आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
बिजली का संकट पूरे देश में है , वैसे हरियाणा के गाँव तो हर बार गर्मियों में बिजली को तरसते हैं लेकिन आज रविकर जी भी इसी के चलते चर्चा नहीं लगा पा रहे । सौभाग्य से यहाँ बिजली देवी के कदम दो घंटों के लिए पड चुके हैं , इसलिए जल्दी जल्दी में ये चर्चा प्रस्तुत है
***
उच्चारण
अविराम
***
वटवृक्ष
मैं किससे प्यार करूं
***
सुरभित सुमन
बहन-भाई का प्यार
***
म्हारा हरयाणा
ख़ुशी
***
उल्लूक टाइम
जो है क्या वो ही है
***
आर्य सुरेन्द्र वर्मा
कैसे रखें विश्वास
***
क्योंकि सपना है अभी भी
ये लम्हा कुछ ख़ास है
***
हिंदी हाइकु
जुगलबन्दी
***
जील
निंदा जरूरी है क्या
***
अनुशील
इन्द्रधनुष के नाम
***
ये भारत है मेरे दोस्त
गुलामी से भरी मानसिकता
***
काव्य का संसार
कुछ पंक्तियाँ
***
अपनों का साथ
नामवर जी के साथ
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आबशार
मेरा दिल आह भरना जानता है
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वटवृक्ष
मैं किससे प्यार करूं
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सुरभित सुमन
बहन-भाई का प्यार
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म्हारा हरयाणा
ख़ुशी
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उल्लूक टाइम
जो है क्या वो ही है
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आर्य सुरेन्द्र वर्मा
कैसे रखें विश्वास
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क्योंकि सपना है अभी भी
ये लम्हा कुछ ख़ास है
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हिंदी हाइकु
जुगलबन्दी
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जील
निंदा जरूरी है क्या
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अनुशील
इन्द्रधनुष के नाम
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ये भारत है मेरे दोस्त
गुलामी से भरी मानसिकता
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काव्य का संसार
कुछ पंक्तियाँ
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अपनों का साथ
नामवर जी के साथ
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आबशार
मेरा दिल आह भरना जानता है
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निरामिष
***
प्रसून
न जाने क्या हुआ
***
नारद
अन्ना का अनशन
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निरंतर की कलम से
झीना-सा पर्दा
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अभिव्यंजना
मेरे जीवन की एक साँझ
प्रसून
न जाने क्या हुआ
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नारद
अन्ना का अनशन
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निरंतर की कलम से
झीना-सा पर्दा
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अभिव्यंजना
मेरे जीवन की एक साँझ
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तकनीकी ज्ञान
यूनीक ब्लॉग
एम के टी वी फिल्म्स
आज के लिए बस इतना ही
धन्यवाद
***
बिजली और नेट गड़बड़ कर रही है तो क्या आपने इतनी लिंक्स तो दे ही दी हें पढाने के लिए |
जवाब देंहटाएंआशा
बिल्कुल सही शीर्षक!
जवाब देंहटाएंबत्ती गुल हो तो कमेण्ट कहाँ से आयें।
डॉ .जील अन्ना समर्थक हों या रामदेव जी ,मेधा में एका नहीं होता ,न ही इनमें से कोई पार्टी पूडल हैं जो दुम हिलाएं .इन लोगों ने हमारे आज के रहनुमाओं का कोंग्रेस के उकीलों का ,सिपहसलाहकारों का दोहरा पन उजागर कर दिया है .सरकार केंद्र की अगर कोई अन्न भी कहे तो अन्ना समझ के भाग लेती है .
जवाब देंहटाएंडॉ .जील अन्ना समर्थक हों या रामदेव जी ,मेधा में एका नहीं होता ,न ही इनमें से कोई पार्टी पूडल हैं जो दुम हिलाएं .इन लोगों ने हमारे आज के रहनुमाओं का कोंग्रेस के उकीलों का ,सिपहसलाहकारों का दोहरा पन उजागर कर दिया है .सरकार केंद्र की अगर कोई अन्न भी कहे तो अन्ना समझ के भाग लेती है .
विर्क साहब चिंता मत करो इस सरकार की ही बत्ती गुल होने वाली है सत्ता का ग्रिड तो इटली में है यहाँ तो सिर्फ पूडल हैं .इनके ग्रिड रीतें हैं .अच्छी चर्चा .भागते चोर की लंगौती ही सही ,कुछ तो हाथ आये .
हाँ माहेश्वरी कनेरी जी जीवन की सांझ भी इतनी ही सुन्दर होती है बा -शर्ते संतोष का धन आदमी के पास हो जीवन हाय माया में न कटा हो ,लो प्रोफाइल जिया हो .
जवाब देंहटाएंसांझ का शब्द चित्र किसी चित्रकार की कूंची और कमेंटेटर की वाक् -विदग्धता को मात दे गया .
कृपया सकुचाती कर लें-
घर वापस आते जानवरों का झुंड
गले की बजती घंटी की टुन- टुन
दुल्हन की तरह सजी साँझ
शर्माती "सुचुकाती"
मासूम साहब भाव जगत तर्क से आगे की चीज़ है .नारायण दत्त तिवारी को पुरुष प्रधान समाज ना -हक़ कवच मुहैया करवा रहा है .वह इस लिविंग इन रिलेशन वाली जेनरेशन की उपज होते तो और बात होती .अब जो भी किया जाता है सोच समझ के किया जाता है -फलसफा है -डबल इनकम नो किड्स यानी "डिंक"DINK.
जवाब देंहटाएंवेस्ट मेनेजमेंट आज एक जबरजस्त समस्या है कचरा न्यूक्लियर हो या इलेक्टोनी मुसीबत यकसां हैं .इसे एक विषय के रूप में लिया जाना चाहिए .तभी समाधन निकलेगा .वरना इस देश का मलबा उस देश में जहाज़ों में भरके पहुंचता रहेगा .समुन्दर में घूमता रहेगा .अच्छी पोस्ट .
जवाब देंहटाएंसावधान: धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है ई-कचरा
बिजली तो बिजली
जवाब देंहटाएंइंटरनेट भी दे रहा
बिजली का साथ
तीन दिन से कुछ
भी नहीं आ रहा हाथ !!!
दिलबाग विर्क
बहुत खूब !
मुह्ब्बत कर हुनरमन्द हो गया है दिलबाग
कि़सी भी मुश्किल में रहेगा अब वो आबाद !
जायज नाजायज का फर्क
जवाब देंहटाएंहैसियत देख कर खेलने में सब जायज
गोली खाता अगर कोई गरीब आदमी होता !
एम के टी वी फिल्म्स
जवाब देंहटाएंगीत - मेरी मल्कियत
अच्छा है !
दुआ करेंगे !
आपके तर्क इस पोस्ट में कुतर्क की सीमाओं के पार चले गएँ हैं इस देश में एक ही नेत्री है जो क़ानून मानती है और उसका पालन करवाना भी .यह वही किरण बेदी है जिसने इंदिराजी की कार उठवा दी थी क्योंकि गलत जगह पार्क की गई थी .पंजाब में तो इन्हें क्रेन बेदी कहा जाने लगा था .सावन के अंधे को सब हरा ही हरा नजर आता है .रामदेव जी और अन्ना एक ही सिक्के के दो पहलू हैं .और आप उस अन्ना को नहीं जानते जिससे सरकार इतना डरती है कि कोई अन्न भी कहे तो सरकार को अन्ना सुनाई देता है और वह भाग खड़ी होती है .अन्ना जी और रामदेव जी इस देश की धड़कन हैं राष्ट्र वादी शख्शियत हैं अरविन्द केजरीवाल आन्दोलन के पोस्टर बॉय हैं .
जवाब देंहटाएंटी वी में न्यूज़ कैसे प्लांट होतीं हैं आपको शायद भाई साहब इल्म न हो .लडकी के साथ मामूली छेड़छाड़ भी हो तो टी वी टीम पैसे देकर उसे अपने कपडे फाड़ने को कहती है लडकी कहती है लेकिन ऐसा तो कुछ हुआ ही नहीं .न्यूज़ करता इलज़ाम लगाते है अगला स्पष्टीकरण देता फिरे यही बंधू पत्रकारिता है .नारद भाई आप बचे इस गोरख धंधे से आपके बसकी सौदा नहीं है यह .मनमोहन (कृपया इसे पूडल पढ़ें )न बने किसी का .नारद ही रहें .नारायण !नारायण !नारायण !
अन्ना और रामदेव जी अपना काम कर चुकें हैं जनता में सन्देश जा चुका है .चैनालिये और चंद मनमोहन कुछ भी कहें क्या फर्क पड़ता है .सरकार की साख तो गई .
नारद
अन्ना का अनशन
सिंहावलोकन
जवाब देंहटाएंब्लागजीन: एक सुंदर ज्ञानवर्धक लेख !
विमर्श को उकेरती हुई अच्छी पोस्ट है "जीन "शब्द का क्षेपक "ब्लॉग "के साथ जीवन खंडों का भ्रम पैदा कर सकता है रूढ़ हो चुका है यह शब्द और एक जीन तो पैरहन भी है "ब्लॉग सत्ता /ब्लॉग सन्देश /बाग़ पोस्ट सीधा और दो टूक लगता है .ब्लॉग नामा भी हो सकता है एक नाम .बहरसूरत आपकी पोस्ट उत्प्रेरक है .
जवाब देंहटाएंTUESDAY, JULY 31, 2012
ब्लागजीन
ग्रिड बैठने पर भी ब्लॉग जगत चल रहा है, यही क्या कम है..
जवाब देंहटाएंअविराम विस्तारित
जवाब देंहटाएंअविराम का ब्लॉग : वर्ष : 1, अंक : 11, जुलाई 2012
।।कविता अनवरत।।
इस प्रस्तुति का जितना व्यापक कैनवास रहा उतनी ही मुखर और उत्कृष्ट रचनाएं .किसे सराहें किसे छोड़ें .आनंद वर्षं होता रहा जब तक पढ़ते रहे .एक रंग आता रहा और दूसरा जाता रहा .
यूनीक ब्लॉग
जवाब देंहटाएंहटाएं टाईम लाइन को :अच्छी जानकारी !
कम्प्युटर दुनिया
जवाब देंहटाएंस्टार्ट मेन्यु को बनाइए सुपर फास्ट
कर दिया ! री स्टार्ट बाद में करेंगे ! हो ही गया होगा ! धन्यवाद !
तकनीकी ज्ञान
जवाब देंहटाएंबढ़ता कचरा
सही कहा
बहुत से कचरे हैं
पहले से हमारे पास
ये एक ई कचरा
नया कचरा आ गया !
अभिव्यंजना
जवाब देंहटाएंमेरे जीवन की एक साँझ
बहुत खूब !
जीवन की ढलती संध्या
जरूर सुंदर होती होगी
बस लौट के कल नहीं
आउंगा ही तो कहती होगी !
निरंतर की कलम से
जवाब देंहटाएंझीना-सा पर्दा
सुंदर !
नारद
जवाब देंहटाएंअन्ना का अनशन
बाकी का तो पता नहीं
पर मैने बहुत से सफेदपोशों को
सफेद टोपी लगाये हुऎ जलूसों में देखा था
कितना बदल दिया था अन्ना ने उनको
आहा आहा !
कैडबरी खाईये स्वास्थ बनाईये !
प्रसून
जवाब देंहटाएंन जाने क्या हुआ
बहुत खूब !
हम भी खेलने की कोशिश करते हैं
पर जीतते कभी नहीं बस हारते हैं
होड़ आपस की घृणित कितनी“प्रसून”-
कोशिशों का खोलते हैं सब जुआ ||
आभार दिलबाग भाई ||
जवाब देंहटाएंकल रविकर की रेल
कोल्कता मेल
हो गई फेल
बिजली गुल
निकल गया तेल ||
आज ठीक हूँ-
कुछ दिखा
हटाएंमतलब
सब ठीक है !
निरामिष
जवाब देंहटाएंमांस का आहार ?
सोचने को विवश करता लेख !
आबशार
जवाब देंहटाएंमेरा दिल आह भरना जानता है
बहुत सुंदर !
है फितरत वक़्त की मरहम के जैसी
यह गहरे ज़ख्म भरना जानता है
अपनों का साथ
जवाब देंहटाएंनामवर जी के साथ
आभार ! साझा करने के लिये !
नामवर जी जैसी शख्सियत से रुबरू होना अपने आप में एक सुखद अनुभव है ।
काव्य का संसार
जवाब देंहटाएंकुछ पंक्तियाँ :बहुत खूब !
ये भारत है मेरे दोस्त
जवाब देंहटाएंगुलामी से भरी मानसिकता
ये भारत है मेरे दोस्त
गुलामी से भरी मानसिकता
सटीक है ।
ब्लागर का परिचय नहीं है ब्लाग पर !
नेट का रोना शुरू
जवाब देंहटाएंबाकी शाम को गुरू !
देश भर में बिजली की किल्लत के बावजूद भी चर्चा मंच का मंच सजा हुआ है.वाह बहुत खूब .
जवाब देंहटाएंबिजली नही है आज फिर भी देश भर में आस है ,
आज मोहब्बत नामा पर बहुत कुछ ख़ास है.
मोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
सुन्दर लिंक संयोजन
जवाब देंहटाएंअनुशील
जवाब देंहटाएंइन्द्रधनुष के नाम
सुंदर
दिख रहा है
कोई इंद्र के धनुष के
साथ चलता हुआ
जैसे जैसे
आगे बढ़ती है
कविता !
जील
जवाब देंहटाएंनिंदा जरूरी है क्या
उद्देश्य सर्वोपरि होना चाहिये
उसकी निंदा नहीं होनी चाहिये
निंदा उसकी करनी चाहिये जो निंदनीय है !
हिंदी हाइकु
जवाब देंहटाएंजुगलबन्दी
बहुत सुंदर जुगलबंदी है !
क्योंकि सपना है अभी भी
जवाब देंहटाएंये लम्हा कुछ ख़ास है
वाह !
वाकई खास है
जितना नहीं है
उससे ज्यादा
बना दिया है
शब्दों में
बहुत आस है !
आर्य सुरेन्द्र वर्मा
जवाब देंहटाएंकैसे रखें विश्वास
किस मुह से कहते हो मनमोहन जी ,
देश वासिओ रखो हम पर विश्वास ,
सही कहा सटीक कहा
मनमोहन जी पहले भी
कभी कुछ नहीं कहे
आपने इतना कहा
फिर भी कुछ नहीं कहा
मुँह से छोडि़ये
चेहरे से भी नहीं कहा !
म्हारा हरयाणा
जवाब देंहटाएंख़ुशी
खुशी ला दी
खुशी से खुशी
बहुत है खुशी !
सुरभित सुमन
जवाब देंहटाएंबहन-भाई का प्यार
जहाँ प्यार होता है वहाँ किसी विल की जरूरत नहीं होती है
जहाँ नहीं होता हे वहाँ किसी की विल क्या कर सकती है 1
प्यार होना जरूरी है
भाई को बहन से
और बहन को भाई से
और दोनो को एक दूसरे से
फिर संपत्ती गौंण हो जाती है!
वटवृक्ष
जवाब देंहटाएंमैं किससे प्यार करूं
हे ईश्वर नेह भरो इतना
बस विष मे नेह घोलूं !!
बहुत सुंदर भाव !
अविराम
जवाब देंहटाएंकाव्य पृष्ठ
बहुत सुंदर सुंदर अभिव्यक्तियाँ है एक ही स्थान पर वाह !
जाले
जवाब देंहटाएंपूरा हुआ एक वर्ष
ब्लागिंग का एक वर्ष पूरा होने पर बधाई एवम शुभकामनाऎं !
और अंत में दिलबाग का दिल से आभार उल्लूक टाईम्स को जगह देने के लिये
जवाब देंहटाएंपहले लिंक पर
उच्चारण
सावन में नदारद पानी
कयामत खुद लिखते हैं और पूछते भी हैं कि आने वाली है क्या!
रवि ! इंवर्टर राखिये या जनरेटर सेट
जवाब देंहटाएंबिन बिजली चलता नहीं,भाई इंटरनेट
भाई इंटरनेट ,बिना ना चैन मिलत है
टीप/पोस्ट के बिना,बता क्या चैन मिलत है
गुल बिजली हो गई,परेशां दिखते ब्लॉगर
आये कुछ ना काम हमारे रवि इंवर्टर ||
@ सावन में नदारद पानी ..........
जवाब देंहटाएंसूखा उत इत बाढ़ है,सावन के दो रूप
वो कहते छैंया नहीं,हम कहते नहि धूप ||
@ उलूक टाइम्स......"जो है क्या वो ही है "
जवाब देंहटाएंजो है वो तो है नहीं, नहि है वो ही होय
दिखता वो होता नहीं , देख कबीरा रोय ||
nice collection . keep it up
जवाब देंहटाएंबिजली नही तो क्या हुआ,चलता चर्चामंच
जवाब देंहटाएंकमेंट्स फिर भी आ रहे,बिजली करे प्रपंच,,,,
रक्षाबँधन की हार्दिक शुभकामनाए,,,
RECENT POST ...: रक्षा का बंधन,,,,
सुन्दर प्रस्तुति
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