दोस्तों! चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ का आदाब क़ुबूल फ़रमाएं सोमवारीय चर्चामंच पर! पेशे-ख़िदमत है आज की चर्चा का-
लिंक नं. 1-
आइए! घूमते हैं रंगीलो राजस्थान : मेवाड़ राजाओं की शरणस्थली कुम्भलगढ़! मनीष कुमार जी के साथ
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सुकून चाहता हूँ -निरंन्तर : अभी से ही भाई!
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गिद्ध, मुर्गियां और इंसान जो न कह सके सुनील दीपक जी
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होली लेकर फागुन आया : डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’
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माँ मुस्कुराती है जब संगीता जी गुनगुनाती हैं
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"मोह की झफ्फी" बिल्कुल फ्री डॉ. हरदीप कौर सन्धू जी की जानिब से
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ऋतुराज को आना पड़ा है आख़िर नवीन सी चतुर्वेदी जी ने जो बुलाया ठाले बैठे
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आश्रम के नियमों का उल्लंघन यह है प्रेरक प्रसंग-25
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भारतीय काव्यशास्त्र-101 -आचार्य परशुराम राय
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यादों को विस्मृत कर देना बहुत कठिन है महेन्द्र वर्मा जी के लिए
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कुछ कहना है मेरे अरुण भैया!
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आयो रे बसन्त चहुँ ओर बेचैन आत्मा हो गयी
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चीनी और नमक दोनों खाएं कम-कम : स्वास्थ्य सबके लिए
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होती बन्दरबांट बेसुरम पर
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हसरतें : ऊँचे ओहदे पर बैठी वह! -डॉ. अलका सिंह
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काव्यांजलि की चिंगारी
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हुस्न की बात धीरेन्द्र जी के साथ
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आह्वान- लाल क्रान्ति के लिए दो अपने लाल
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चलो चलें माँ : एक लघु कथा साधना वैद्य की
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नवगीतिका प्रस्तुत कर रहे हैं वेदव्यथित जी
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वो टूटता तारा -कविता विकास
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अनुशील पर अन्तराल
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सलामती की चाहत है निवेदिता जी को
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आशा जी भूलीं सारे राग-रंग
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जाले पर चुहुल कर रहे हैं पुरुषोत्तम पाण्डेय जी
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क्यूँ करूँ? -रश्मि प्रभा
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तेरे बिन! -मीनाक्षी पन्त
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उसने कहा था हे महाजीवन!
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आज के लिए इतना ही, फिर मिलने तक नमस्कार!
सार्थक प्रयास, आभार
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा .
जवाब देंहटाएंक्या बात है --
जवाब देंहटाएंचुन-चुन कर लाये हैं लिंक -
उत्तम-उत्कृष्ट ||
खूबसूरत चर्चा।
जवाब देंहटाएंमेरी गीतिका सम्मिलित करने के लिए आभार।
the best charcha
जवाब देंहटाएंसुन्दर सार्थक चर्चा...
जवाब देंहटाएंबहुत सार्थक लिंक्स का चयन किया है गाफिल जी ! मेरी लघु कथा को भी इसमें स्थान दिया आभारी हूँ !
जवाब देंहटाएंबढिया चर्चा।
जवाब देंहटाएंबेहतर प्रस्तुतिकरण-लिंक्स।
मेरी पोस्ट ''लाल क्रान्ति के लिए दो अपने लाल'' को शामिल करने के लिए आभार।
बहुत सुन्दर चर्चा .. और चित्रों के साथ... आपने मुझे इत्तला किया था कि मेरा रचना का लिंक यहाँ होगा ..लेकिन शायद आप भूल गए :)) .. फिर भी आपने मेरी पोस्ट का चयन किया था ..आपका सादर शुक्रिया...
जवाब देंहटाएंसर्वगुणसंपन्न, सभी रसों से भरपूर आपका ये कलेक्सन बहुत सुरुचिपूर्ण है. गाफिल जी को हार्दिक धन्य्वाद्द.
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा..
जवाब देंहटाएंkalamdaan.blogspot.in
bahut sundar charch...koshish karungi sab padh pau...
जवाब देंहटाएंउत्तम-उत्कृष्ट मनमोहक लिंक्स,मेरी रचनाओं को मंच में स्थान देने के लिए गाफिल जी बहुत२ आभार,..
जवाब देंहटाएंआभार!
जवाब देंहटाएंशुक्रिया चन्द्र भूषण जी ............... बहुत बहुत आभारी हूँ इस चर्चा मंच तक लाने के लिये ............आज सबको पढ रही हूँ . समयाभाव के कारण पिछले अंक पढ नहीं पायी थी
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा.......
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार।
sarthak charcha.achchha links .
जवाब देंहटाएंगाफ़िल साहब धन्यवाद ! आपके द्वारा चुनी लिंक्स को सहेज लिया है। फुर्सत से शाम को पढ़ूँगा।
जवाब देंहटाएंsarthak charcha hamesha ki tarah .badhai.
जवाब देंहटाएंसुव्यवस्थित चर्चा.
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा...
जवाब देंहटाएंसादर आभार.
खूबसूरत चर्चा।
जवाब देंहटाएंमैं तो दंग हूं, बड़ी मेहनत करते हैं आप एक-एक अंक के पीछे।
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट मनमोहक लिंक्स,मेरी रचना को मंच में स्थान देने के लिए गाफिल जी बहुत आभार|
जवाब देंहटाएंgaafiljee kaa bahut bahut dhanywaad ,meree rachnaa ko sthaan dene ke liye
जवाब देंहटाएंआप सबका बहुत-बहुत आभार और धन्यवाद चर्चामंच तक आने का और हमें प्रोत्साहित करने का
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