सुधि पाठकों!
बुधवार की चर्चा में
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
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सुख दुःख आ गले मिले
बड़े प्रेम से आज
दौनों में बहस छिड गई
है वर्चस्व किसका...
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स्त्री हूँ मैं
स्त्री हूँ मैं पर अबला नहीं हूँ
बंद कर दो मुझे इस नाम से पुकारना
मुझे कमज़ोर लिखना,
मैं अपना मुकद्दर ख़ुद लिखना जानती हूं...
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घुमक्कड़ी के कारण ही
केदारनाथ पांडेय से राहुल सांकृत्यायन तक का
सफर कर गए वो
अब छोड़ो भी पर
Alaknanda Singh
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सादगी ए ज़िन्दगी...
*मैंने इस सादगी ए ज़िन्दगी से पल्ला झाड़ लिया*
*ज़िन्दगी की सच्चाई ने मुझमें कटुता भर दिया* ...
anamika ghatak at
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बुरके वाला लड़का
बाल कहानी
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
आदरणीय राधा बहन, आपके प्रयास से मित्र मंडली अनेक पाठकों तक पहुंची है। मेरे मित्र मंडली को चर्चामंच पर लिंक करने के लिए हार्दिक आभार एवं इस चर्चा में सम्मलित सभी रचनाकारों को बधाई।
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
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