मित्रों!
मंगलवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है
मेरी पुस्तक का नवा संग्रह
यायावर
आप लोगो के सम्मुख प्रस्तुत करते हुए
Akanksha पर Asha Saxena
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दरख्तों से कई लम्हे गिरेंगे ...
किसी की याद के मटके भरेंगे
पुराने रास्तों पे जब चलेंगे
कभी मिल जाएं जो बचपन के साथी
गुज़रते वक़्त की बातें करेंगे...
Digamber Naswa
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डरना होगा!!
जमीन के नीचे पानी नहीं है।
आम आदमी, किसान परेशान है..
डेंजरस जोन में है हम..
चौथाखंभा पर Arun Sathi
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
चर्चा मंच के विस्तृत सूत्र ... अच्छी चर्चा नए लिंक्स ...
जवाब देंहटाएंआभार मेरी ग़ज़ल को जगह देने के लिए ...
सुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर सूत्रों का संकलन आज का चर्चामंच ! मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार शास्त्री जी ! सादर वन्दे !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंउम्दा चर्चा। मेरी रचना को शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, आदरणीय शास्त्री जी।
जवाब देंहटाएंमनमोहक चर्चा
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