ॐ
श्री गणेशाय नम:
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ: ।
निर्विघ्नं कुरु में देव सर्वकार्येषु सर्वदा ।।
परम पिता की कृपा से, इसी दिसम्बर माह ।
"मनु" बिटिया का "राम" से, हुआ सुनिश्चित ब्याह।
हुआ सुनिश्चित ब्याह, बजे ढोलक-शहनाई।
तिथि सोलह दिन सोम, नवम्बर माह सगाई ।
पढ़ें निमंत्रण-पत्र, पधारें पूज्य मान्यवर । "मनु" को दे आशीष, अनुग्रह करें "राम" पर ॥ |
Priti Surana
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सभी हारे हुए हैं आदतों से
किसे फ़ुर्सत मिली अपने ग़मों से
सभी हारे हुए हैं आदतों से
हक़ीक़त है कि उल्फ़त ने सिखाया
हमें दो चार होना हादिसों से...
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रूपचन्द्र शास्त्री मयंक
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