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शनिवार, अक्तूबर 27, 2018

"पावन करवाचौथ" (चर्चा अंक-3137)

मित्रों!   
शनिवार की चर्चा में आपका स्वागत है।   
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।   
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')  
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दोहे  

"करवा की पूजा करो"  

(राधा तिवारी 'राधेगोपाल')  

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आज कुछ हड्डी की बात  

थोड़ा चड्डी की बात  

कुछ कबड्डी की बात 

सुशील कुमार जोशी  
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तू लाजवाब है ऐ ज़िन्दगी 

प्यार पर Rewa tibrewal  
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मिष्टी हब, कोलकाता -  

Mishti Hub Kolkata 

Sehar पर Ria Sharma 
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यूं ना जिंदगी को जार जार करिए 

यूं ना जिंदगी को जार जार करिए,  
थोड़ा सा खुद से भी प्यार करिए।  
ये इश्क का मुवामला है बर्खुरदार,।  
जरा सा जीत को भी हार करिए... 
धीरेन्द्र अस्थाना  
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प्रचण्ड प्रवीर का आलेख  

‘विष्णु खरे की आलोचकीय अंतर्दृष्टि’। 

Santosh Chaturvedi  
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इस ओर ध्यान दीजिए माननीय 

यह जो श्रद्धा होती है ना वह सबकी अपनी-अपनी होती है, जैसे सत्य सबके अपने-अपने होते हैं। अब आप कहेंगे कि सत्य कैसे अलग-अलग हो सकते हैं? जिसे मैंने देखा और जिसे मैंने अनुभूत किया वह मेरा सत्य होता है और जिसे आपने देखा और आपने अनुभूत किया वह आपका सत्य होता है उसी प्रकार श्रद्धा भी अपनी अनुभूति का विषय है। इसपर विवाद करना ऐसा ही है जैसे भारत में बैठकर मैं कहूँ कि अभी दिन है और अमेरिका में बैठकर आप कहें कि अभी रात है और दोनों ही विवाद में उलझे रहेंगे, परिणाम कुछ नहीं निकलने वाला। न्यायालय के फैसले इसी सत्य पर आने चाहिये। पटाखे चलाना पर्यावरण को हानि पहुंचाता है, यह सच है... 
smt. Ajit Gupta  
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कोई हमें सताये क्यों 

Pratibha Katiyar  
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इंतज़ार 

रश्मि प्रभा... 
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उनके चेहरे से जो मुस्कान चली जाती है 

sweta sinha  
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सबरीमाला सिर्फ एक बहाना है  

यह सारा विरोध कोर्ट के फैसले के खिलाफ 

रक्तरंगियों की खुद की लीला है 

Virendra Kumar Sharma 
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शरद पूर्णिमा 

7 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्दर शनिवारीय चर्चा। आभार आदरणीय 'उलूक' की काबड्डी को भी जगह देने के लिये।

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  2. बहुत ही सुन्दर चर्चा प्रस्तुति श्रेष्ठ रचनाओं का सुंदर संकलन सभी चयनित रचनाकारों को बधाई मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  3. कोमल भाव बोध का गीत शास्त्रीजी का :
    मेरे प्रियतम तुम्ही मेरी आराधना।
    ज़िन्दगी भर सलामत रहो साजना।।
    परस्पर प्रतिबद्धता का पर्व बन रहा है अब करवा चौथ। अब पुरुष भी इस व्रत को रख रहें हैं। आयुष्मान खुराना अपनी पत्नी के स्वास्थ्य लाभ के लिए यह व्रत रखते हैं जो कैंसर से ग्रस्त हैं लेकिन कई और जोड़े परस्पर प्रेम से बंधे अब यह व्रत रख रहे हैं।
    kabirakhadabazarmein.blogspot.com

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