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गुरुवार, मई 09, 2013

ग्रीष्म ऋतु का प्रकोप शुरू ( चर्चा - 1239 )

आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
 
ग्रीष्म ऋतु का प्रकोप शुरू हो गया है । लू से बचने के लिए चेहरों पर नकाब आ गए हैं । बारिश का इन्तजार शुरू हो गया है । उम्मीद है घटाएं छाएंगी और फिर मौसम सुहाना होगा । 
चलते हैं चर्चा की ओर 
आज की चर्चा में बस इतना ही 
धन्यवाद 
दिलबाग 
आगे देखिए..."मयंक का कोना"
(1)
अन्तिम इच्छा

टेक्नोलॉजी के युग में भगवान ने टेब ऑन किया , मेरा मुस्कुराता चेहरा प्रोफ़ाईल में देखकर खुश हो गए ...* *मेरी वॉल पर स्टेटस लिखा- वरदान माँग...* *मैंने मौके की नज़ाकत को समझा और वरदान में अन्तिम इच्छा लिख दी ....
(2)
अँगूठी की कीमत ....
My Photo
पूर्णिमा दुबे
(3)
मेरी आवश्यकता

अभी तक संजोए हुए था अपना एक आकाश और एक धरती लेकिन न जाने कहां से तुम आ गए मेरे जीवन में तोड़ दिए मिथक जीवन... 
(4)
अमेरिका तुम्हे जीने नहीं देगा कांग्रेस तुम्हे मरने नहीं देगी

(5)
माँ

लब -जा  हो कैसा भी 
आहट  बनावट कुछ भी हो 
दिल है तुम्हारा  एक सा 
सूरत सजावट कुछ भी हो 

तुम  चीन में हो या चाँद पर 
दिल तो तुम्हारा घर में है 
चिड़िया हो जैसे दूर पर 
अटका तो दिल शजर में है ...
(6)
2G, 3G ,CA G,जीजा G,मामा G,भांजा G,कब सुधरोगे G? »

आज दो मुख्य फैसले देश की जनता के लिए आए  1.कर्नाटक में बीजेपी ने सत्ता खोई  2.कोयला घोटाला में सुप्रीम कोर्ट की सरकार को फटकार         कर्नाटक में बीजेपी की सरकार को जनता ने नकार दिया येदुरप्पा के भ्रष्टाचार के कारण...
(7)
चन्‍द्र निशा चन्‍द्र निशा अम्‍बर को एक रंग से परिभाष नहीं कर पा रहा हूँ चन्‍द्र सितारों को देखकर स्‍वयं को सतत् शांतिमय निर्मल कर रहा हूँ चन्‍द्रप्रभा मेरी घुटन, कुढ़न विसंगत ह्रदय को असंसार कर गई....

12 टिप्‍पणियां:

  1. भाई दिलबाग विर्क जी!
    आपने ग्रीष्म ऋतु का प्रकोप शुरू ( चर्चा - 1239 ) में बहुत सुन्दर और सामयिक लिंको का समावेश किया है!
    सादर..आभार!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

    जवाब देंहटाएं
  2. गर्मी के कारण बुरा हाल फिर भी अच्छा मंच सजाया है आपने पर्याप्त लिक्स पढ़ने के लिए हैं |मारी रचनाएं शामिल करने के लिए आभार |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर लिंक्स! इतने सुन्दर सूत्र उपलब्ध कराने हेतु आभार!
    इस अंक में मुझे स्थान प्रदान करने हेतु आपका आभार!

    जवाब देंहटाएं
  4. भीषण गर्मी में रंग बिरंगे लिंक आँखों को शीतलता प्रदान कर रहे हैं !
    बहुत आभार !

    जवाब देंहटाएं
  5. चर्चामंच एवं आपके के स्नेह की अत्यंत आभारी हूं दिलबाग विर्क जी !

    आपने बहुत मनोरम लिंक्स चुने हैं आज के चर्चामंच के लिए...
    बहुत बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत खूब sir आपने वाकई बहुत अछे सूत्र बांधे हैं
    मेरे ब्लॉग पर भी एक निगाह डालें
    http://merisachhibaat.blogspot.in/2013/05/2g-3g-ca-g-g-g-g-g.html
    गुरु जी को प्रणाम ,आपने भी बहुत अछे links जोड़े हैं ,मेरी post लगाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत-बहुत धन्‍यवाद आप लोगों का। अच्‍छे लिंक्‍स हैं।

    जवाब देंहटाएं
  8. सर्वोत्त्कृष्ट, अत्युत्तम चर्चा बहुत बहुत आभार
    हिन्‍दी तकनीकी क्षेत्र कुछ नया और रोचक पढने और जानने की इच्‍छा है तो इसे एक बार अवश्‍य देखें,
    लेख पसंद आने पर टिप्‍प्‍णी द्वारा अपनी बहुमूल्‍य राय से अवगत करायें, अनुसरण कर सहयोग भी प्रदान करें
    MY BIG GUIDE

    जवाब देंहटाएं
  9. आदरणीय शास्त्री जी देर से आने के लिए माफी चाहता हु
    एक से बढ़कर एक अच्छे लींक का सुंदर सूत्रिकरण

    जवाब देंहटाएं

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