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रविवार, अक्तूबर 28, 2018

"सब बच्चों का प्यारा मामा" (चर्चा अंक-3138)

मित्रों!   
रविवार की चर्चा में आपका स्वागत है।   
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।   
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')  
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बालकविता  

"सब बच्चों का प्यारा मामा"  

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ग़ज़ल  

"अंधेरे में मकड़ी के जाले पड़ेंगे"  

( राधा तिवारी "राधेगोपाल " ) 

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 रंग जब तक दिलों के ये काले पड़ेंगे 
जबानों में तब तक ही ताले पड़ेंगे... 

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मेरी मेहंदी की लकीरों में ....... 


झरोख़ा पर 
निवेदिता श्रीवास्तव 
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करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं 

सजधज कर सजना आज सोलह सिंगार करूँ  
माथे सजा बिंदिया चाँद का दीदार करूँ .  
तुमसे ही है प्रियतम रंग जीवन में मेरे  
प्रार्थना प्रभु से तेरे लिए बार बार करूँ... 

Ocean of Bliss पर 
Rekha Joshi 
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धौंस 

पटना के मौर्या लोक में कुल्हड़ की चाय बेचते है दाढ़ी वाले बाबा। चाय प्रेमी होने की वजह से चला गया। कुछ भी पूछिये, हिंदी कम, अंग्रेजी ज्यादा बोलते है। खैर, चाय ली और जैसे ही होठों से लगाया उसकी कड़क सोंधी खुशबू और स्वाद मन में घुलता चला गया। आह। एक कप और लिया... 
चौथाखंभा पर Sathi साथी 
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तेरी याद आई 

Sudhinama पर 
sadhana vaid  
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बड़े बड़े करते हैं मुजरा  

जिंदगी की थाप पर 

बड़े बड़े करते हैं मुजरा जिंदगी की थाप पर,  
गुजरते ही लोग रख देंगे तुम्हें भी ताख पर... 
धीरेन्द्र अस्थाना 
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सखि, वे मुझसे कह कर जाते..... 

मैथिलीशरण गुप्त 

Digvijay Agrawal 
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बर्तन माझती कुम्हारिन के हुस्न पर  

ग़रीबी हावी हैं..! 

tHe Missed Beat पर 
dr.zafar 
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गीत  

"मेरे माथे पे बिन्दिया चमकती रहे"  

(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक') 

कर रही हूँ प्रभू से यही प्रार्थना।
ज़िन्दगी भर सलामत रहो साजना।।

4 टिप्‍पणियां:

  1. करवा चौथ की शुभकामनाएं। सुन्दर रविवारीय प्रस्तुति।

    जवाब देंहटाएं
  2. उंडा चर्चा मंच |आज की लिंक्स पढ़ने के लिए पूरा दिन लगेगा |

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर सार्थक सूत्र आज की चर्चा में ! मेरी रचना के सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार शास्त्री जी ! विलंबित प्रतिक्रिया के लिए क्षमाप्रार्थी हूँ ! एक वैवाहिक समारोह में शिरकत के लिए प्रवास में थी ! आज ही गृह वापिसी हुई है !

    जवाब देंहटाएं

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