चर्चा मंच सभी परिवार के सभी पाठक को शशि पुरवार का स्नेहिल नमस्कार!
मित्रों!
इस बार भी कुछ नया करने का प्रयास है आपके साथ आपके ब्लॉग के प्यारे लिंकों पर एक सार्थक चर्चा के साथ!
आशा है आपको मेरे द्वारा लगाए हुए लिंक्स पसंद आयेंगे!
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झरीं नीम की पत्तियाँ
कुछ टी.वी. चैनल हुये, धन के बड़े गुलाम |
‘ब्रेक डाँस’ के नाम पर, उगल रहे ‘रति-काम’ ||
वित्त कमाने के लिये, नारी ‘आधी नग्न’ |
‘सौदा’ कर ‘नारीत्व’ का, ‘स्वर्ण-रजत’ में ‘मग्न’ ||
कितना उच्छ्रंखल हुआ, ‘रस - राजा श्रृंगार’ |
’पशु-संस्कृति’ का हो रहा, बिलकुल ‘खुला’ प्रचार।।
देवदत्त प्रसून
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आगे देखिए..."मयंक का कोना"
(0) अंतर्राष्ट्रीय हिंदी ब्लागर सम्मेलन - 2013 के विचारणीय बिंदु (00) तस्वीर क्या बोले Rhythm पर Neelima |
(5)
मौत सस्ती ओर महेंगा कफन ( सरकारी सच्चाई ) मौत से महेंगा कफन है दोस्तो इस देश मे .... क्योंकि ये सरकार यही चाहती है की इस देश की जनता ... उसको वोट देनेवाली जनता भय,भूख, मे तड़पती रहे... |
(6)
सुनो मनोहरा ! क्या तुम्हे याद है 'बीघापुर चालीस मील' ? दि वेस्टर्न विंड' (pachhua pawan) पर DR. PAWAN K. MISHRA |
शशि जी आपने आज चर्चा की सुन्दर प्रस्तुति दी है...!
जवाब देंहटाएंबुधवासरीय चर्चा --- 1231 ...... हवा में बहे एक अनकहा पैगाम ....कुछ सार्थक पहलू वाकई में सार्थक हैं!
अब आप चर्चा लगाने में पारंगत हो गयी हैं।।
बधाई के साथ-साथ शुभकामनाएँ भी...!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
शत् प्रतिशत् सहमत
हटाएंtahe dil se bhaar shastri ji , arun ji , sneh banaye rakhen
हटाएंबहुत ही बढ़िया लिनक्स लिए चर्चा...आभार
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंशशि दी
बेहतरीन लिंक्स दिया आज आपने..
मेरा दोपहर की समस्या हल कर दी आपने
आभार
सादर
:) thanksa yashoda ji
हटाएंbahut acche links .....padhne ke liye wakt nikalna hoga ...
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जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा सजी आज
खुलने लगे कई राज
लिंक्स हैं बहुआयामी
आपने सब मन की जानीं |
अच्छी चर्चा |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
आशा
सुंदर चर्चा......
जवाब देंहटाएंपुरवा शीतल बह चली , सूत्र बनें नक्षत्र
शशि-किरणें सुख बाँटती, यत्र तत्र सर्वत्र ||
dhanyavad arun ji , doha bhi bahut sundar laga . sneh hetu abhaar
हटाएंkhoobsurat links......shukriya.
जवाब देंहटाएंमिनी एग्रीगेटर है चर्चा मंच्
जवाब देंहटाएंसुन्दर सूत्र..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कड़ियाँ | मेरी रचना का चयन करने के लिए हार्दिक शुक्रिया | आभार
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर चर्चा एवं प्रस्तुतिकरण हार्दिक आभार शशि पुरवार जी.
जवाब देंहटाएंसारे लिंक्स बेहतरीन हैं.. साथ मे 'Suhano Drishti' को यहां शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद....
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर और सार्थक चर्चा ...सारे के सारे लिंक बहेतरीन पढ़कर कुछ जानकारी भी मिली .. चर्चा मंच एक ऐसा मंच है जहां जो भी आता है कभी खाली हाथ लौटता नहीं है याने जो पाठक वर्ग है उसे बेहतर लिंक्स यहाँ पर मिल ही जाते है
जवाब देंहटाएंशुक्रिया आदरणीय शास्त्री जी
मेरी पोस्ट को यहाँ शामिल करने के लिए दिल से शुक्रिया
माफी चाहता हु की मै देर से आया
सरे लिंक्स मजेदार हे ! कभी हमारे ब्लॉग पर भी दस्तक दे ! और कोई पोस्ट अची लगे तो चर्चा मंच में हमें भी जगह दे ! मेरे ब्लॉग का पता हे
जवाब देंहटाएंhttp://hiteshnetandpctips.blogspot.com
सभी लिंक्स सुन्दर हैं।
जवाब देंहटाएंहमारी रचना शामिल करने के लिए आभार शशि जी ....
बेहतरीन चर्चा !!
जवाब देंहटाएंसादर आभार !!
बहुत सुंदर चर्चा
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर और सार्थक चर्चा
जवाब देंहटाएंbahut badhiya ..shukriya is mein mere likhe ko sammlit karne ke liye
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स.........मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंशुक्रिया आदरणीय शास्त्री जी ,शशि जी
बहुत बेहतरीन चर्चा,सुंदर प्रस्तुतिकरण,के लिए हार्दिक बधाई शशि पुरवार जी.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर चर्चा एवं प्रस्तुतिकरण हार्दिक आभार शशि पुरवार जी.शास्त्री जी के कोने में भूली बिसरी यादें को देखकर खुशी हुई,सादर धन्यबाद.
जवाब देंहटाएंMany thanks Shashi ji.
जवाब देंहटाएंशशि जी मेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत आभार
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स.........मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति .....
जवाब देंहटाएंआभार ..
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंएक से अच्छी एक पोस्ट इस 'चर्चा मिच' के संघटक मंच पर दिखाई देती है !
जवाब देंहटाएंsabhi mitro ka dhanyavad aapne bahut sneh pradan kiya apna sneh banaye rakhen .:) aap sabhi ke anmol shabdo ke liye abhaar
हटाएंनमस्कार शशिजी , मयंक जी सर्व प्रथम आभार मेरी रचना को स्थान दिया ...........
जवाब देंहटाएं..........सभी लिंक एक से बढ़ कर एक ...........कुछ पढ़े और टिप्पणी भी दी.........
वाह गजब के लिंक्स
जवाब देंहटाएंएक से बढ़कर एक रचनायें
सभी रचनाकारों को बधाई
चर्चा मंच के शानदार संयोजन के लिये साधुवाद
मुझे सम्मलित करने का आभार
,
सेहतनामा को बिठाने के लिए चर्चा मंच का शुक्रिया .बेहद की मेहनत से तैयार पोस्ट .सेतु चयन सार्थक विविध रंगी .
जवाब देंहटाएंbahut hi rochak linko ka chyan kiya hai aapne shashi ji ............bahut pasand aaye sabhi links
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुतीकरण एक साथ बेहतरीन लिंकों को संयोजन बहुत दुर्लभ काम है मयंक जी और शशि की आप ने इस संयोजन को बेहतरीन बनाया है बहुत बहुत धन्यवाद एवं सभी मित्रों को बधाई सभी रचनाएँ और लेख एक से बढ़कर एक हैं मेरी ओर से सभी मित्रों को शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर व सटीक ,,यथार्थ चर्चा
जवाब देंहटाएंविशेषकर ---
’पशु-संस्कृति’ का हो रहा, बिलकुल ‘खुला’ प्रचार ||
---- वे इसलिए नंगे थे कि सिर्फ लंगोटी उपलब्ध थी, ये इसलिए नंगीं हैं कि हीरे लगी लंगोटियां खरीद अकें ..
मेरी रचना को प्रकाशित करने के लिए हार्दिक आभार.सभी पोस्ट उत्तम लगे
जवाब देंहटाएंसभी लिंक्स बेहद खूबसूरत लगे और मेरी रचना को प्रकाशित करने के लिए धन्यवाद
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