शुभम दोस्तों!
हाजिर हूँ
मैं सरिता भाटिया
अपनी सोमवारीय चर्चा
'फिर एक गुज़ारिश'
के साथ!
के साथ!
लेडीज फर्स्ट
का जमाना है तो आनंद लीजिए मेरे साथ
1.
स्वप्न मञ्जूषा
2.
सोनल रस्तोगी
3.
और
बेटे को सरबजीत बनाना होगा
सरिता भाटिया
4.
डॉ.शरद सिंह
5.
अंजू चौधरी
|
6.
गजाधर दिवेदी
7.
शशिप्रकाश सैनी
8.
आनंद कुमार
9.
डॉ.सुभाष भदौरिया
10.
गगन शर्मा
11.
सुज्ञ
12.
ईश मिश्रा
|
ग्रीष्म अवकाश में अपनी यात्रा
सुनिश्चित कीजिये
13.
मनु त्यागी
14.
प्रवीण कुमार गुप्ता
15.
ओम बना धाम
रत्न सिंह शेखावत
|
चलते चलते लीजिए
कुछ उपयोगी जानकारी
16.
काजल कुमार
17.
सनिल सक्सेना
18.
दिनेश प्रजापति
19.
आमिर अली दुबई
|
एक कार्टून के बिना तो मजा अधूरा है
20.
कृष भट्ट
गुरु जी की पतंग ऐसे ही आसमां में उड़ती रहे एवं हमारा मार्गदर्शन करती रहे |
दीजिए इजाज़त
अपनी सरिता भाटिया को
अपनी सरिता भाटिया को
कीजिए अपनी थकान दूर
बड़ों को नमस्कार!
छोटों को प्यार !!
आगे देखिए..."मयंक का कोना"
(1)
आधुनिक वन मानुष
खून के रिश्तों को भी हम आज खोते जा रहे हैं।
वन मानुष के पर्यायवाची ही हम शहरी कहला रहे है।
(2)
इक अदद सिफ़र - -
न पूछ तन्हाई का आलम बिछुड़ जाने के बाद,
न सुलग पाए, फिर चिराग़ ए जज़्बात इक बार बुझ जाने के बाद..
(3)
साईकिल की सवारी ..
सोचिये तो बात बहुत छोटी सी है..और अगर विचार करें तो बात बहुत बड़ी, कम से कम मानसिकता का वृहत आकलन तो करती ही है, ये छोटी सी घटना...
काव्य मंजूषा पर स्वप्न मञ्जूषा
(4)
आप के कंप्यूटर के लिए 150 सॉफ्टवेर वो भी फ्री में..
(5)
पावन धरणी राम की ..........!
पावन धरणी राम की, जिसपे सबको नाज घूम रहे पापी कई, भेष बदलकर आज भेष बदलकर आज, नार को छेड़ें सारे श्वेत रंग पोशाक, कर्म करते हैं कारे नाम भजो श्री राम....
sapne पर shashi purwar
आगे देखिए..."मयंक का कोना"
(1)
आधुनिक वन मानुष
खून के रिश्तों को भी हम आज खोते जा रहे हैं।
वन मानुष के पर्यायवाची ही हम शहरी कहला रहे है।
(2)
इक अदद सिफ़र - -
न पूछ तन्हाई का आलम बिछुड़ जाने के बाद,
न सुलग पाए, फिर चिराग़ ए जज़्बात इक बार बुझ जाने के बाद..
(3)
साईकिल की सवारी ..
सोचिये तो बात बहुत छोटी सी है..और अगर विचार करें तो बात बहुत बड़ी, कम से कम मानसिकता का वृहत आकलन तो करती ही है, ये छोटी सी घटना...
काव्य मंजूषा पर स्वप्न मञ्जूषा
(4)
आप के कंप्यूटर के लिए 150 सॉफ्टवेर वो भी फ्री में..
(5)
पावन धरणी राम की ..........!
पावन धरणी राम की, जिसपे सबको नाज घूम रहे पापी कई, भेष बदलकर आज भेष बदलकर आज, नार को छेड़ें सारे श्वेत रंग पोशाक, कर्म करते हैं कारे नाम भजो श्री राम....
sapne पर shashi purwar
चर्चा की सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंआज सोमवार (06-05-2013) फिर एक गुज़ारिश :चर्चामंच 1236 को आपने बहुत श्रम के साथ सजाया है और संतुलित चर्चा को अंजाम दिया है!
सरिता भाटिया जी आपका आभार!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
दो दिनों के लिए बाहर जा रहा हूँ!
जवाब देंहटाएंबुधवार को फिर आपसे भेंट होगी...!
सूचनार्थ...!
भारी गुजरेंगे ये दो दिन
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात
एक अच्छी चर्चा में अच्छे लिंक्स
वाकई में यहां ही लेडीस फर्स्ट का रिवाज है
सारे गलत काम की शुरुआत लेडीस के साथ ही किये जाते हैं
सादर
बहुत ही अच्छी चर्चा। मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आभारी हूँ।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद !
बहुत अच्छी चर्चा ..
जवाब देंहटाएंआभार !!
सुन्दर सूत्रों से सजी चर्चा..
जवाब देंहटाएंबहुत बेहतरीन लिंक्स सुंदर चर्चा ,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST: दीदार होता है,
ACHI JANKARI DI AAPNE
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स से सजा चर्चा मंच आज का |
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स सुन्दर प्रस्तुतिकरण आदरणीया सरिता जी, हार्दिक आभार.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स संयोजित किये हैं आपने ...आभार
जवाब देंहटाएंmanch upalabdh karane ka aabhar.
जवाब देंहटाएंआभार के साथ साथ ...शानदार लिंक्स से सजी पोस्ट
जवाब देंहटाएंबढिया चर्चा
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति
बहुत बढ़िया लिंक्स-सह- चर्चा प्रस्तुति ...आभार
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा मंच .बढ़िया सेतु चयन और समन्वयन .
जवाब देंहटाएंसुंदर सूत्रों के साथ बहुत बढ़िया चर्चामंच सजाया है सरिता जी ! बेहतरीन लिंक्स के लिये आपका धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंश्रेष्ठ, उत्कृष्ट, अति उत्तम चर्चा
जवाब देंहटाएंहिन्दी तकनीकी क्षेत्र की रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारियॉ प्राप्त करने के लिये इसे एक बार अवश्य देखें,
लेख पसंद आने पर टिप्प्णी द्वारा अपनी बहुमूल्य राय से अवगत करायें, अनुसरण कर सहयोग भी प्रदान करें
MY BIG GUIDE
प्रिय सरिता जी बहुत सुन्दर सार्थक चर्चा लगाईं है हार्दिक बधाई आपको ।
जवाब देंहटाएंसरिता जी, आपके ब्लाग गुजारिश पर कई बार जाता हूं,
जवाब देंहटाएंपर मेरा कम्प्यूटर ज्ञान बहुत सीमित है, लिहाजा अपनी
उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाता हूं।
कमेंट का आप्सन साधारण हो जाए तो ज्यादा बेहतर रहता।
बेहतरीन लिंक्स..........सुन्दर सार्थक चर्चा
जवाब देंहटाएंसरिता जी,
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट सूत्रों से सजाई है आज की चर्चा......
"क्रोध" पर आलेख को सम्मलित करने के लिए आभार!!
बेहतरीन लिंक्स के लिये आपका धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंसरिता जी बहुत सुन्दर सार्थक चर्चा लगाईं है आपको हार्दिक बधाई,
जवाब देंहटाएं