सुधि पाठकों!
सोमवार की चर्चा में
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
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संसद में राहुल - मोदी मिलाप :
जो न समझे वे गफलत में
विजय राजबली माथुर
क्रांति स्वर पर विजय राज बली माथुर
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दुनिया नहीं कुछ मुझे देने वाली
नमस्कार, स्वागत है आप सभी का यूट्यूब चैनल "मेरे मन की" पर| "मेरे मन की" में हम आपके लिए लाये हैं कवितायेँ , ग़ज़लें, कहानियां और शायरी| आज हम लेकर आये है कवियत्री रेखा जी का सुन्दर गीत "दुनिया नहीं कुछ मुझे देने वाली"| आप अपनी रचनाओं का यहाँ प्रसारण करा सकते हैं और रचनाओं का आनंद ले सकते हैं...
Mere Man Kee पर
Rishabh Shukla
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चन्द माहिया :
क़िस्त 49
:1:ये इश्क़ है जान-ए-जांतुम ने क्या समझाये राह बड़ी आसां ?:2:ख़ामोश निगाहें भीकहती रहती हैंकुछ मन की व्यथायें भी
:3:कुछ ग़म की सौगातेंजब से गए हो तुम...
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शीर्षकहीन
रात के पलछिन और तुम्हारी याद
वो बरसात की रात
कोर भीग रहे, कुछ सूख रहे
कँपते हाथ पर्दा हटा
देख रहे चाँद
जैसे दिख रहे तुम
हँस रहे तुम
गा रहे तुम
उस धुन और मद्धम चाँदनी में..
वो बरसात की रात
कोर भीग रहे, कुछ सूख रहे
कँपते हाथ पर्दा हटा
देख रहे चाँद
जैसे दिख रहे तुम
हँस रहे तुम
गा रहे तुम
उस धुन और मद्धम चाँदनी में..
स्पर्श पर deepti sharma
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
करीने से सजाया गया चर्चा का गुलदस्ता।
जवाब देंहटाएंआपका आभार राधा बहन जी।
उम्दा चर्चा। मेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद,राधा दी।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति। आभार राधा जी 'उलूक' के चने को जगह देने के लिये।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंउम्दा चर्चा राधाजी |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
जवाब देंहटाएंउम्दा चर्चा। मेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा. शुक्रिया
जवाब देंहटाएंनीरजजी के बारे में पढ़ कर मिल कर याद करने का अहसास होता है.
जवाब देंहटाएंक्या एक बार पूरी चर्चा उनको समर्पित नहीं हो सकती जिसमें उनके वो संस्मरण हों जो किसी एक जगह संकलित नहीं है.
राधाजी आपका हार्दिक आभार.
सभी शामिल लोगों को बधाई.