मित्रों!
रविवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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मेरे भारत की बेटी
मेरे भारत की बेटी
यह है भारत का संबल,
बड़ा फक्र है हमें,
अभिमान है तुझ पर,
ऐ मेरे भारत की बेटी ...
ऋषभ शुक्ला
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३१५.
वह लड़की
शहर के फुटपाथ पर
जब मैं उस छोटी सी लड़की को
मां बाप के बीच सोए देखता हूं,
तो सोचता हूं,
इतनी गाड़ियों के शोर के बीच
उसे नींद कैसे आती होगी...
कविताएँ पर Onkar
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
सुन्दर चर्चा। आभार आदरणीय 'उलूक' के पन्ने का भी जिक्र करने के लिये।
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक्स. आभार.
जवाब देंहटाएंउम्दा चर्चा। मेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, आदरणीय शास्त्री जी।
जवाब देंहटाएंतीन रचनाएँ मन में अटक गईं पतंग की तरह .
जवाब देंहटाएंलड़की
मैला साफ़ करने वाले अभी भी हैं ?
स्विस बैंक कार्टून
इस विषय में हम खुद क्या कर सकते हैं, वो करना ज़रूरी है .
अमिताव घोष को पढना हमेशा अच्छा लगता है . इस पन्ने पर उनका ज़िक्र होना सुखद आश्चर्य ....स्वागत है .
धन्यवाद शास्त्रीजी . सोच का दायरा चौड़ाने के लिए .
बहुत आभार सुंदर लिंक्स के लिये.
जवाब देंहटाएं#हिन्दी_ब्लॉगिंग
रामराम
Sundar Halchal ......Meri Rachna Ko sthan dene hetu bahoot bahoot abhar.
जवाब देंहटाएंआभार सर, आपने मेरी रचना को स्थान दिया, सुंदर चर्चा।
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