आज की मंगलवारीय चर्चा में आप सब का स्वागत है राजेश कुमारी की आप सब को नमस्ते , सोचती हूँ दोस्तों केवल एक दिन ही क्यों हर दिवस मातृ दिवस क्यों नहीं आपका क्या कहना है ?? आप सब का दिन मंगल मय हो अब चलते हैं आपके प्यारे ब्लॉग्स पर
किन्तु उससे पहले मेरी ये पंक्तियाँ माँ को समर्पित ----
‘तेरे होने का भान होता हवा के हर झोंके से
मुट्ठी से पकड़ लेती आँचल समझ के धोके से’
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एक यादगार दिवस (अखिल भारतीय महिला आश्रम में मनाया मातृ दिवस)
माँ का आशीष :हाइकू
सामयिकी --मातृ-दिवस |
मातृदिवस पर...
निर्दोष दीक्षित at मीठा भी गप्प,कड़वा भी गप्प
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सामयिकी --मातृ-दिवस |
मातृदिवस पर...
निर्दोष दीक्षित at मीठा भी गप्प,कड़वा भी गप्प
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अशोक महात्म्य - २
noreply@blogger.com (पुरुषोत्तम पाण्डेय) at जाले
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तो अच्छा है -(500 वीं पोस्ट)
Untitled
Dr. Sarika Mukesh at अंतर्मन की लहरें Antarman Ki Lehren
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पति-पत्नी: आज की ज़रूरत
किसे ढूंढते हैं, ये सूने नयन ?
धीरेन्द्र अस्थाना at अन्तर्गगन
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सत्यं शिवं सुन्दरं
वफ़ा या बेवफा ..........
दिल की आवाज़ at दिल की आवाज
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आँसुओ का दर्द
MANOJ KAYAL at RAAGDEVRAN
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वंदे मातरम्‘ के मुद्दे पर बसपा नेता शफ़ीक़ुर-रहमान बर्क़ की राजनीति
अपना अपना महत्त्व
सुज्ञ at सुज्ञ
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September - Settembre - सितम्बर
sunil deepak at Chayachitrakar - छायाचित्रकार -
मेरा ब्लड ग्रुप है -वन्देमातरम और आपका ?
डॉ शिखा कौशिक ''नूतन '' at भारतीय नारी
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...यूं तलाफ़ी हुई
Suresh Swapnil at साझा आसमान
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Junbishen 15
Munkir at Junbishen
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आज की चर्चा यहीं समाप्त करती हूँ फिर चर्चामंच पर हाजिर होऊँगी कुछ नए सूत्रों के साथ तब तक के लिए शुभ विदा बाय बाय ||
आज की चर्चा यहीं समाप्त करती हूँ फिर चर्चामंच पर हाजिर होऊँगी कुछ नए सूत्रों के साथ तब तक के लिए शुभ विदा बाय बाय ||
बढ़िया चर्चा है राजकुमारी जी |
जवाब देंहटाएंआशा
बहुत बहुत धन्यवाद आंटी मेरी पोस्ट् का लिंक देने के लिये।
जवाब देंहटाएंएक खास दिन या खास अवसर का चुनाव / निर्धारण उसी प्रकार उचित है जिस प्रकार हम अपना जन्म दिन या त्योहार एक दिन को ही मनाते हैं। वैसे तो हर दिन त्योहार है और हर दिन मातृ दिवस आदि भी है।
सादर
बिल्कुल सही कहा है आपने .मेरी पोस्ट् का लिंक देने के लिये आभार .
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा !!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर मंच सजा है
जवाब देंहटाएंबढिया
behatareen links se susajjit manch
जवाब देंहटाएंसुन्दर और पठनीय सूत्र..
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ...आभार
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा, बहुत सुन्दर सूत्र पिराये हैं
जवाब देंहटाएंहिन्दी तकनीकी क्षेत्र कुछ नया और रोचक पढने और जानने की इच्छा है तो इसे एक बार अवश्य देखें,
लेख पसंद आने पर टिप्प्णी द्वारा अपनी बहुमूल्य राय से अवगत करायें, अनुसरण कर सहयोग भी प्रदान करें
MY BIG GUIDE
बहुत सुन्दर चर्चा प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंलगभग सभी लिंकों पर घूम आया हूँ!
आभार बहन राजेश कुमारी जी!
बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति,बहुत सुन्दर सूत्र पिराये हैं,सादर आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सफलता पूर्वक इस मंच पर मातृ दिवस मनाने हेतु वधाई !
जवाब देंहटाएं'चर्चा-मंच' पर मेरी दो रचनाएँ दो दिन में शामिल करने हेतु आप सभी साथियों का आभारी हूं। सभी पाठकों, साथी रचनाकारों एवं चर्चाकारों का बहुत-बहुत धन्यवाद। suhshri sarita bhatiya ji evam sushri raajesh kumari ji ka bahut- bahut aabhar.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर सूत्र....बधाई और इसके साथ-साथ 'चर्चा-मंच' पर हमारी रचना शामिल करने हेतु आपका हार्दिक आभार।
जवाब देंहटाएंसभी पठनीय सूत्र, शानदार चर्च, 'चर्चा-मंच' पर हमारी प्रस्तुति को स्थान देने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ............
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