....शुभम दोस्तों....
मैं
सरिता भाटिया
आज लाई हूँ
चर्चामंच 1419 पर
नवम्बर माह की पहली सोमवारीय गुज़ारिश
' महापर्व दीपावली की गुज़ारिश '
सभी को महापर्व के चतुर्थ पर्व
अन्नकूट
की
हार्दिक बधाई
आइये बढ़े चर्चा की तरफ
दीप जलायें
मैं
सरिता भाटिया
आज लाई हूँ
चर्चामंच 1419 पर
नवम्बर माह की पहली सोमवारीय गुज़ारिश
' महापर्व दीपावली की गुज़ारिश '
सभी को महापर्व के चतुर्थ पर्व
अन्नकूट
की
हार्दिक बधाई
आइये बढ़े चर्चा की तरफ
दीप जलायें
आई दिवाली
दीवाली दिलवाली की
दीपावली की रात
दीपोत्सव की हार्दिक बधाई
तेरा ख्याल
एक बंजारिन आवाज से जुदाई
दीप जला दो एक
दीपावली
दुश्मने चैनो अमन
सुरेश स्वप्निल
फायदे विटामिन C के
वीरेन्दर शर्मा
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"मयंक का कोना"
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फिर आई दीवाली
ग़ाफ़िल की अमानत पर चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
--
उल्लू :रस्किन बांड की कविता
आज दीपावली है या यों कहें कि दीपावली अब हो ली है। अब जब कि लगभग आधी रात हो चली है और पटाखों का शोर कुछ कम हो गया है लेकिन बाहर की जगमग में कोई कमी नहीं आई है और अपन घर के अंदर की अपनी छोटी - सी दुनिया में कुछ लिखत - पढ़त के काम में लगे - से हैं तो उपेक्षित समझे , माने जाने वाले पक्षी उल्लू पर बहुत प्यार आ रहा है और यह एक छोटी- सी कविता के कारण संभव हो पा रहा है नहीं तो हमारे आसपास की दुनिया में रात के इस पाखी उल्लू को अशुभ, अशगुन , असुंदर मानने - मनवाने की एक लंबी परिपाटी है...
कर्मनाशा पर siddheshwar singh
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जल रहे हैं दीपक
बावरा मन पर सु..मन(Suman Kapoor)
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कुदरत की माया
Akanksha पर Asha Saxena
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आरती .....
झरोख़ा पर निवेदिता श्रीवास्तव
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दीपावली की मंगल कामनाएँ
ये दीपावली आप सब के लिये शुभ हो,
मंगलमय हो, सुख, शांति और समृद्धि से छलकते
ज्योतिपर्व की शुभकामनाएं ।
सुबीर संवाद सेवा पर पंकज सुबीर
--
आज खुशियों भरी दीवाली है
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !
उठी मेरे भी मन मेंयही कामना मतवाली हैहर्ष और उत्साह सेसब त्यौहार मनायेंआज खुशियों भरी दीवाली है !
साधना वैद
--
यही प्यार है
सप्तरंगी प्रेम पर Akanksha Yadav
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बुलबुल महारानी पधार चुकी हैं ..पापा - बेटी
अपना घर पर Archana -
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"टॉम-फिरंगी"
बालकृति नन्हें सुमन से
एक बाल कविता
"टॉम-फिरंगी"
--
फिर भी------
Tere bin पर Dr.NISHA MAHARANA
--
डालर की तरफ-
उन्नयन पर udaya veer singh
--
कुछ भी पास नहीं है
यूं ही कभी पर राजीव कुमार झा
--
हिंदी वालों के लिए सर्वश्रेष्ठ स्मार्टफ़ोन
छींटे और बौछारें पर Ravishankar Shrivastava
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डौंडियाखेडा की खुदाई एक साजिश थी
'दि वेस्टर्न विंड' (pachhua pawan) पर
.....शोभन और ओम बाबा जैसे लोग तैयार बैठे थे धर्म और लोगो की श्रद्धा को बेचने के लिये. अगर इन सरकार मे बैठे लोगो की नीयत साफ होती तो जिस तरह से बात मीडिया मे बात उछाली गयी और मनमोहन से लेकर कांग्रेस आलाकमान इस पर चुप रहे, पूरे देश मे सोने के मिलने का माहौल बना दिया गया (चरणदास तो मुख़ौटा था असली लोग पर्दे की पीछी से काम कर रहे थे), इस तरह से माहौल न बनाया जाता. क्योंकि इन लोगो को खूब मालूम था कि सोना नही निकलेगा और जनता की भावनाये और उनकी आस्था आहत होगी. और हुआ भी यही.अब सवाल यह उठता है कि इस अक्षम्य अपराध की जिम्मेदार कौन लेगा मीडिया, सरकारें, शोभन और ओम बाबा या आम जनता खुद?
DR. PAWAN K. MISHRA
--
मति का धीर : राजेन्द्र यादव (५)
समालोचन पर arun dev
--
भूला गया
दीवला हूँ कोरी मिट्टी का,पार-साल का.
मुझ तक आते आते तुम्हारी मुँडेर ही ख़त्म हो गयी और मैं बच रहा जगमग पंक्ति से.
करता रहा इन्तेज़ार साल भरकि शायद चौबारे या चौराहे पर रख आओ.
नववर्ष, जन्मदिवस,पूजा-पाठ में जलाओया किसी आत्मा-शांति के लियेगंगा में ही बहाओ.
पर मैं तो ताक़ पड़ा भूला रहाडरता हूँ इस साल
नयों के नीचे
दबा न रह जाऊँ!
Posted by AmitAag
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फायदे विटामिन C के
वीरेन्दर शर्मा
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"मयंक का कोना"
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फिर आई दीवाली
ग़ाफ़िल की अमानत पर चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
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उल्लू :रस्किन बांड की कविता
आज दीपावली है या यों कहें कि दीपावली अब हो ली है। अब जब कि लगभग आधी रात हो चली है और पटाखों का शोर कुछ कम हो गया है लेकिन बाहर की जगमग में कोई कमी नहीं आई है और अपन घर के अंदर की अपनी छोटी - सी दुनिया में कुछ लिखत - पढ़त के काम में लगे - से हैं तो उपेक्षित समझे , माने जाने वाले पक्षी उल्लू पर बहुत प्यार आ रहा है और यह एक छोटी- सी कविता के कारण संभव हो पा रहा है नहीं तो हमारे आसपास की दुनिया में रात के इस पाखी उल्लू को अशुभ, अशगुन , असुंदर मानने - मनवाने की एक लंबी परिपाटी है...
कर्मनाशा पर siddheshwar singh
--
जल रहे हैं दीपक
बावरा मन पर सु..मन(Suman Kapoor)
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कुदरत की माया
Akanksha पर Asha Saxena
--
आरती .....
झरोख़ा पर निवेदिता श्रीवास्तव
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दीपावली की मंगल कामनाएँ
ये दीपावली आप सब के लिये शुभ हो,
मंगलमय हो, सुख, शांति और समृद्धि से छलकते
ज्योतिपर्व की शुभकामनाएं ।
सुबीर संवाद सेवा पर पंकज सुबीर
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आज खुशियों भरी दीवाली है
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !
उठी मेरे भी मन मेंयही कामना मतवाली हैहर्ष और उत्साह सेसब त्यौहार मनायेंआज खुशियों भरी दीवाली है !
साधना वैद
--
यही प्यार है
सप्तरंगी प्रेम पर Akanksha Yadav
--
बुलबुल महारानी पधार चुकी हैं ..पापा - बेटी
अपना घर पर Archana -
--
"टॉम-फिरंगी"
बालकृति नन्हें सुमन से
एक बाल कविता
"टॉम-फिरंगी"
टॉम-फिरंगी प्यारे-प्यारे।
दोनों चौकीदार हमारे।।
हमको ये लगते हैं अच्छे।
दोनों ही हैं सीधे-सच्चे।।
जब हम इनको हैं नहलाते।
ये खुश हो साबुन मलवाते।।...
नन्हे सुमन--
फिर भी------
Tere bin पर Dr.NISHA MAHARANA
--
डालर की तरफ-
उन्नयन पर udaya veer singh
--
कुछ भी पास नहीं है
यूं ही कभी पर राजीव कुमार झा
--
हिंदी वालों के लिए सर्वश्रेष्ठ स्मार्टफ़ोन
छींटे और बौछारें पर Ravishankar Shrivastava
--
डौंडियाखेडा की खुदाई एक साजिश थी
'दि वेस्टर्न विंड' (pachhua pawan) पर
.....शोभन और ओम बाबा जैसे लोग तैयार बैठे थे धर्म और लोगो की श्रद्धा को बेचने के लिये. अगर इन सरकार मे बैठे लोगो की नीयत साफ होती तो जिस तरह से बात मीडिया मे बात उछाली गयी और मनमोहन से लेकर कांग्रेस आलाकमान इस पर चुप रहे, पूरे देश मे सोने के मिलने का माहौल बना दिया गया (चरणदास तो मुख़ौटा था असली लोग पर्दे की पीछी से काम कर रहे थे), इस तरह से माहौल न बनाया जाता. क्योंकि इन लोगो को खूब मालूम था कि सोना नही निकलेगा और जनता की भावनाये और उनकी आस्था आहत होगी. और हुआ भी यही.अब सवाल यह उठता है कि इस अक्षम्य अपराध की जिम्मेदार कौन लेगा मीडिया, सरकारें, शोभन और ओम बाबा या आम जनता खुद?
DR. PAWAN K. MISHRA
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मति का धीर : राजेन्द्र यादव (५)
समालोचन पर arun dev
--
भूला गया
दीवला हूँ कोरी मिट्टी का,पार-साल का.
मुझ तक आते आते तुम्हारी मुँडेर ही ख़त्म हो गयी और मैं बच रहा जगमग पंक्ति से.
करता रहा इन्तेज़ार साल भरकि शायद चौबारे या चौराहे पर रख आओ.
नववर्ष, जन्मदिवस,पूजा-पाठ में जलाओया किसी आत्मा-शांति के लियेगंगा में ही बहाओ.
पर मैं तो ताक़ पड़ा भूला रहाडरता हूँ इस साल
नयों के नीचे
दबा न रह जाऊँ!
Posted by AmitAag
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बहुत बढ़िया लिंक्स। मेरे किए अनुवाद की साझेदारी के लिए आभार।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति-
जवाब देंहटाएंआभार -
दीप पर्व की ढेरों शुभकामनायें-
सुन्दर और प्रभावशाली लिंक्स की चर्चा।
जवाब देंहटाएं--
सभी पाठकों को अन्नकूट (गोवर्धन पूजा) की हार्दिक शुभकामनाएँ।
भले ये सब लिखा आपने तदानुभूति हम सब चिठ्ठाकारों की ये सांझा है।
जवाब देंहटाएंदीपोत्सव की हार्दिक बधाई
रविकर
दिवाली के नाम। शुभ भाव शुभ भावना प्रेरित चित्रोदगार लाये भूषन यार
जवाब देंहटाएंफिर आई दीवाली
ग़ाफ़िल की अमानत पर चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
आसां नहीं है
जवाब देंहटाएंबीती अहसास नहीं है
कुछ मुरझाये फूलों से
कमरे को सजाया है
मेरे आँगन में खिलता
अमलतास नहीं है
यूँ टूट के रह जाना
काफी तो नहीं
आने वाले कल का
ये आभास नहीं है
सशक्त भावाभिव्यक्ति अर्थ और भाव की संगती देखते बनती है। बातों को भुला देना
मेरे दर्द का तुम्हें
कुछ भी पास नहीं है
यूं ही कभी पर राजीव कुमार झा
अन्नकूट व सुहाग पड़वा पर हार्दिक शुबहा कामनाएं
जवाब देंहटाएंदीवाली की लिंक्स से भरपूर उम्दा चर्चा |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
फिर भी------
जवाब देंहटाएंअमावस कि निशा ने कहा ---हो अधीर
घिरते जंग में जो होते-------- सच्चे वीर
चाहे हो घनघोर निराशा
जीतने की भी नहीं हो आशा---
फिर भी------
मान लेना मेरा कहना
दीपक तुम जलते हीं रहना ----
दीपक -----तुम-----जलते-----हीं ----रहना-----
आप सभी को दीपावली कि हार्दिक शुभकामना ----
दीपावली के दीपक से आपको शक्ति मिले ,साहस मिले ,हिम्मत और हौसला मिले।
वयस्तता कि वजह से आप सभी के ब्लॉग पर नहीं आ सकूँगी जैसे हीं मौका मिलेगा आउँगी। धन्यवाद।
फिर भी------
Tere bin पर Dr.NISHA MAHARANA
सुंदर सूत्र सुंदर प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंसुन्दर सूत्र..दीपावली की शुभकामनायें..
जवाब देंहटाएंजब हम इनको हैं नहलाते।
जवाब देंहटाएंये खुश हो साबुन मलवाते।।
बाँध चेन में इनको लाते।
बाबा कंघी से सहलाते।।
टॉम-फिरंगी प्यारे-प्यारे।
दोनों चौकीदार हमारे।।
हमको ये लगते हैं अच्छे।
दोनों ही हैं सीधे-सच्चे।।
नहीं हैं सेकुलर टॉम फिरंगी ,
ये हम सबके सच्चे संगी।
एक बाल कविता
"टॉम-फिरंगी"
टॉम-फिरंगी प्यारे-प्यारे।
दोनों चौकीदार हमारे।।
हमको ये लगते हैं अच्छे।
दोनों ही हैं सीधे-सच्चे।।
जब हम इनको हैं नहलाते।
ये खुश हो साबुन मलवाते।।...
नन्हे सुमन
जवाब देंहटाएंनहीं हैं सेकुलर टॉम फिरंगी ,
ये हम सबके सच्चे संगी।
सेकुलर सरकार से हमारे टॉमी अच्छे ,कुत्ते हैं ,कुत्ताते नाहिं
बहुत सुंदर ! आज की चर्चा. बेहतरीन लिंक्स ! मेरे पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार, आ. शास्त्री जी.
जवाब देंहटाएंसबों को महापर्व के चतुर्थ पर्व अन्नकूट की हार्दिक बधाई !!
हार्दिक आभार सरिता जी सुन्दर सूत्र..दीपावली की शुभकामनायें.. मेरे पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार,
DHANYAVAD ,,,,,SUNDAR PRASTUTI KE LIYE ....
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा है... सभी को दिवाली पर हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंatyant sundar rachna-sootron se aapne deepavali ki kaali raat ko ujli nisha men badal diya hai...bahut-bahut badhai, sarita bahan ! sabhi rachnakaron aur charchakaron ko bhi deepavali ki asankhya shubhkaamnaen aur badhaiyan.
जवाब देंहटाएंसुंदर, सार्थक, सामयिक सूत्रों से सुसज्जित चर्चामंच पर अपनी भी प्रस्तुति को देख कर आनंदित हूँ ! दीपोत्सव के इस शुभ अवसर पर सभी मित्रों व पाठकों को हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद डॉक्टर शास्त्री.
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ.
चर्चा-मंच में मेरी रचना-'दिवाली दिलवाली की' शामिल करने का शुक्रिया..बेहतरीन लिंक्स के लिए बधाई...दिवाली की हार्दिक शुभ-कामनाएं...प्रमोद यादव
जवाब देंहटाएंचर्चा-मंच में मेरी रचना-'दिवाली दिलवाली की' शामिल करने का शुक्रिया..बेहतरीन लिंक्स के लिए बधाई...दिवाली की हार्दिक शुभ-कामनाएं...प्रमोद यादव
जवाब देंहटाएं