शुभम दोस्तो..
आज की 1426वीं चर्चा
लेकर हाजिर हूँ
मैं
सरिता भाटिया
आइये
बढ़ें
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तरही गजल
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हुआ है आज अँधेरा
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अब और क्या खाओगे
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प्रिय तुम तो प्राण समान हो
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परिकल्पना और प्रेम
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जगत का कैसे हो उद्धार
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वो जानती है
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नई गज़ल
माँ के लिए
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छठ मैया को पुनः याद करने के बहाने
प्रेम सरोवर
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सूत्र की तलाश
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नारी सशक्तिकरण
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बंगाल के निर्माता
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कहानी
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BEST of LUCK
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बड़ों को नमस्कार
छोटों को प्यार
शुभविदा
गुरुवर का आदेश
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(१)
भोथर होती धार, करे क्या सी बी आई -
सी वी आई मामला, दे ऊपर अब भेज | अब तक सत्ता ने रखा, हरदम जिसे सहेज | हरदम जिसे सहेज, हमेशा डंडा थामे | शत्रु दिखा जो तेज, केस कर उसके नामे | कह रविकर कविराय, निराशा चहुँदिश छाई || भोथर होती धार, करे क्या सी बी आई ||
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(३)
"क्या हो गया है?" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
मेरे काव्य संग्रह "धरा के रंग" से
एक गीत
"क्या हो गया है?"
आज मेरे देश को क्या हो गया है?
पुष्प-कलिकाओं पे भँवरे, रात-दिन मँडरा रहे,
बागवाँ बनकर लुटेरे, वाटिका को खा रहे,
सत्य के उपदेश को क्या हो गया है?
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(४)
चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी
धूप है तो क्या घटा इक रोज़ छा ही जायेगी
चल पड़े हैं राह पर मंज़िल तो आ ही जायेगी
आज पतझर, फूल, पत्ती, डालियों को रौंद ले
जब बहार आएगी गुलशन को सजा ही जायेगी
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मित्रों।
जवाब देंहटाएंकल सुबह से हमारा बी.ए., एन. एल. ब्रॉडबैंड का कनक्शन फेल है
और मोबाइल सिम से नेट चलाने में आनन्द नहीं आता है।
इसलिए ब्लॉग पर भी कुछ नहीं लगा पाया हूँ।
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मन में खीझ हो रही है।
स्लो कनक्शन से मजा नहीं आ रहा है दोस्तों।
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आज मयंक का कोना नही "रविकर का कोना"
आदरणीय रविकर जी लगा ही देंगे।
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सुन्दर चर्चा सजाने के लिए आदरणीया सरिता भाटिया जी का आभार।
कोई बात नहीं ,आ. शास्त्री जी .कई बार ऐसा हो जाता है.बहुत सी चीजों पर हमारा कोई वश नहीं रहता.सरिता जी ने सुंदर चर्चा की है.
हटाएंऔर हमें भी तो आदत हो गयी है
हटाएंमयंक का कोना जब नहीं आता है
पूरा होते हुऐ भी कुछ अधूरा हो जाता है !
सुंदर चर्चा ! आ. सरिता जी.
जवाब देंहटाएंआप अच्छा लिखते है। मेरे पर आपका स्वागत हैं।
जवाब देंहटाएंआईऐ
nice links 4 today
जवाब देंहटाएंएक सुंदर चर्चा में कहीं दिख रही है उल्लूक के खेत की
जवाब देंहटाएं"फसल तो होती है किसान ध्यान दे जरूरी नहीं होता है"
आभार !
सुन्दर चर्चा-
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें आदरणीया-
बहुत बढ़िया पठनीय सूत्र , सरिता जी व चर्चा मंच को धन्यवाद
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा...सादर।
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा प्रस्तुति के लिए आभार!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा, प्रिय सरिता जी हार्दिक बधाई|
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा...शामिल करने के लिए आभार
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