आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
हरियाणा सरकार अतिथि अध्यापको को बैकडोर इंट्री देने की भरपूर कोशिश कर रही है लेकिन माननीय अदालत बार-बार उसे ऐसा करने से रोक रही है । सरकार ने योजना के तहत स्क्रीनिंग टेस्ट तक तो इन्हें पहुंचा दिया लेकिन यहाँ पर अतिथि अध्यापकों को परीक्षा में मिले जीरो अंक । अब देखिए कितने योग्य हैं ये अध्यापक और अदालत की अवमानना करते हुए इन्हें स्थायी करना कितना जायज है ।
***
हरियाणा सरकार अतिथि अध्यापको को बैकडोर इंट्री देने की भरपूर कोशिश कर रही है लेकिन माननीय अदालत बार-बार उसे ऐसा करने से रोक रही है । सरकार ने योजना के तहत स्क्रीनिंग टेस्ट तक तो इन्हें पहुंचा दिया लेकिन यहाँ पर अतिथि अध्यापकों को परीक्षा में मिले जीरो अंक । अब देखिए कितने योग्य हैं ये अध्यापक और अदालत की अवमानना करते हुए इन्हें स्थायी करना कितना जायज है ।
***
चलते हैं चर्चा की और
***
ब्लॉग मंच
***
हमारे तीर्थ स्थान और मन्दिर
***
व्योम के पर
यूनीक ब्लॉग
***
दस्ताने दिल
***
जिन्दगी के सबक
***
बात एक अनकही सी
***
उच्चारण
स्वास्थ्य सबके लिए
***
त्रिवेणी
***
लम्हों का सफर
अन्तर्मन्थन
***
म्हारा हरियाणा
***
आधा सच
न दैन्यम न पलायनम
***
बस यूं ही
***
अशोकनामा
***
मैं और मेरी कविताएँ
जील
***
सुधिनामा
विश्वास
***
मोहब्बत नामा
जज्बात क्या लिखूं
***
आज के लिए बस इतना ही
धन्यवाद
दिलबाग विर्क
***
सुधिनामा
विश्वास
***
मोहब्बत नामा
जज्बात क्या लिखूं
***
आज के लिए बस इतना ही
धन्यवाद
दिलबाग विर्क
***
दिलबाग भाई, कुछ लोग ब्लॉग जगत में भी बैकडोर इंट्री करने के चक्कर में रहते हैं। उनसे बचकर रचना चाहिए।
जवाब देंहटाएं............
डायन का तिलिस्म!
हर अदा पर निसार हो जाएँ...
पीछे का दरवाजा कहाँ है
हटाएंहमें भी तो बता दीजिये
अरे घुसेंगे नहीं बस
खाली दिखा दीजिये !
read the links...
जवाब देंहटाएंone comment on ZEAL link
बड़ी कोमल रिश्ता होता हैं ... जिसे अबिस्वास की एक मंद हवा भी उखाड़ देती हैं ... वैज्ञानिकों का मत हैं की सेक्स की कमी भी इस रिश्ते को हिला देती है
बेहतरीन अर्थपूर्ण चर्चा ...बधाईयाँ जी
जवाब देंहटाएंदिलबाग विर्क
जवाब देंहटाएंबहुत खूब लिखा है कि
अंजाम की बात तो बहारों पर मुनस्सर है लेकिन
इरादा तो हो वीरान चमन को आबाद करने का ।
जमाने का आलम कुछ ऎसा है लेकिन
अंजाम की बात तो बहारों पर मुनस्सर है लेकिन
इरादा तो हो आबाद चमन को वीरान करने का ।
मोहब्बत नामा
जवाब देंहटाएंजज्बात क्या लिखूं
बहुत सुंदर !
म्हारा हरियाणा
जवाब देंहटाएंनारी की दशा
नारी के बिना पुरुष का वजूद ही कहाँ
वो नहीं होगी तो पुरूष पैदा होगा कहाँ?
जील
जवाब देंहटाएंस्त्री की पहचान
दोनो को एक दूसरे का सम्मान करना होगा
तभी तो गृहस्ती का झंडा फहरेगा
एक भी नासमझी कर जाता है जहाँ
झंडा अलग और कपड़ा अलग लहरेगा !
उच्चारण
जवाब देंहटाएंभोजन सदा खिलाना
बहुत खूब !
भोजन वही खिला पायेगा
जो पेड़ कहीं एक लगायेगा
दोनो काम करेगा जो भी
पर्यावरण भी बचायेगा !
अतिथि अध्यापको को बैकडोर इंट्री:
जवाब देंहटाएंपहले अपात्र से काम ही क्यों लिया जाता है
अपात्र से लम्बे समय तक काम लिया जाता है
उसके बाद ही पात्र सुपात्र क्यों याद आता है
अब तो हर जगह पर ये ही किया जाता है
सबके अपने होते हैं कहीं ना कहीं
इसलिये कुछ भी कहने से बचा जाता है !
बहुत ही सुन्दर सूत्रों से सजी चर्चा..
जवाब देंहटाएंशुक्रिया जनाब शुक्रिया।
जवाब देंहटाएंnice presentation....
जवाब देंहटाएंAabhar!
Mere blog pr padhare.
सुन्दर ब्लोग्स से सजी चर्चा ..सभी ब्लोग्स पे जायेंगे ..देखें क्या खजाना मिलता है ..
जवाब देंहटाएं'कलमदान' को स्थान देने के लिए धन्यवाद
हमेशा की तरह आज की चर्चा भी काबिले तारीफ है.लिंक्स भी खूब हैं.
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छे लिंक्स ... उत्तम प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबढिया चर्चा
जवाब देंहटाएंक्या कहने
हटाएंब्रेकिंग न्यूज़ के लिए,पहुचे महेंद्रजी यमलोक
भ्रष्टाचार वहाँ कम नही,जैसे यहाँ धरती लोक,,,,,
सुन्दर लिंक्स से सजी चर्चा... स्थान देने के लिए आभार आपका...
जवाब देंहटाएंआदरणीय दिलबाग जी हमेशा की तरह एक बेहतरीन लिंक्स संयोंजन, मेरी रचना को स्थान देने हेतु तहे दिल से शुक्रिया
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक्स के साथ बहुत खूबसूरत चर्चामंच सजाया है दिलबाग जी ! मेरी रचना को भी इसमें स्थान दिया ! धन्यवाद एवं आभार आपका !
जवाब देंहटाएं
हटाएंसुखमय जीवन चाहते,मन में रखिये आस
विपदा जब आये तो,रखे ईश्वर पर विश्वास,,,,,
मस्त सटीक चर्चा ...
जवाब देंहटाएंThanks Dilbag ji , Sushil ji , Baban ji.
जवाब देंहटाएंbahut hi umda sanklan
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लिंक्स के साथ सुन्दर चर्चा प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंआभार
बहुत सुंदर लिंक्स
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा मंच...
:-)
बहुत सुन्दर पठनीय सूत्र एकत्र किये हैं दिलबाग जी बहुत सुन्दर चर्चा हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंमेरे लेख को मेरे प्रिय चर्चामंच में शामिल करने के लिए हार्दिक धन्यवाद दिलबाग विर्क जी.
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंMeri Post ko chrcha manch mei shaamil karne ke liye bahut-bahut abhaar.
जवाब देंहटाएंअद्भुद संग्रह किया है दिलबाग जी ने..जील, आधा सच, उच्चारण आदि बेहद पसंद आये..
जवाब देंहटाएं.
जवाब देंहटाएं.
.
प्रिय मित्र,
आभार आपका !
...