मित्रों!
हमारी बुधवार की चर्चाकार शशि पुरवार जी किसी वैवाहिक समारोह में गई हुईं हैं। इसलिए अपनी पसन्द के लिंक मैं डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहा हूँ।
यह समस्या एक ही तरीके से कम हो सकती है और वह तरीका है
उच्च स्तर की अंतरराष्ट्रीय समझ और विभिन्न राज्यों के बीच आम सहमति...
उच्च स्तर की अंतरराष्ट्रीय समझ और विभिन्न राज्यों के बीच आम सहमति...
जाने क्यूँ मन भर आता है,मुझको जैसे कोई अपना,कुछ कहने को मिल जाता है.... !
हल्की सी आँख लगी धमक से यमराज की गदा चली सपने में आँख मिचमिचाई मेरी आवाज भर्राई क्या हुआ देवधिदेव ! काहे नींद तोड़ रहे हो...
बहुत वक़्त से
देखता रहता था
मैं
दीवार पर टंगी
उस तस्वीर को...
अगर आप हिन्दी में ब्लाग या वेबसाइट चलाते हैं, और आपको किसी ऐसे टूल की खोज है, जो आपकी लिखी हुई हिन्दी के शब्दों को जॉच सके तो समझ लीजिये आपकी खोज को एक पड़ाव मिल गया है, यह टूल हिन्दी में टाइप किये गये लेखों की वर्तनी को जॉच करने में कही हद तक सक्षम है...
न मिल ही पायी मंज़िल, गुम हो गयी हैं राहें,
इस कशमकश-ए-हयात में, कैसे मैं फ़स गया
....
....
सृष्टि के अनछुए पहलू उनमें झांकने की जानने की ललक बारम्बार आकृष्ट करती नजदीकिया उससे...
हरियाणा के रोहतक ज़िले के करौंथा गांव में संत कहलाने वाले रामपाल जी का एक सतलोक आश्रम है। रविवार दिनांक 12 मई 2013 को रामपाल जी के समर्थकों पर हमला किया गया। इस संघर्ष में कुल 114 लोग घायल हुए हैं और 3 श्रृद्धालु मारे जा चुके हैं। इन घायलों में 61 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। आर्य प्रतिनिधि सभा विरोध प्रदर्शन का ऐलान पहले ही कर रखा था, जो कि बाद में हमले में बदल गया। इस समय भी उस आश्रम के बाहर आर्य समाज के लोग नारेबाज़ी कर रहे हैं...
अमर उजाला पोर्टल में भी अब जागरण जंक्शन और नवभारत टाइम्स की तर्ज पर हिंदी ब्लॉगरों की चौपाल सजेगी. इसमें इन दोनों के विपरीत खूबी यह है कि इसमें हिंदी ब्लॉग एग्रीगेटर भी सम्मिलित रहेगा. अभी तो आमंत्रण मिला है. देखते हैं आगे क्या सुविधा मिलती है. जो भी हो, यह है शुभ समाचार....
सत्ताधारी पार्टी प्रमुख के सांसद पुत्र अपने कारों के काफिले के साथ अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर थे . एक गाँव से गुजरते हुए उन्होंने एक दस वर्षीय बालक को अख़बार बेचते हुए देखा .उन्होंने उसे पास आने का संकेत किया .बालक अख़बार की एक प्रति लेकर उनकी ओर तेज़ी से दौड़कर पहुँच गया .और उन्हें अख़बार की प्रति पकड़ा दी .अख़बार लेकर मुस्कुराते हुए पार्टी प्रमुख के सांसद पुत्र ने अपनी जेब से एक हज़ार का नोट निकाल कर उसकी ओर बढ़ा दिया ...
कड़वी यादें
चीर देती हैं सीना
मैं लहूलुहान ।
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पीड़ित यादें
झटक ही तो दीं थीं
पीले पत्ते सी ...
डियर रीडर्स , मास्टर्स टैक की आज की पोस्ट इसके पाठकों के नाम है। जिनके आये दिन ईमेल मिलते रहते हैं। मै मास्टर्स टैक पर आज से एक कोलम शुरू कर रहा हूँ जिसका नाम है* ''पाठकों की राय ''* इस कोलम में आपके द्वारा भेजे गये इमेल्स को पोस्ट किया जायेगा। आपको मास्टर्स टैक ब्लॉग कैसी लगती है ? आप पहली बार इस ब्लॉग पर कैसे पहुंचे ....
आज तक आपने कही फ्री रिचार्ज साईट के बारे में सुना होगा और फ्री रिचार्ज किया होगा ! मेने अपनी पिछली पोस्ट में भी फ्री रिचार्ज के बारे में बताया था लेकिन जिसे आपने पसंद नहीं किया ! खेर छोड़ो शायद आपने इस उस साईट के बारे में सुन रखा हो ! लेकिन आज जो साईट में आपको बता रहा हु वो बहुत अच्छी हे ! आपने किसी भी फ्री रिचार्ज की साईट को sign-in किया हो तो आपको sign-in करने पर कुछ भी न मिला हो बस गेम खेलो और फ्रेंड को जोड़ो तो पेसे मिलते हे ! लेकिन आज जो में साईट बता रहा हु उसमे आपको sign-in करने पर 2 रूपये मिलेंगे ...
जीवन में तम को हरने को, चिंगारी आ जाती है...
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उग्रवाद-आतंकवाद से, डरते नहीं दीवाने हैं...।
अरे हां भाई मैंने इस्तीफा दे दिया। प्रधानमंत्री को बता दिया। छोड़ दिया मंत्री पद। क्या करता। ये सी बी आई को अपनी कार्यकुशलता साबित करने के लिए मैं ही मिला था ? उधर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सी बी आई को स्वतंत्र होना चाहिए और इधर इनने अपनी स्वतंत्रता की बानगी दिखा दी। मैंने कुछ दिन रास्ता देखा कि मामला शांत हो जाएगा मगर काहे को। रोज नई गिरफतारियां हो रही हैं। ये आजकल के लड़के सचमें कुछ बताते नहीं हैं और क्या क्या कर बैठते हैं। अब मुझे तो भाईसाहब कुछ समझ न आया कि ये हो क्या रहा है...
सहजता सिमटता हवा का झोंका सहज होनें का करता था भरपूर प्रयास. बांवरा सा हवा का वह झोंका गुलाबों भरे आँगन से चुरा लेता था बहुत सी गंध और उसे तान लेता था स्वयं पर. गुलाब वहां ठिठक जाते थे हवा के ऐसे अजब से स्पर्श से...
-भूख एक आवश्यकता और भूखमरी एक समस्या कुल मिला कर भूख ही समस्या बन गयी है हमारी सरकार छब्बीस और तीस रुपये तय करती है गरीब आदमी की थाली के लिए ...... तो संयुक्त राष्ट्र तो कमाल दिखा रहा है पढ़िए एक रिपोर्ट ------- संयुक्त राष्ट्र की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार ज़्यादा से ज़्यादा कीड़े खाने से वैश्विक भुखमरी से निबटा जा सकता है...
फटे हुए हैं पैरहन बदल तो दो इन अंधेरों को इक सहर तो दो अंधे बहरों के निजाम में बंदिश इस माहौल में एक बहर तो दो...
उफ़ ! -------- कह भी दो न चुप रहो कि सहना अब मुहाल है मैं रहूँ कि न रहूँ ...
नयी उड़ान पर
चुप सी चल रही थी जिन्दगी , एक ठहरी हुयी सी नाव की तरह ..... ना सुबह के होने की थी कोई उमंग ही , और ना ही शाम होने की ललक ही , दिन चल रहे थे और रातें रुकी हुई थी .. पर , अचानक ये क्या हुआ , मेरे मन में ये कैसी हिलोर उठी...
बेख़ौफ़ हो गए हैं ,बेदर्द हो गए हैं . हवस के जूनून में मदहोश हो गए हैं. चल निकले अपना चैनल ,हिट हो ले वेबसाईट , अख़बारों के अड्डे ही ये अश्लील हो गए हैं ...
समय के साथ इंसान की प्रवृत्तियों में परिवर्तन आ चुका है और इस परिवर्तन का ही प्रभाव है कि समाज में हर कोई कुछ प्राप्त करना चाहता है लेकिन देने का भाव उनमें कहीं भी नहीं है. कहाँ से और कैसे अर्जित किया जाय इसके लिए रस्ते खोजने में मनुष्य सदैव प्रयासरत रहता है...
मैं कैसे सोऊँ ??
चांद चंचल है
सीना-ए-आसमां पे छुपा चांद है.
बदरी हया की हाय घिरा चांद है.
मेरी कहानी, हमारी कहानी
"हैलो, मेरा नाम लाउरा है, क्या आप के पास अभी कुछ समय होगा, कुछ बात करनी है?" मुझे लगा कि वह किसी काल सैन्टर से होगी और पानी या बिजली या टेलीफ़ोन कम्पनी को बदलने के नये ओफर के बारे में बतायेगी...
कुछ तो सीख बेचना सपने ही सही
उसे देखते ही मुझे कुछ हो ही जाता है अपनी करतूतों का बिम्ब बस सामने से ही नजर आता है सपने बेचने में कितना माहिर हो चुका है मेरा कुनबा...
उलूक टाइम्स
अन्त में कुछ लिंक और देख लीजिए..
वैष्णो देवी यात्रा भाग 1.
वैष्णो देवी यात्रा भाग 2.
वैष्णो देवी यात्रा भाग 3.
वैष्णो देवी यात्रा भाग 4.
ताऊ का खूंटा "रेडियो प्लेबैक इंडिया" पर...
मेरा 100 पोस्ट का शतक पूरा
मैं कैसे सोऊँ ??
चांद चंचल है
सीना-ए-आसमां पे छुपा चांद है.
बदरी हया की हाय घिरा चांद है.
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"हैलो, मेरा नाम लाउरा है, क्या आप के पास अभी कुछ समय होगा, कुछ बात करनी है?" मुझे लगा कि वह किसी काल सैन्टर से होगी और पानी या बिजली या टेलीफ़ोन कम्पनी को बदलने के नये ओफर के बारे में बतायेगी...
कुछ तो सीख बेचना सपने ही सही
उसे देखते ही मुझे कुछ हो ही जाता है अपनी करतूतों का बिम्ब बस सामने से ही नजर आता है सपने बेचने में कितना माहिर हो चुका है मेरा कुनबा...
उलूक टाइम्स
अन्त में कुछ लिंक और देख लीजिए..
वैष्णो देवी यात्रा भाग 1.
वैष्णो देवी यात्रा भाग 2.
वैष्णो देवी यात्रा भाग 3.
वैष्णो देवी यात्रा भाग 4.
ताऊ का खूंटा "रेडियो प्लेबैक इंडिया" पर...
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आज के लिए इतना ही काफी है...!
नमस्ते जी!
शुभ प्रभात |पर्याप्त लिंक्स से सजा आज का चर्चा मंच |
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
आशा
शुभ प्रभात...अच्छे लिंक्स...सुव्यवस्थित चर्चामंच...सादर आभार !!
जवाब देंहटाएंगुरूदेव आज की चर्चा में बहुत ही सुन्दर और उपयोगी लिंक्स संजोए गए हैं। इस चर्चा में मुझे भी स्थान देने के लिए आपका आभार!
जवाब देंहटाएंसादर!
एक सुंदर चर्चा
जवाब देंहटाएंसुंदर सूत्रों के साथ
आज बुधवार के लिये
शब्द नहीं हैं, उल्लूक के
शब्दों को भी यहाँ देख कर,
आभार के लिये !
आदरणीय भाई साहब बहुत बढ़िया सूत्रों के संकलन से चर्चामंच सुसज्जित किया है हार्दिक बधाई। मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए सादर आभार ।
जवाब देंहटाएंविविध रंगी चर्चा सजायी है
जवाब देंहटाएंआभार्
आज की चर्चा में बहुत ही सुन्दर और उपयोगी लिंक्स संजोए हैं।आपका आभार.
जवाब देंहटाएंहिंदी ब्लॉग जगत में चर्चा मंच से ज्यादा अपडेट शायद ही कोई ब्लॉग होगी। कोई न कोई चर्चा कार चर्चा को अपडेट जरुर कर ही देते हैं , जितनी तारीफ़ की जाये कम है।
जवाब देंहटाएंगुरु जी को प्रणाम ,बहुत ही बढ़िया links ,अभी कुछ ही पढ़ पाई हूँ
जवाब देंहटाएंबाकि सब links पर आज जाती रहूंगी
मेरा यात्रा सस्मरण शामिल करने के लिए शुक्रिया जी
सुंदर लिंक्स से सुसज्जित, सुव्यवस्थित चर्चामंच में मेरी रचना को भी स्थान देने के लिये आपका धन्यवाद शास्त्री जी ! सभी लिंक्स बहुत आकर्षक हैं ! साभार !
जवाब देंहटाएंसतरंगी सूत्रों से सजी सुन्दर चर्चा !!
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय !!
चर्चा-मंच में रचना को शामिल करने के लिए हार्दिक आभार ..
जवाब देंहटाएंअच्छा अनुभव रहा है मंच के माध्यम से अन्य रचनाकारों और उनकी रचनाओं से रूबरू होना ..
पुनश्च आभार
सुन्दर लिंक्स संयोजन...रोचक चर्चा..आभार
जवाब देंहटाएंबड़े अच्छे और उपयोगी लिंक्स मिले . इसके लिए आभार . मुझे शामिल करने के लिए धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंबढिया लिंक्स
जवाब देंहटाएंतमाम लिंक्स ऐसे हैं जहां बहुत बढिया जानकारी भी है।
बहुत सुन्दर .सराहनीय प्रयास .सुन्दर लिनक्स संजोये हैं आपने .मेरी पोस्ट को स्थान देने हेतु आभार .आभार . कायरता की ओर बढ़ रहा आदमी ..
जवाब देंहटाएंरूपचन्द्र जी, चिट्ठा चर्चा में मुझे जगह देने के लिए बहुत धन्यवाद :)
जवाब देंहटाएं.रोचक प्रस्तुति सुन्दर लिनक्स संजोये हैं आपने .मेरी पोस्ट को स्थान देने हेतु आभार . हम हिंदी चिट्ठाकार हैं.
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया जानकारी.
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को स्थान देने हेतु आभार .
नमस्कार मित्रों , कई दिन बाद उपस्थित हूँ .........
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को स्थान देने हेतु आभार .
सभी लीं पढने का प्रयास है .........अगर लाईट ने साथ दिया तो ............