सुन्दर चर्चा ||
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार |
युवराज स्वस्थ हों --
शुभकामनाएं --
बेहतर लिंक्स.उम्दा चर्चा
ReplyDeleteकम्प्यूटर को दुरुस्त रखिए जनाब. बेहतरीन चर्चा के लिए आभार.
ReplyDeleteबढिया चर्चा।
ReplyDeleteसुंदर लिनक्स बेहतरीन चर्चा के लिए आभार.
ReplyDeleteशुभकामनाएं --
तमाम प्रयासों के बावजूद कई ज़रूरी पोस्ट छूट ही जाते हैं। आप जैसे लोग न हों,तो ऐसी पोस्ट हमेशा के लिए रह जाएं पढ़ने से।
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति अच्छी चर्चा
ReplyDeleteMY NEW POST...मेरे छोटे से आँगन में...
सुंदर लिंक्स...बहुत रोचक चर्चा..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteबहुत सुन्दर!
ReplyDeleteआभार!!
सुंदर लिंक्स का संयोजन यहाँ शामिल करने के लिए आभार...
ReplyDeleteबहुत ही अच्छे लिंक्स का चयन किया है आपने ..आभार ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर लिंक संयोजन्……रोचक चर्चा।
ReplyDeletebahut sundar badhiya linkon se saji charcha ...achche link mile..
ReplyDeletesfurtidayak,dilchasp sankalan
ReplyDeleteअच्छे लिंक्स
ReplyDeleteसभी लिंक्स बहुत ही बेहतरीन है
ReplyDeleteप्रभावी चर्चा मंच ...