मित्रों!
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
--
--
--
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
--
दोहे
"अपने वीर जवान"
अभिनन्दन-वन्दन करें, आओ मन से आज।
आज किसान-जवान से, जीवित सकल समाज।।
जय कपीश तिहूँ लोक उजागर---
डा श्याम गुप्त
--
--
--
--
--
--
--
कृषि प्रधान यह देश किन्तु.....
"कृषक पर एक गीत"कृषक रूप में हर प्राणी को, धरती का भगवान मिला।
कृषि-प्रधान यह देश किन्तु क्या,कृषकों को सम्मान मिला...
--
--
सुप्रभात |चर्चा मंच पर्याप्त लिंक्स देता है पढ़ने के लिए |मेरी रचना शामिल करने के लिए
जवाब देंहटाएंधन्यवाद |
उम्दा चर्चा। मेरी रचना को चर्चा मंच में स्थान देने हेतु बहुत बहुत धन्यवाद, आदरणीय शास्त्री जी।
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार...
सादर...
पूरे चर्चा मंच परिवार को नव वर्ष की अशेष शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चर्चा
जवाब देंहटाएं