फ़ॉलोअर



यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, मई 13, 2013

माँ के लिए गुज़ारिश :चर्चामंच 1243

शुभम दोस्तो 
आज रविवार को जब चर्चा बनाने बैठी तो ब्लॉग ,फेसबुक और समाचार पत्र सबमें माँ ही माँ नजर आई तो हाजिर हूँ ...
मैं 
सरिता भाटिया  
मुनव्वर राना 

के कुछ चुनिंदा शेर लेकर 

1.
मैंने रोते हुए पोंछे थे किसी दिन आँसू 
मुद्दतों माँ ने नहीं धोया दुपट्टा अपना 
2.
अभी जिन्दा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा 
मैं जब घर से निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है 
3.
जरा सी बात है लेकिन हवा को कौन समझाए
दिये से मेरी माँ मेरे लिए काजल बनाती है  


तो करते हैं शुरुआत 
आज सबकी मैया
से 

शालिनी कौशिक 
Mother : illustration of mother embracing child in Mother s Day Card Stock Photo
सरिता भाटिया 
अरुण शर्मा अनंत 
सुशिल जोशी 

My Photo

महेन्द्र श्रीवास्तव 
रउफ अहमद सिद्दीकी 

मन्टू कुमार 

विकेश कुमार 
My Photo

रेखा श्रीवास्तव  
अपर्णा बोस
My Photo
विजय कुमार 
mothers-day-poster3b
माँ 
 
                                                                                                    हे भारत के माताओं 
कालिपद प्रसाद 

सुश्री शान्ति पुरोहित 

अजय कुमार झा 
अजय कुमार झा
टी एस दराल 
माँ से सजे चर्चामंच से 
अपनी 
सरिता भाटिया
को 
दीजिए इजाज़त
माँ को समर्पित एक गीत के साथ 

बड़ों को सादर नमस्कार 
छोटों को प्यार   
आगे देखिए..."मयंक का कोना"
(१)
बिन बुलाए तो कभी मान नहीं होता है..
--
ढल गयी उम्र तो फिर “रूप” दग़ा देता है
(२)
आ...एक बार तो... मनाने के लिए आ

रख बन्द जुबान अपनी, 
लगा ले बस चुप्पी के डेरे...
यादें...पर Ashok Saluja
(३)
माँ
एक ही दिन 
क्यों याद आती है वो ?
जो जन्म देती ! 
My Photo
- जेन्नी शबनम (12. 5. 2013)
(७)
मातृ दिवस ...
मेरा फोटो
दिगम्बर नासवा... 
स्वप्न मेरे...........

22 टिप्‍पणियां:

  1. सरिता जी शुभ प्रभात |आज की लिंक्स भी माँ को समर्पित अच्छी लगीं |गाना भी बढ़िया है |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  2. शुक्रिया सरिता जी ............आभार ........

    जवाब देंहटाएं
  3. सरिता जी!
    आपने बहुत मोहक चर्चा की है..!
    दिन में फुरसत से बैठकर सभी लिंको को पढ़ूँगा!
    आभार!

    जवाब देंहटाएं
  4. shukriya sarita ji .

    bahut acchi post aur meri post bhi shaamil karne ke liye aabhar.
    dhanywaad.

    जवाब देंहटाएं
  5. बेहतरीन संदेशो के सूत्रों से
    चर्चा है आज सरोबार
    उल्लूक का भी दिखा सूत्र
    शास्त्री का दिल से आभार !

    जवाब देंहटाएं
  6. माँ को समर्पित बेहतरीन लिंकों का सम्पादन,आपका आभार.

    जवाब देंहटाएं
  7. माँ तुझे सलाम -सुन्दर लिंक्स संजोये हैं आपने .आभार

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत सुन्दर व् सार्थक लिनक्स संजोये हैं सरिता जी मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए आभार .

    जवाब देंहटाएं
  9. "तुलसी "कहे
    "क्या लीखु मै "माँ" के बारे मे
    ना ही कोई शब्द बना है ऐसा
    ना ही कोई अलंकार बना है ऐसा
    जो कर सके " माँ " के मर्तबे की तारीफ "
    - तुलसीभाई पटेल

    जवाब देंहटाएं
  10. वाह आदरणीया सरिता जी वाह बहुत सुन्दर प्यारे प्यारे लिंक्स समावेश किये हैं आज की चर्चा में और प्रस्तुतिकरण भी अत्यंत सुन्दर है हार्दिक बधाई स्वीकारें.

    जवाब देंहटाएं
  11. क्या बात है, सामयिक विषय पर सार्थक चर्चा
    बहुत सुंदर
    मुझे शामिल करने के लिए आभार

    जवाब देंहटाएं
  12. साफ़ सुथरी मनमोहक चर्चा

    जवाब देंहटाएं
  13. प्रिय सरिता बहुत सुन्दर चर्चा सजाई है जहां देखूं माँ ही माँ नजर आई है सभी को हार्दिक बधाई है ,खुश हूँ मेरी रचना ने भी जगह पाई है सबको मातृ दिवस की बधाई है|

    जवाब देंहटाएं
  14. मुनव्वर राणा के लाजवाब शेरों के साथ ही उम्दा लिंक्स मिले, आभार.

    रामराम.

    जवाब देंहटाएं
  15. माँ ही माँ सब जगह ..
    सुन्दर लिंक .. शुक्रिया मुझे शामिल करने का ...

    जवाब देंहटाएं
  16. माँ को याद करने वाले हर लिंक को संजो कर अपने उस माँ जैसे रिश्ते को पूरा पूरा मन दिया है . सब पढ़ा तो लगा की उसकी तो एक ही परिभाषा है - वो माँ है जो सन्तति रचती ही है , वह बात और है कि सन्तति एक माँ को नहीं संभाल पाती है . मेरे आलेख को शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद !

    जवाब देंहटाएं
  17. Maa ke lie itna sabkuch padhne ke baad bahut kuch baaki rah jaata hai...
    Badhiya links...aabhar...

    जवाब देंहटाएं
  18. माँ को समर्पित सभी लिंक
    मा तुझे सलाम :)

    जवाब देंहटाएं

"चर्चामंच - हिंदी चिट्ठों का सूत्रधार" पर

केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथा सम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।