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गुरुवार, अगस्त 02, 2012

24 घंटे लेट:रविकर -चर्चा मंच 959

  मिलकर रेल धकेल, रहे पैसेंजर नादाँ-


कोलकाता की मेल का, होता इंजन फेल ।
रविकर जंगल झाड में, विकट परिस्थिति झेल ।
विकट परिस्थिति झेल , ख़तम जब दाना पानी ।
बेढब पेंट्री कार, मरे बिल्ली खिसियानी ।
मिलकर रेल धकेल, रहे पैसेंजर नादाँ ।
खाए-पिए बगैर, रहा ना लेकिन माद्दा ।


  (0)

रक्षा का बंधन,,,,

  (1)

वैवाहिकी :मैनेजिंग डायरेक्टर चाहिए-

 (1)
सास-ससुर पति ननद दो, भावी दो संतान।
स्नेह-सूत्र में बाँध ले, जो कन्या मुस्कान ।
जो कन्या मुस्कान, व्यवस्था घर की सारी ।
एक्जीक्यूटिव रैंक, सैलरी  रखे हमारी ।
मन श्रद्धा-विश्वास, परस्पर सुख-दुःख बांटे ।
बने धुरी मजबूत, गृहस्थी भर फर्राटे ।।


  2

"जाम ढलने लगे" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')


करते-करते भजन, स्वार्थ छलने लगे।
करते-करते यजन, हाथ जलने लगे।। 


  3

मोहन भागवत अनशन पर क्यो नही ?

Arunesh c dave 
देखिये साहब वैसे तो इस देश में लोकतंत्र है, न कोई किसी को अनशनियाने से रोक सकता है और न ही जबरदस्ती करवा सकता है। पर इस सवाल का कारण यह है कि सोशल मीडिया में स्वयं को हिंदु धर्म रक्षक मानने वाले वीर, अन्ना हजारे के अनशन को कोसते घूम रहे हैं। जाहिर है लोकतंत्र में उनको इसका अधिकार भी है, और ऐसा करने वाले वे अकेले भी नही है। मीडिया के माध्यम से अनशन के खिलाफ़ राजनैतिक प्रचार निष्फ़ल है। मीडिया और राजनैतिक दल दोनो अपनी साख खो चुके है।

4

डॉ. अनीता कपूर की तीन कविताएं

रवीन्द्र प्रभात
वटवृक्ष  


  5

रक्षा बंधन के पर्व की सभी को मंगल कामनाएं । आज तरही में एक साथ दो पांडे जी, श्री सौरभ पांडेय जी और श्री विनोद पांडेय ।

पंकज सुबीर 

  6

'दो'

यशवन्त माथुर

आदत है अँधेरों में जीने की 
तो क्या चीज़ उजाला है 
एक तरफ है झक सफ़ेद 
एक तरफ काला है  
कहीं इस समय दिन है 
कहीं पे रात है 
कहीं भरी दुपहर है 
कहीं शाम की बात है


7

देख ले सब कुछ भुला कर आज़ भी हूँ तेरे साथ

Navin C. Chaturvedi
ठाले बैठे


  8

शब्द सृजन की वेला

Dr.J.P.Tiwari 


9

बरसात का पहला दिन

मनोज कुमार
विचार 
*बरसात का पहला दिन* “बरसात का एक दिन” था और मेरे साथ एक हादसा हुआ था .. बताया तो था आपको। बात वहीं से शुरू करते हैं … जहां छोड़ी थी … मैं मेट्रो के बाहर छाता मोड़ कर वर्षा के जल में भींगता धीमी गति से आगे बढ़ रहा था। न मुझे कहीं जाने की ज़ल्दी थी और न मैं ज़ल्दी में था। काफी दूर पैदल चलने के बाद मुझे ख्‍याल आया कि मेरे हाथ में छाता है और मैं भींग रहा हूँ। पर मन के अंदर चल रहे ताप के कारण वर्षा की बूंदे काफी अच्‍छी लग रही थी। उस पल जिस रस में मैं भीग रहा था, उसके कारण वर्षा में भींगना ज्‍यादा खुशनुमा लग रहा था।

  10

NYC'S fat ban paying off

veerubhai 
* NYC'S fat ban paying off* *न्यूयोर्क शहर में आयद किये गए उस पांच साल पुराने प्रतिबन्ध के सु -परिणाम अब खुलकर सामने आयें हैं जिसके तहत शहर के रेस्तराओं को ट्रांस फेट्स इस्तेमाल करने के लिए मना किया गया था .फास्ट फूड्स के प्रेमियों को इसका सीधा फायदा पहुंचा है .शहर के स्वास्थ्य अफसरान द्वारा संपन्न एक अध्ययन से पता चला है इन रेस्तराओं ने Hydrogenated oils का इस्तेमाल कमतर कर दिया है . ट्रांस फेट्स और स्प्रेड्स का मुख्य स्रोत यही हाड्रोजन से संयुक्त किया गया तेल था .हम जानतें हैं फास्ट फ़ूड बासा खाना ही होता है जिसकी भंडारण अवधि को बढाने के लिए ही ट्रांस फेट्स का इस्तेमाल किया जाता...



  11

नर की अग्नि

 (प्रवीण पाण्डेय)
न दैन्यं न पलायनम्

  12

इंसानी दिमाग स्त्री और पुरुषों को अलग-अलग तरीके से देखता है. स्त्रियों का दिमाग भी यह भेदभाव करता है.

नारी मन के रहस्यों को समझते हुए उसकी समस्याओं का समाधान खोजने की एक बोधपूर्ण विचार यात्रा

 DR. ANWER JAMAL


13

राखी में मगरूर, पिया की जालिम बहना-

(1)
तरसे या हरसे हृदय, मास गर्व में चूर |
कंत हुवे हिय-हंत खुद, सावन चंट सुरूर |
सावन चंट सुरूर, सुने न रविकर कहना |
राखी में मगरूर, पिया की जालिम बहना |
लेती इन्हें बुलाय, वहाँ पर खुशियाँ बरसे |
मन मेरा अकुलाय, मिलन को बेहद तरसे ||

 



  15-अ 

 

राखी व रक्षाबंधन पर्व के निहितार्थ ... डा श्याम गुप्त..

डा. श्याम गुप्त
भारतीय नारी  

15-ब 

'एक ह्रदय हो भारत जननी '.....डा श्याम गुप्त....

डा. श्याम गुप्त
एक ब्लॉग सबका  


16

रेश्‍म की डोर ....

सदा 
SADA  

17

भाई - बहन का रिश्ता खट्टा- मीठा , प्यारा -प्यारा




18

कार्टून कुछ बोलता है- बिजली मैडम की सफाई !

पी.सी.गोदियाल "परचेत"
अंधड़ ! 


19

मनमोहनजी तो कुछ और ही समझ बैठे.


48 टिप्‍पणियां:

  1. रक्षा बंधन मुबारक तमाम लिंक्स की खूब सूरती और काव्यमय प्रस्तुति मुबारक .

    जवाब देंहटाएं
  2. चलिए कोई बात नहीं सिर्फ २४ घंटे ही तो लेट है ! इस देश के हिसाब से तो ये कुछ भी नहीं है !बढ़िया लिक्स और विस्तृत चर्चा के लिए आभार और रक्षाबंधन पर्व की हार्दिक शुभकानाएं !

    जवाब देंहटाएं
  3. 19
    मनमोहनजी तो कुछ और ही समझ बैठे.
    मनमोहन जी समझते भी हैं क्या?

    जवाब देंहटाएं
  4. 18
    कार्टून कुछ बोलता है- बिजली मैडम की सफाई !
    पी.सी.गोदियाल "परचेत"
    अंधड़ !

    कम्प्यूटर खोलते ही
    बिजली बोली बाय बाय
    देखें इन्वर्टर कितना खींचता है ?

    अंधेरे हमें आज रास आ गये हैं !!

    जवाब देंहटाएं
  5. 17
    भाई - बहन का रिश्ता खट्टा- मीठा , प्यारा -प्यारा
    Reena Maurya
    मेरा मन पंछी सा
    सुंदर !
    रक्षा बंधन पर्व पर ढ़ेरो शुभकामनाये!!

    जवाब देंहटाएं
  6. 16
    रेश्‍म की डोर ....
    सदा
    SADA

    सुंदर !!
    मुझे पता है तुम ने
    भेज दिया है मेरे लिए
    लिफाफे में रख कितने दिन पहले से
    उस रेश्‍म की डोर को

    जवाब देंहटाएं
  7. 15-ब
    'एक ह्रदय हो भारत जननी '.....डा श्याम गुप्त....
    डा. श्याम गुप्त
    एक ब्लॉग सबका
    बेहतरीन !

    जवाब देंहटाएं
  8. 15-अ

    राखी व रक्षाबंधन पर्व के निहितार्थ ... डा श्याम गुप्त..
    डा. श्याम गुप्त
    भारतीय नारी

    संकल्प ही है एक रक्षा बंधन !

    जवाब देंहटाएं
  9. 14
    जज़्बात का रिश्ता
    आमिर दुबई
    मोहब्बत नामा


    एक बहुत अच्छी कहानी है !

    जवाब देंहटाएं
  10. 13
    राखी में मगरूर, पिया की जालिम बहना-

    यहाँ भी खुरपेंच !!

    लेती इन्हें बुलाय, वहाँ पर खुशियाँ बरसे |
    मन मेरा अकुलाय, मिलन को बेहद तरसे ||

    जवाब देंहटाएं
  11. 12
    इंसानी दिमाग स्त्री और पुरुषों को अलग-अलग तरीके से देखता है. स्त्रियों का दिमाग भी यह भेदभाव करता है.
    औरत की हक़ीक़त


    कुछ अलग अलग सा है
    अनवर का दिमाग भी !!

    जवाब देंहटाएं
  12. धन्यवाद रविकर व चर्चा मंच ...वाह! क्या बात कही है सुशील जी ...

    जवाब देंहटाएं
  13. 11
    नर की अग्नि
    (प्रवीण पाण्डेय)
    न दैन्यं न पलायनम्
    कभी माचिस थी नर की अग्नी
    अब गैस का लाईटर हो गयी है !

    जवाब देंहटाएं
  14. 10
    NYC'S fat ban paying off
    veerubhai
    कबीरा खडा़ बाज़ार में
    उपयोगी भी और पश्चिम का सच भी !

    जवाब देंहटाएं
  15. 9
    बरसात का पहला दिन
    मनोज कुमार
    विचार
    सोचिये अगर छाता होती तो आप वहाँ कहाँ रुकते ?
    फिर कहानी कुछ और होती ये नहीं होती !

    जवाब देंहटाएं
  16. 8
    शब्द सृजन की वेला
    Dr.J.P.Tiwari
    pragyan-vigyan

    तरंगे कुछ फंस भवर जाल में
    मन के अन्दर ही घुमड़ती हैं,


    सुंदर !

    जवाब देंहटाएं
  17. रक्षाबंधन आप सभी के लिये शुभ् हो .....इस पावन पर्व पर इससे संबंधित लिंक से और अच्छी जानकारी मिली है badhiya sanyojan

    जवाब देंहटाएं
  18. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. बहुत बढ़िया और स्तरीय चर्चा!
      रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनाएँ!

      हटाएं
    2. शास्त्री जी की पोस्ट पर,,,


      जाम छलकाए बिना,मिलता नही है नाम
      जाम से जाम टकराइये,हो जाता है काम,,,,,,,

      हटाएं
  19. (0)
    रक्षा का बंधन,,,,
    dheerendra
    काव्यान्जलि ...

    रक्षा के बंधन से शुरू है आज का चर्चा मंच ,
    आज तो राखी से सजा है सारा चर्चा मंच.
    धीरेन्द्र जी ने लिखी है बड़ी सुहानी रचना ,
    पढोगे तो आप भी याद करोगे आप भी अपनी बहना.


    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

      हटाएं
    2. आमिर जी पोस्ट पर,,,,


      रिश्ते होते है बहुत, कहानी वाह,,,क्या बात
      रिश्तों में सबसे बड़ा, होते दिल के जज्बात,,,,,

      हटाएं
  20. (00)
    राखी ई-ग्रीटिंग भेजने के लिए टॉप 20 वेबसाइट |
    Rinku Siwan
    Computer Tips & Tricks

    रिंकू जी हैं लेकर आये इलेक्ट्रोनिक राखियाँ ,
    बहने अब इमेल करेंगी भाइयों को राखियाँ,
    हाय नया जमाना है ,क्या करें चलती नही ,
    राखी अब इमेल हो रही ,आज भी क्यूँ बंधती नही.



    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
  21. 2
    "जाम ढलने लगे" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
    उच्चारण

    मयंक जी ने भेजी आज अपनी एक पुरानी नज्म ,
    बड़ा ही दर्द लिए लिखी है ये सुहानी नज्म .
    अभी अभी मै पढ़कर आया बड़ी कमाल की रचना थी ,
    बड़े सुन्दर जज्बात लिए है मयंक का उच्चारण.



    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
  22. 14
    जज़्बात का रिश्ता
    आमिर दुबई
    मोहब्बत नामा

    ''जज़्बात का रिश्ता '' ये भाई बहन के जज़्बात की वो कहानी है जो सोचने को मजबूर कर देती है.एक अनकहा रिश्ता ,जो आगे चलकर हमेशा के लिए दिल में घर कर जाता है.ना जाने कब कहाँ कोई अंजाना भाई किसी बहन को मिल जाये ,जो जिन्दगी भर के लिए एक यादगार बन जाये.क्यूँ की जज़्बात के रिश्ते कभी टूटते नही हैं.जुड़ जाते हैं.इस कहानी के बारे में मै सिर्फ इतना ही कहूँगा की इसे लिखने में मुझे एक हफ्ता लग गया.क्यूँ की इस रक्षा बंधन को अपने रीडर्स के लिए स्पेशल बनाना था.इसलिए जज़्बात और भावनाओं के इस सफ़र को पूरा करने में वक्त तो लगा.आप इसे एक बार पढ़ लेंगे तब भी ये सारी मेहनत वसूल हो जाएगी.


    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
  23. सबसे पहले देता हूँ राखी की शुभकामना ,
    चर्चा मंच की टीम को खूब खूब शुभकामना .
    रविकर जी क्या बात है क्या ही चर्चा सजाई है ,
    आज तो आपने हर भाई को बहन की याद दिलाई है.
    रंग बिरंगी राखियों से और रंगों से सजा ,
    रविकर जी का चर्चा मंच खूब खूब शुभकामना.




    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
  24. 17
    भाई - बहन का रिश्ता खट्टा- मीठा , प्यारा -प्यारा
    Reena Maurya
    मेरा मन पंछी सा

    रीना ने भाई बहन के रिश्ते के अहसास को बड़ी ही बारीकी से अपनी रचना में लिखा है.ऐसा लगता है की जैसे एक एक याद को एक एक भावना को संजोया हुआ था.और आज एक साथ इन मोतियों से ये माला तैयार कर दी.बहुत सुन्दर.



    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
  25. बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति..

    जवाब देंहटाएं
  26. सभी ब्‍लागर भाईयो को रक्षाबंधन पर्व की शुभकामनाये
    यूनिक तकनीकी ब्लाग
    [im]http://www.jokesmantra.com/wp-content/uploads/2012/07/raksha-bandhan-shayari.jpg[/im]

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  27. 7
    देख ले सब कुछ भुला कर आज़ भी हूँ तेरे साथ
    Navin C. Chaturvedi
    ठाले बैठे
    बहुत सुंदर गजल !

    जवाब देंहटाएं
  28. 6
    'दो'
    यशवन्त माथुर
    जो मेरा मन कहे

    बहुत खूब !

    जवाब देंहटाएं
  29. 5
    रक्षा बंधन के पर्व की सभी को मंगल कामनाएं । आज तरही में एक साथ दो पांडे जी, श्री सौरभ पांडेय जी और श्री विनोद पांडेय ।

    वाह !

    जवाब देंहटाएं
  30. 4
    डॉ. अनीता कपूर की तीन कविताएं
    रवीन्द्र प्रभात
    वटवृक्ष
    तीनो अच्छी हैं खास कर बोंजाई !

    जवाब देंहटाएं
  31. 3
    मोहन भागवत अनशन पर क्यो नही ?
    Arunesh c dave
    अष्टावक्र
    खाने और दिखाने के छोड़िये जनाब अब किसी के पास दाँत नहीं रह गये हैं !

    जवाब देंहटाएं
  32. 2
    "जाम ढलने लगे" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
    उच्चारण

    वाह क्या जाम है !

    जवाब देंहटाएं
  33. (1)
    वैवाहिकी :मैनेजिंग डायरेक्टर चाहिए-

    बना के भेजता है ऊपर वाला
    जोड़ीदार भी पैदा होते ही
    और आदमी है
    ढूँढने के लिये
    इश्तिहार देता है !

    अल्ला करे वो जल्दी मिल जाये !

    शुभकामनाऎ!

    जवाब देंहटाएं
  34. (00)
    राखी ई-ग्रीटिंग भेजने के लिए टॉप 20 वेबसाइट |
    Rinku Siwan
    Computer Tips & Tricks

    ई राखी भी जरूरी जब सबुआ ई भया अब !

    जवाब देंहटाएं
  35. और अंत में रविकर का आभार सुंदर चर्चा के लिये :

    (0)
    रक्षा का बंधन,,,,
    dheerendra
    काव्यान्जलि ...

    बहुत सुंदर राखी है बनाई मेरे भेया !

    जवाब देंहटाएं
  36. बहुत बढ़िया चर्चा सजाइ है..

    जवाब देंहटाएं
  37. बहुत सुन्दर चर्चा सभी बढ़िया लिंक्स मिले हैं

    जवाब देंहटाएं
  38. बहुत ही सुन्दर सूत्र सजाये हैं।

    जवाब देंहटाएं
  39. आज रक्षा बंधन के पर्व की सभी को मंगल कामनाएं ।
    बहुत ही सुन्दर सूत्र सजाये हैं।

    Aabhar !!!

    जवाब देंहटाएं
  40. बहुत ही बेहतरीन लिंक्स
    बहुत बढ़िया मंच ..
    आप सभी को रक्षा बंधन पर
    ढ़ेर सारी शुभकामनाये...
    :-) :-) :-)

    जवाब देंहटाएं
  41. रक्षाबंधन पर हार्दिक शुभकामनाएं |अच्छी लिंक्स से सजा चर्चा मंच |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  42. रविकर जी के लिए,,,

    राखी के लिंकों से सजा,करता मंच बखान
    रविकर को आभार है,जो मुझे दिया स्थान,,,,,

    जवाब देंहटाएं

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