फ़ॉलोअर



यह ब्लॉग खोजें

गुरुवार, अगस्त 09, 2012

इन्द्र देवता हुए मेहरबान ( चर्चा - 966 )

आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है 
हरियाणा पंजाव में लगभग सूखा घोषित हो चुका था , इन्द्र देवता थोडे मेहरबान हुए, मौसम में परिवर्तन है , हल्की-हल्की फुहारों से मुरझाए चेहरे खिल उठे है , हांलाकि देश के अन्य भागों में बरसात ने रौद्र रूप भी धारण किया हुआ है 
चलते हैं चर्चा की और 
***
हिंदी हाइगा
***
उच्चारण
***
कुँवर कुसुमेश
***
त्रिवेणी
***
दास्ताँने - दिल 
***
सदा
***
साहित्य सुरभि
***
आदत मुस्कराने की
***
अजित गुप्ता का कोना
***
घुघूती बासूती
***
हिंदी हाइकु
***
जिंदगी के सबक
***
न दैन्यं न पलायनम्
***
टिप्स हिंदी में
***
आकांक्षा
***
एक ब्लॉग सबका
***
चाँदनी रात
***
अपनों का साथ
***
गजल यात्रा
***
भ्रमर का दर्द और दर्पण
***
जीवन की आपाधापी
***
उल्लूक टाईम
***
आज की गजल
***
गजल के बहाने
***
सुमन अनुरागी
***
कुँवर जी
***
सुरेश की महफिल
***
जिंदगी .... एक खामोश सफर
***
आज के लिए इतना ही
धन्यवाद
***

42 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात...!
    बढ़िया लिंकों के साथ उपयोगी चर्चा के लिए आभार!

    जवाब देंहटाएं
  2. उपयोगी चर्चा लगाई है दिलबाग जी ||मेरी पोस्ट के लिए आभार |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  3. बढ़िया चर्चा | मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए आभार |

    CSS :first-letter Selector

    जवाब देंहटाएं
  4. दिलबाग विर्क

    देश की हर शाख पर उल्लू , दशा अब सोच लो
    सच यही , बैठा यहाँ उल्लू वहां वीरान है |

    ये भी देश के लिये परेशान हो रहा
    देखिये कितनी सुंदर गजल दे रहा
    करने को कुछ है कहाँ अब बस
    जिसे देखो उल्लू को नसीहत दे रहा !

    जवाब देंहटाएं
  5. जिंदगी .... एक खामोश सफर
    रिश्ते

    सच है रिश्ते बेलिबास हो गये हैं
    इंसान के लिबास से ही हो गये हैं !

    जवाब देंहटाएं
  6. सुरेश की महफिल
    नच ले वे विद सरोजखान

    जब पढे़ इसे दूर के दर्शन हो गये
    हम आस पास में ही थे खो गये!

    जवाब देंहटाएं
  7. बड़ी ही रोचक चर्चा लगायी है आपने..

    जवाब देंहटाएं
  8. कुँवर जी
    हौंसला तो कर

    मै ये नहीं कहता की खून पानी हो गया है,
    कुछ बूंदे है अभी भी,जो दिल में धड़कती है!

    वाकई बहुत हौसला है
    बूँदे बचा के रखा है
    दिल बचा के रखा है !

    जवाब देंहटाएं
  9. सुमन अनुरागी
    मानवता को तडपाती कुरीति

    अच्छा हुआ मैने पढ़ लिया
    इसने नहीं उसने लिखा है
    पर जिसने भी लिखा है
    बहुत अच्छा सा कुछ लिखा है !

    जवाब देंहटाएं
  10. सोलह कलाओं से संपन्न रहा हाइकू ,छोटे कलेवर में विराट रूप लिए रहा हाइकू ...
    बृहस्पतिवार, 9 अगस्त 2012
    औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
    औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली

    जवाब देंहटाएं
  11. सोलह कलाओं से संपन्न रहा हाइकू ,छोटे कलेवर में विराट रूप लिए रहा हाइकू ...हिंदी हाइगा
    जय श्रीकृष्ण
    ***
    बृहस्पतिवार, 9 अगस्त 2012
    औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
    औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणा

    जवाब देंहटाएं
  12. गजल के बहाने
    नज्म क्या बस हाइकू होता हूं मैं

    चालीस साल से लिख रहे हैं
    बस तीन सौ गजल लिख पाये हैं
    बहुत ही शराफत से कह रहे हैं
    देखिये जरा मिजाज डाक्टर साहब का एक

    आपके चहरे पे तल्खी देखकर
    दिल से अपने आक- थू होता हूँ मैं

    क्या गजब कहा है ये कहाँ कह रहे हैं !!

    जवाब देंहटाएं
  13. ये है तेरी और न मेरी दुनिया आनी-जानी है
    तेरा-मेरा, इसका-उसका, फिर बंटवारा करता क्या
    अपने ही आवेग से तरबतर है यह गजल .हर अश आर एक गत्यात्मकता लिए है धरती धरती परबत परबत गाता जाए बंजारा का राग बांधे रहता है गेयता को .बहुत उम्दा पाए की गज़ल .***
    आज की गजल
    पेड़ बेचारा करता क्या
    बृहस्पतिवार, 9 अगस्त 2012
    औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
    औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली

    जवाब देंहटाएं
  14. आज की गजल
    पेड़ बेचारा करता क्या

    तुमने चाहे चाँद-सितारे, हमको मोती लाने थे,
    हम दोनों की राह अलग थी साथ तुम्हारा करता क्या

    बहुत खूबसूरत लिख दिया
    लिखता नहीं तो करता क्या !

    जवाब देंहटाएं
  15. मैं तो बड़ा निराश हूँ अन्ना की टीम से.जब जब जो जो होना है तब तब सो सो होता है
    इस दर्जा पलट जायेंगे सोंचा कभी न था.
    उनको थी राजनीति से हरवक्त एलर्जी.
    उनकी नज़र में काम ये अच्छा कभी न था.
    -कुँवर कुसुमेश
    बृहस्पतिवार, 9 अगस्त 2012
    औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
    औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली

    जवाब देंहटाएं
  16. उच्चारण
    विचार साफ-सुथरे हों

    वाह !

    बेटी हो या बेटा हो
    उपवन के सारे,
    पादप नित हरे-भरे हों।।

    जवाब देंहटाएं
  17. औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली महाकाल के हाथ पे गुल होतें हैं पेड़ ,सुषमा तीनों लोक की कुल होतें हैं पेड़ पेड़ों की मानिंद तीनों लोक की सुषमा होतीं हैं बेटियाँ -
    औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
    पेड़ों की मानिंद तीनों लोक की सुषमा होतीं हैं बेटियाँ -

    जवाब देंहटाएं
  18. सदा
    हालातों के बीच अपनी जिंदादिली ...

    सौदेबाज़ी का हुऩर आता नहीं सीखने की कोशिश में चला हूँ,
    घर से बेसब़ब ही 'सदा' ये तुमने उसे बतला तो दिया होगा ।

    बहुत अच्छा !

    सीख जाओ तो हम भी सीखेंगे !!

    जवाब देंहटाएं
  19. सवाल यही है यह मंगल का सूत्र अमंगल हारी कब बनेगा .अभी तो इसे धारण करने वाली अरक्षित ही है मंगल सूत्र लुट जातें हैं ,लूटे जातें हैं ,नेताओं से भी शरमातें हैं .....
    औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली ....

    जवाब देंहटाएं
  20. बहुत बढ़िया लिंक्स के साथ सार्थक चर्चा प्रस्तुति के लिए आभार!

    जवाब देंहटाएं
  21. आभार दिलबाग जी सुन्दर सूत्रों के साथ सुन्दर चर्चा सजाई है आप सब को जन्माष्टमी की बधाई

    जवाब देंहटाएं
  22. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  23. बहुत ही अच्‍छे लिंक्‍स ... बेहतरीन चर्चा

    जवाब देंहटाएं
  24. बेहद सुन्दर और बेहतरीन लिंक्स संजोयें हैं आदरणीय दिलबाग जी . मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए तहे दिल से आभार.

    जवाब देंहटाएं
  25. सुन्दर चर्चा है सजी, अजी कहाँ हो व्यस्त |
    आकर के तो बाँच लो, हो जाओगे मस्त ||

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. सुन्दर चर्चा है सजी, अजी कहाँ हो व्यस्त |
      आकर के तो बाँच लो, हो कर जाओ मस्त |



      हो कर जाओ मस्त, अस्त सूरज जब होवे ।

      होगे न तुम पस्त, थकावट में ना खोवे ।



      ऊर्जा का भण्डार, बाग़ दिल बाग़ करेगा ।

      इसीलिए पढ़ जाग, नहीं तो दिन अखरेगा ।

      हटाएं
  26. बेहतरीन लिंक्स हैं, दिलबाग जी . मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार.

    जवाब देंहटाएं
  27. बहुत बढ़िया लिंक्स....बहुत बढ़िया चर्चा ....

    जवाब देंहटाएं
  28. आज तो चर्चा मंच की चर्चा में एक साथ काफी लिंक्स सजाये गये हैं.जिससे चर्चा काफी बेहतर लग रही है.और बारिश की बूंदों से इसकी शुरुआत काफी अच्छी लगी.

    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
  29. अपनों का साथ पोस्ट पर,,,

    कुदरत की त्रासदी में, कोई न देता साथ
    कितने घर है उजड़ते,कई हो जाते अनाथ,,,,

    जवाब देंहटाएं
  30. उल्लूक टाइम्स पोस्ट पर,,,

    जैसे होते है दो,आँख कान दो हाथ
    वैसे होने चाहिए,जैसे हाथी के दांत,,,,,

    जवाब देंहटाएं
  31. मेरा तो नम्बर ही लास्ट में आता है अब सबसे पहले का टाइम देना पडे्गा । बढिया प्रस्तुति है काफी मेहनत से अच्छी पोस्टो को जगह दी है

    जवाब देंहटाएं
  32. लेट हो गया क्योंकि इस चर्चा में आपके दिए हुए लिंक्स नहीं पढ़ पाया था ! अब बिना पढ़े बहुत ही अच्छे लिकंस कहना मुझे अच्छा नहीं लगता ! अभी सारे तो नहीं पर लगभग पढ़ चूका हूँ ,और अब कहता हूँ बेहद सुन्दर और बेहतरीन लिंक्स संजोयें हैं आदरणीय विर्क जी . मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए तहे दिल से आभार.....

    जवाब देंहटाएं
  33. आदरणीय दिलबाग जी जय श्री राधे वर्षा की फुहार दिखी मन शीतल हुआ बढ़िया लिंक्स अच्छी चर्चा रही

    पहला प्यार भूलता कहाँ हैं ..(कील चुभी वो नहीं विलग ) रचना आप के मन को छू सकी....बहुत अच्छा लगा ..आप ने इसे चर्चा मंच के लिए चुना मन खुश हुआ
    आभार
    भ्रमर ५

    जवाब देंहटाएं
  34. बहुत बढ़िया लिंक्स..मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार...!!!!!!

    जवाब देंहटाएं
  35. आपका प्रयास सराहनीय व अनुकरणीय है. आप ब्लागर‘स को प्रोत्साहित करते हैं साधुवाद, मेरी पोस्ट की चर्चा हेतु आभार

    जवाब देंहटाएं

"चर्चामंच - हिंदी चिट्ठों का सूत्रधार" पर

केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथा सम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।