आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
हरियाणा पंजाव में लगभग सूखा घोषित हो चुका था , इन्द्र देवता थोडे मेहरबान हुए, मौसम में परिवर्तन है , हल्की-हल्की फुहारों से मुरझाए चेहरे खिल उठे है , हांलाकि देश के अन्य भागों में बरसात ने रौद्र रूप भी धारण किया हुआ है
चलते हैं चर्चा की और
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हिंदी हाइगा
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उच्चारण
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कुँवर कुसुमेश
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त्रिवेणी
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दास्ताँने - दिल
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सदा
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साहित्य सुरभि
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आदत मुस्कराने की
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अजित गुप्ता का कोना
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घुघूती बासूती
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हिंदी हाइकु
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जिंदगी के सबक
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न दैन्यं न पलायनम्
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टिप्स हिंदी में
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आकांक्षा
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एक ब्लॉग सबका
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चाँदनी रात
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अपनों का साथ
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गजल यात्रा
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भ्रमर का दर्द और दर्पण
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जीवन की आपाधापी
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उल्लूक टाईम
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आज की गजल
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गजल के बहाने
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सुमन अनुरागी
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कुँवर जी
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सुरेश की महफिल
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जिंदगी .... एक खामोश सफर
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आज के लिए इतना ही
धन्यवाद
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सुप्रभात...!
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंकों के साथ उपयोगी चर्चा के लिए आभार!
उपयोगी चर्चा लगाई है दिलबाग जी ||मेरी पोस्ट के लिए आभार |
जवाब देंहटाएंआशा
बढ़िया चर्चा | मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए आभार |
जवाब देंहटाएंCSS :first-letter Selector
दिलबाग विर्क
जवाब देंहटाएंदेश की हर शाख पर उल्लू , दशा अब सोच लो
सच यही , बैठा यहाँ उल्लू वहां वीरान है |
ये भी देश के लिये परेशान हो रहा
देखिये कितनी सुंदर गजल दे रहा
करने को कुछ है कहाँ अब बस
जिसे देखो उल्लू को नसीहत दे रहा !
जिंदगी .... एक खामोश सफर
जवाब देंहटाएंरिश्ते
सच है रिश्ते बेलिबास हो गये हैं
इंसान के लिबास से ही हो गये हैं !
सुरेश की महफिल
जवाब देंहटाएंनच ले वे विद सरोजखान
जब पढे़ इसे दूर के दर्शन हो गये
हम आस पास में ही थे खो गये!
बड़ी ही रोचक चर्चा लगायी है आपने..
जवाब देंहटाएंकुँवर जी
जवाब देंहटाएंहौंसला तो कर
मै ये नहीं कहता की खून पानी हो गया है,
कुछ बूंदे है अभी भी,जो दिल में धड़कती है!
वाकई बहुत हौसला है
बूँदे बचा के रखा है
दिल बचा के रखा है !
सुमन अनुरागी
जवाब देंहटाएंमानवता को तडपाती कुरीति
अच्छा हुआ मैने पढ़ लिया
इसने नहीं उसने लिखा है
पर जिसने भी लिखा है
बहुत अच्छा सा कुछ लिखा है !
सोलह कलाओं से संपन्न रहा हाइकू ,छोटे कलेवर में विराट रूप लिए रहा हाइकू ...
जवाब देंहटाएंबृहस्पतिवार, 9 अगस्त 2012
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
सोलह कलाओं से संपन्न रहा हाइकू ,छोटे कलेवर में विराट रूप लिए रहा हाइकू ...हिंदी हाइगा
जवाब देंहटाएंजय श्रीकृष्ण
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बृहस्पतिवार, 9 अगस्त 2012
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणा
गजल के बहाने
जवाब देंहटाएंनज्म क्या बस हाइकू होता हूं मैं
चालीस साल से लिख रहे हैं
बस तीन सौ गजल लिख पाये हैं
बहुत ही शराफत से कह रहे हैं
देखिये जरा मिजाज डाक्टर साहब का एक
आपके चहरे पे तल्खी देखकर
दिल से अपने आक- थू होता हूँ मैं
क्या गजब कहा है ये कहाँ कह रहे हैं !!
ये है तेरी और न मेरी दुनिया आनी-जानी है
जवाब देंहटाएंतेरा-मेरा, इसका-उसका, फिर बंटवारा करता क्या
अपने ही आवेग से तरबतर है यह गजल .हर अश आर एक गत्यात्मकता लिए है धरती धरती परबत परबत गाता जाए बंजारा का राग बांधे रहता है गेयता को .बहुत उम्दा पाए की गज़ल .***
आज की गजल
पेड़ बेचारा करता क्या
बृहस्पतिवार, 9 अगस्त 2012
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
आज की गजल
जवाब देंहटाएंपेड़ बेचारा करता क्या
तुमने चाहे चाँद-सितारे, हमको मोती लाने थे,
हम दोनों की राह अलग थी साथ तुम्हारा करता क्या
बहुत खूबसूरत लिख दिया
लिखता नहीं तो करता क्या !
मैं तो बड़ा निराश हूँ अन्ना की टीम से.जब जब जो जो होना है तब तब सो सो होता है
जवाब देंहटाएंइस दर्जा पलट जायेंगे सोंचा कभी न था.
उनको थी राजनीति से हरवक्त एलर्जी.
उनकी नज़र में काम ये अच्छा कभी न था.
-कुँवर कुसुमेश
बृहस्पतिवार, 9 अगस्त 2012
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
उच्चारण
जवाब देंहटाएंविचार साफ-सुथरे हों
वाह !
बेटी हो या बेटा हो
उपवन के सारे,
पादप नित हरे-भरे हों।।
औरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली महाकाल के हाथ पे गुल होतें हैं पेड़ ,सुषमा तीनों लोक की कुल होतें हैं पेड़ पेड़ों की मानिंद तीनों लोक की सुषमा होतीं हैं बेटियाँ -
जवाब देंहटाएंऔरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली
पेड़ों की मानिंद तीनों लोक की सुषमा होतीं हैं बेटियाँ -
सदा
जवाब देंहटाएंहालातों के बीच अपनी जिंदादिली ...
सौदेबाज़ी का हुऩर आता नहीं सीखने की कोशिश में चला हूँ,
घर से बेसब़ब ही 'सदा' ये तुमने उसे बतला तो दिया होगा ।
बहुत अच्छा !
सीख जाओ तो हम भी सीखेंगे !!
सवाल यही है यह मंगल का सूत्र अमंगल हारी कब बनेगा .अभी तो इसे धारण करने वाली अरक्षित ही है मंगल सूत्र लुट जातें हैं ,लूटे जातें हैं ,नेताओं से भी शरमातें हैं .....
जवाब देंहटाएंऔरतों के लिए भी है काइरोप्रेक्टिक चिकित्सा प्रणाली ....
बहुत बढ़िया लिंक्स के साथ सार्थक चर्चा प्रस्तुति के लिए आभार!
जवाब देंहटाएंआभार दिलबाग जी सुन्दर सूत्रों के साथ सुन्दर चर्चा सजाई है आप सब को जन्माष्टमी की बधाई
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंpost lagane ke liye shukriya...:)
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छे लिंक्स ... बेहतरीन चर्चा
जवाब देंहटाएंबेहद सुन्दर और बेहतरीन लिंक्स संजोयें हैं आदरणीय दिलबाग जी . मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए तहे दिल से आभार.
जवाब देंहटाएंपरिश्रम को नमन।
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा है सजी, अजी कहाँ हो व्यस्त |
जवाब देंहटाएंआकर के तो बाँच लो, हो जाओगे मस्त ||
सुन्दर चर्चा है सजी, अजी कहाँ हो व्यस्त |
हटाएंआकर के तो बाँच लो, हो कर जाओ मस्त |
हो कर जाओ मस्त, अस्त सूरज जब होवे ।
होगे न तुम पस्त, थकावट में ना खोवे ।
ऊर्जा का भण्डार, बाग़ दिल बाग़ करेगा ।
इसीलिए पढ़ जाग, नहीं तो दिन अखरेगा ।
बेहतरीन लिंक्स हैं, दिलबाग जी . मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लिंक्स....बहुत बढ़िया चर्चा ....
जवाब देंहटाएंआज तो चर्चा मंच की चर्चा में एक साथ काफी लिंक्स सजाये गये हैं.जिससे चर्चा काफी बेहतर लग रही है.और बारिश की बूंदों से इसकी शुरुआत काफी अच्छी लगी.
जवाब देंहटाएंमोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
उपयोगी चर्चा .
जवाब देंहटाएंअपनों का साथ पोस्ट पर,,,
जवाब देंहटाएंकुदरत की त्रासदी में, कोई न देता साथ
कितने घर है उजड़ते,कई हो जाते अनाथ,,,,
उल्लूक टाइम्स पोस्ट पर,,,
जवाब देंहटाएंजैसे होते है दो,आँख कान दो हाथ
वैसे होने चाहिए,जैसे हाथी के दांत,,,,,
Very nice :)
जवाब देंहटाएं--- शायद आपको पसंद आये ---
1. Twitter Follower Button के साथ Followers की संख्या दिखाना
2. दिल है हीरे की कनी, जिस्म गुलाबों वाला
3. तख़लीक़-ए-नज़र
बढिया लिंक संयोजन
जवाब देंहटाएंमेरा तो नम्बर ही लास्ट में आता है अब सबसे पहले का टाइम देना पडे्गा । बढिया प्रस्तुति है काफी मेहनत से अच्छी पोस्टो को जगह दी है
जवाब देंहटाएंलेट हो गया क्योंकि इस चर्चा में आपके दिए हुए लिंक्स नहीं पढ़ पाया था ! अब बिना पढ़े बहुत ही अच्छे लिकंस कहना मुझे अच्छा नहीं लगता ! अभी सारे तो नहीं पर लगभग पढ़ चूका हूँ ,और अब कहता हूँ बेहद सुन्दर और बेहतरीन लिंक्स संजोयें हैं आदरणीय विर्क जी . मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए तहे दिल से आभार.....
जवाब देंहटाएंआदरणीय दिलबाग जी जय श्री राधे वर्षा की फुहार दिखी मन शीतल हुआ बढ़िया लिंक्स अच्छी चर्चा रही
जवाब देंहटाएंपहला प्यार भूलता कहाँ हैं ..(कील चुभी वो नहीं विलग ) रचना आप के मन को छू सकी....बहुत अच्छा लगा ..आप ने इसे चर्चा मंच के लिए चुना मन खुश हुआ
आभार
भ्रमर ५
बहुत बढ़िया लिंक्स
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लिंक्स..मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार...!!!!!!
जवाब देंहटाएंआपका प्रयास सराहनीय व अनुकरणीय है. आप ब्लागर‘स को प्रोत्साहित करते हैं साधुवाद, मेरी पोस्ट की चर्चा हेतु आभार
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